विश्व संवाद केंद्र भोपाल के वेब साईट का विमोचन
उन्होंने कहा, वीर सावरकर ने कहा था- हे मातृभूमि, अगर विद्या तेरे लिए नहीं तो भाररूप है| इसका सारतत्त्व ध्यान में रखकर, हमें सोशल मीडिया को केवल टाइमपास करने का माध्यम बनाने से रोकना हैं|
डिपो चौराहा स्थित छात्र शक्ति भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में विश्व संवाद केंद्र की स्मारिका दीपशिखा एवं हिन्दू गर्जना पत्रिका का विमोचन किया गया| इसके अलावा संवाद केंद्र की वेबसाइट www.samvad.in का विमोचन भी मनमोहन वैद्य द्वारा किया गया| इस कार्यक्रम में विशेष रूप से संवाद केंद्र के अध्यक्ष लक्ष्मेन्द्र महेश्वरी, वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा, क्षेत्र प्रचार प्रमुख नरेन्द्र जैन, छत्तीसगढ़ प्रान्त के प्रचार प्रमुख डॉ सुरेन्द्र, कृषक जगत के संपादक विकास बोंद्रिया, ब्लॉगर रवि रतलामी, पत्रकार सरमन नगेले, दीपशिखा स्मारिका के संपादक हरिहर शर्मा, कार्यकारी संपादक शैलेन्द्र सिंह, दिनेश चकाडकर उपस्थित थे|
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