Friday, February 06, 2015

हमारी सांस्कृतिक जड़ें भारत से जुड़ी हैं – यजीदी प्रतिनिधिमंडल

मैसूर. यज़ीदी समुदाय के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहनजी भागवत से मुलाकात कर यज़ीदी प्रार्थना पद्धत्ति तथा हिन्दू संस्कृति में समानता आदि को लेकर विचार विमर्श किया. प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मैसूर में आयोजित पांचवीं अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में भाग लेने के लिये आया हुआ है.
delegation
प्रतिनिधि मंडल के एक सदस्य ने बताया कि यह एक मित्रतापूर्ण मुलाकात थी. हमारी सांस्कृतिक जड़ें भारत से जुड़ी हैं. यज़ीदी प्रतिनिधिमंडल मैसूर में 1 फरवरी से 4 फरवरी तक आयोजित पांचवें इंटरनेशनल कान्फ्रेंस एंड गैदरिंग ऑफ एल्डर्स में हिस्सा लेने आया हुआ हैं.
कांफ्रेंस का आयोजन इंटरनेशनल सेंटर फॉर कल्चरल स्टडी की ओर से किया जा रहा है. कांफ्रेंस में विश्व के 40 विभिन्न देंशों से 73 संस्कृतियों के प्रतिनिधि ​हिस्सा ले रहे हैं, और सम्मेलन के दौरान अपने विचार सांझा करेंगे.
IMG_77792यज़ीदी कुर्दी लोगों का एक उपसमुदाय है. जेहादी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) के शिकार लोगों में 50,000 आबादी का वह समूह भी है, जिसने उत्तर-पश्चिमी इराक के पहाड़ों पर शरण ले रखी है. चारों तरफ से ISIS की घेराबंदी के कारण यजीदियों को खाने और पीने की समस्या से जूझना पड़ रहा है. यज़ीदी लोगों का अपना अलग यज़ीदी धर्म है. इस धर्म में वह पारसी धर्म के बहुत से तत्व, इस्लामी सूफ़ी मान्यताओं और कुछ ईसाई विश्वासों के मिश्रण को मानते हैं. अधिकतर यज़ीदी लोग पश्चिमोत्तरी इराक़ के नीनवा प्रान्त में बसते हैं, विशेषकर इसके सिंजार क्षेत्र में. इसके अलावा यज़ीदी समुदाय दक्षिणी कॉकस, आर्मेनिया, तुर्की और सीरिया में भी मिलते हैं.

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