शिमला (विसंकें). चंबा में गोहत्या प्रकरण के बाद विश्व हिंदू परिषद पर प्रशासन की ओर से की गयी विवादित टिप्पणियों के विरोध में सोमवार को विहिप के नेतृत्व में विभिन्न गौभक्त संगठनों ने प्रदेश के 42 स्थानों से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया. राज्यपाल आचार्य देवव्रत को ज्ञापन उपायुक्तों, उपमंडल दंडाधिकारियों एवं तहसीलदारों के माध्यम से भेजा गया. विहिप के प्रदेशाध्यक्ष अमन पुरी ने कहा कि विहिप हिंदू संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पबद्ध है. चंबा में गोहत्या की घटना के बाद प्रदेश पुलिस महानिदेशक द्वारा दिया गया वक्तव्य निंदनीय है, इसके साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का यह कथन कि विहिप द्वारा प्रदेश का सांप्रदायिक वातावरण बिगाड़ा जा रहा है, इसका भी पुरजोर विरोध करते हैं. प्रदेश में सरकार का गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने में कमजोर दृष्टिकोण रहा है. प्रदेश में गोहत्या की घटनाओं में निरंतर वृद्धि हुई है. गौभक्त गाय को बचाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं. एक ओर तो मुख्यमंत्री कहते हैं कि प्रदेश में गौ तस्करी पर रोक लगाई जाएगी, दूसरी तरफ ऐसे लोगों पर कार्यवाही करने की अपेक्षा गौभक्तों पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया जाता है. गौ तस्करों की हिम्मत बढ़ती जा रही है और प्रशासन द्वारा ऐसी घटनाओं पर चुप रहने की सलाह दी जाती है. अमन पुरी का कहना था कि अगर गौ संरक्षण के बारे में जन जागृति लाना सांप्रदायिकता है तो वे इससे पीछे नहीं हटेंगे. वे किसी भी कीमत पर गौ संरक्षण करेंगे, क्योंकि गाय भारतीय सनातन परंपरा का प्रतीक है. विहिप पर की गयी टिप्पणी पर अमन पुरी ने कहा कि गौभक्तों को सांप्रदायिक कहने वाले माफी नहीं मांगते हैं तो उनके विरूद्ध आंदोलन तेज किया जायेगा.
Tuesday, January 19, 2016
गौभक्तों को सांप्रदायिक कहने वाले माफी मांगें – विहिप
शिमला (विसंकें). चंबा में गोहत्या प्रकरण के बाद विश्व हिंदू परिषद पर प्रशासन की ओर से की गयी विवादित टिप्पणियों के विरोध में सोमवार को विहिप के नेतृत्व में विभिन्न गौभक्त संगठनों ने प्रदेश के 42 स्थानों से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया. राज्यपाल आचार्य देवव्रत को ज्ञापन उपायुक्तों, उपमंडल दंडाधिकारियों एवं तहसीलदारों के माध्यम से भेजा गया. विहिप के प्रदेशाध्यक्ष अमन पुरी ने कहा कि विहिप हिंदू संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पबद्ध है. चंबा में गोहत्या की घटना के बाद प्रदेश पुलिस महानिदेशक द्वारा दिया गया वक्तव्य निंदनीय है, इसके साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का यह कथन कि विहिप द्वारा प्रदेश का सांप्रदायिक वातावरण बिगाड़ा जा रहा है, इसका भी पुरजोर विरोध करते हैं. प्रदेश में सरकार का गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने में कमजोर दृष्टिकोण रहा है. प्रदेश में गोहत्या की घटनाओं में निरंतर वृद्धि हुई है. गौभक्त गाय को बचाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं. एक ओर तो मुख्यमंत्री कहते हैं कि प्रदेश में गौ तस्करी पर रोक लगाई जाएगी, दूसरी तरफ ऐसे लोगों पर कार्यवाही करने की अपेक्षा गौभक्तों पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया जाता है. गौ तस्करों की हिम्मत बढ़ती जा रही है और प्रशासन द्वारा ऐसी घटनाओं पर चुप रहने की सलाह दी जाती है. अमन पुरी का कहना था कि अगर गौ संरक्षण के बारे में जन जागृति लाना सांप्रदायिकता है तो वे इससे पीछे नहीं हटेंगे. वे किसी भी कीमत पर गौ संरक्षण करेंगे, क्योंकि गाय भारतीय सनातन परंपरा का प्रतीक है. विहिप पर की गयी टिप्पणी पर अमन पुरी ने कहा कि गौभक्तों को सांप्रदायिक कहने वाले माफी नहीं मांगते हैं तो उनके विरूद्ध आंदोलन तेज किया जायेगा.
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