
नागपूर, दि. 15 मार्च :
आज समाज को जल बटवारा, भाषा प्रश्न और सीमा विवाद के नाम पर विभाजित करने का प्रयास हो रहा है। इस वक्त समाज के प्रबुद्ध एवं अच्छे लोगों ने सामने आना चाहिये ऐसा आवाहन करनेवाला प्रस्ताव कल से प्रारंभ होने वाले रा. स्व. संघ के अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में आने की संभावना है। रा. स्व. संघ के 3 दिन चलनेवाले इस प्रतिनिधि सभा के पूर्व संध्या पर संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहनजी वैद्य ने पत्रकारों के साथ बातचित करते हुए कहा की "ऐसा देख गया है की समाज को भाषा, सीमा, तथा पानी बटवारा विवाद के नाम विभाजित करने का प्रयास हुआ है। इस से हमारे देश की एकता एवं अखंडता को धक्का पहुंचने की संभावना है। संघ का विश्वास है की समाज के प्रबुद्ध लोग एकत्र होने पर इस प्रयास को असफल बनाया जा सकता है।
आपने केरल और तमिलनाडु में मुल्लापेरियर डॅम के संघर्ष का उदाहरण देते हुए बताया की हमने दोनों पक्षों को एकत्र लाने का प्रयास किया है।
प्रतिनिधि सभा की बैठक प्रति वर्ष होती है। किन्तु जिस वर्ष सरकार्यवाहजी का चुनाव होता है, उस वर्ष नागपुर में बैठक होती है। यह चुनाव इस वर्ष 17 या 18 मार्च को होने जा रहा है।
2013 में स्वामी विवेकानंद की सार्ध शताब्दी है। उस संदर्भ में भी प्रतिनिधि सभा में चर्चा होगी। संपूर्ण वर्ष चलनेवाले इस कार्यक्रम हेतु स्वामी विवेकानंद सार्ध शताब्दी समिति का राष्ट्रीय स्तर पर गठन हो रहा है।
No comments:
Post a Comment