रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच अन्तरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन शुर
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : रंगारंग कार्यक्रम के बीच अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन शुक्रवार से जाजपुर के उदयगिरी में शुरू हो गया है। ओडिशा के पर्यटन व संस्कृति मंत्री महेश्वर महान्ति ने दीप जलाकर इस महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री तथा विधायक अमर प्रसाद शतपथी एवं राज्य पर्यटन व संस्कृति विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर ओडिशा के कलाकारों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया। उदयगिरी, ललितगिरी एवं लांगुड़ी में गौतम बुद्ध के बारे में कई महत्वपूर्ण चीजें जमीन से पाए जाने के बाद गौतम बुद्ध का जन्म ओडिशा में होने की संभावना को लेकर इस सम्मेलन में पूरे विश्व से आए बौद्ध धर्म के प्रमुख लोग हिस्सा लेकर चर्चा करेंगे। इस सिलसिले में गौतम बुद्ध के शरीर के कुछ अंशों को 27 साल पहले यहां से मिलने के बाद उसे पुरातत्व विभाग के स्ट्रांग रूम में रखा गया था। गौतम बुद्ध के दांत 1985 में ललित गिरी में खनन के समय एक सोने के बंद डिब्बे में पाया गया था। सोने से बने एक डिब्बे के ऊपर चांदी एवं दो सेटाइटर एवं खण्डोलाइट में निर्मित चीजों के बीच इसे पाया गया। इसे प्रदर्शन करने के लिए ओडिशा उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था। अब गौतम बुद्ध के शरीर के इस अंश को लेकर ही गौतमबुद्ध का जन्म भुवनेश्वर के कपिलेश्वर में होने की सम्भावना मजबूत कर रही है। क्योंकि गौतम बुद्ध का जन्म स्थान कपिलवस्तु होने के बारे में प्रमाण मिलते हैं। इस विषय को लेकर ही अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस सम्मेलन में प्रमाणिक तथ्य खोजा जा रहा है। यदि तथ्य पाए गए तो गौतम बुद्ध का इतिहास नेपाल से हटकर ओडिशा से जुड़ जाने की सम्भावना देखी जा रही है।
बुद्धायन नामक संस्था का आरोप है कि गौतम बुद्ध के इस तथ्य को छिपाने के लिए एएसआइ संस्था द्वारा अंश को दिल्ली भेजने के लिए प्रयास किया जा रहा था। अब इसे देश विदेश से आए सैकड़ों बौद्ध धर्मावलम्बी एवं अन्वेषक देखने एवं परीक्षण करने के बाद ही फैसला लिया जाएगा।
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