राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक मा. सोहन सिंह जी का देहान्त दिनांक 4 जुलाई रात्रि को दिल्ली स्थित संघ कार्यालय ‘केशव कुंज’ झण्डेवालान में हुआ था. विद्यानिकेतन हिरणमगरी सेक्टर 4, उदयपुर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन गया.
क्षेत्र संघचालक मा. भगवतीप्रकाश जी ने कहा की सोहन सिंह जी कार्यकर्ता के विकास के लिए छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखते थे. उनका
मार्गदर्शन इतना प्रभावी होता था कि उनके विचार हमारे मन पर चित्र लिखित हो जाते थे, उनका प्रत्येक कार्य में पूर्णता का आग्रह रहता था, प्रत्येक न्यूनता को वे अपने आग्रह एवं प्रयत्न से ठीक करवाते थे.
क्षेत्र प्रचारक प्रमुख जी ने कहा सोहन सिंह जी प्रत्येक कार्यकर्ता का पूर्ण मार्गदर्शन करते थे. एवं प्रत्येक कार्यकर्ता की छोटी-छोटी बातों को ध्यान दिलाकर गुण विकास के पक्षों का पोषण भी करने के साथ अपनी दृष्टि भी बनाये रखते थे. उनकी स्वयं की दिनचर्या अत्यन्त कठोर थी. जीवन अन्यन्त सादा था. वे छोटे से कक्ष में रहते थे, जिसे शेर की मांद कहा करते थे अर्थात् जो एक बार शेर की गुफा में आ गया, वह वापस नहीं जा पाता था. उनके सम्पर्क में आया व्यक्ति जीवन भर के लिए संघ का हो जाता था. अपने जीवन की न्यूनताओं को पहचानते हुए उन्हें दूर कर अपने को योग्य कार्यकर्ता बनाना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कार्यक्रम के प्रारम्भ में विभाग प्रचारक अजय कुमार जी ने सोहन सिंह जी का संक्षिप्त जीवन परिचय रखा. सैकड़ों स्वयंसेवकों ने पुष्पांजली से श्रद्धांजलि अर्पित की तथा 2 मिनट का मौन रखा गया.
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