विश्व संवाद केन्द्र कानपुर में स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह की तैयारियों हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसको सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रान्त प्रचारक मुकेश खाण्डेकर ने बताया कि संघ ने विवेकानन्द सार्ध शती समारोह को वृहद रूप से मनाने के लिए समाज के 5 वर्गों से 5 आयामों के माध्यम से सम्पर्क करने का निर्णय लिया गया। ये आयाम हैं: युवा शक्ति, महिला संवर्धनी, सामाजिक एवं वैचारिक नेतृत्व (प्रबुद्ध भारत), ग्रामवासी व जनजातीय अस्मिता।
इस कार्य को अधिक प्रभावी बनाने हेतु केन्द्रीय समिति का गठन किया गया है। इसमें विभिन्न राष्ट्रीय संगठनों के 53 सदस्य हैं। इसके अतिरिक्त 13 अखिल भारतीय अधिकारी, क्षेत्रशः संयोजक, सह संयोजक, सभी आयामों के प्रमुख और सह प्रमुख। व्यवस्था के 4 प्रमुख व सहप्रमुख- कार्यालय, साहित्य सेवा, निधि संकलन एवं प्रचार। पाँचों आयामों के 5 से लेकर 10 विशेषज्ञों की अन्य समितियाँ बनाई गई हैं, जो विस्तार से कार्यक्रमों की योजना बनाएँगी।
इसी आधार पर आयोजन समिति भारत के सभी 40 प्रान्तों में कार्य करेगी। प्रान्त आयोजन समिति में प्रान्त संयोजक सह संयोजक, पाँच आयामों तथा 4 व्यवस्था के प्रमुख होंगे। कई प्रान्तों में आयाम की 5 से 10 कार्यकर्ताओं की समिति भी बनाई गई है। सभी प्रान्तों में जिलास्तर पर कार्यकारी समिति भी बनाई गई है। आयोजन समिति का महत्वपूर्ण कार्य योजना बनाना तथा कार्य के लिए भूमि तैयार करना है। हम समारोह समिति बनाने हेतु विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों से सम्पर्क कर रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, कानपुर के प्रान्त प्रचार प्रमुख वासुदेव वासवानी ने बताया कि दीपावली 2012 में अखिल भारतीय स्तर पर विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति प्रस्थापित हो जायेगी। इसके साथ ही सभी प्रान्तों में भी समितियों का गठन किया जायेगा। स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह के अन्तर्गत ही सभी समारोह आयोजित किये जायेंगे। जिसके प्रचार प्रसार हेतु प्रचार के सभी माध्यमों जैसे प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया, सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट आदि का उपयोग किया जायेगा। हमारा उद्देश्य स्वामी विवेकानन्द के चित्र व विचारों को घर-घर तक पहुँचाना है।
12 जनवरी, 2013 से 12 जनवरी, 2014 तक चलने वाले विवेकानन्द सार्ध शती समारोह को सुचारु रूप से चलाने के लिए संघ के प्रचार विभाग, कानपुर प्रान्त ने सभी पाँच आयामों के प्रमुखों की घोषणा विवेकानन्द सार्ध शती की आयोजन समिति के प्रान्त संयोजक श्री पवन कुमार जी ने कहा कि प्रबुद्ध भारत आयाम मोहन जी, संवर्धिनी आयाम तुष्मुल जी, युवा आयाम सारांश जी, ग्रामायण आयाम अरविन्द जी व जनजातीय आयाम शिवभूषण सिंह जी देखेंगे, साथ ही विभिन्न समाचारों व लेखों का संकलन का दायित्व श्याम जी शुक्ल व पीयूष जी करेंगे।
प्रचार प्रमुख अरविन्द कुमार ने कहा कि इस समारोह का उद्देश्य स्वामी विवेकानन्द के विचारों को समाज के सभी वर्गों तक ले जाना है। स्वामी जी क्रान्तिकारी विचारक थे। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीयता को चिंगारी देकर जाग्रत किया। उन्होंने सनातन धर्म के प्रति लोगों के विश्वास को बिना आहत करते हुए दृढ़तापूर्वक लोगों को जागृत किया। उनके अनुसार धर्म ही मानव समाज के उत्थान का श्रेष्ठ मार्ग है। धर्म की सही जानकारी के अभाव में लोग इसकी उपेक्षा करते हैं। स्वामी विवेकानन्द की सार्ध शती समारोह में समाज के सभी वर्ग सहजता से सहभागी होने के लिए उत्सुक हैं।
इस कार्यशाला में प्रमुख रूप से डा0 सत्यप्रकाश, राजेश जी, प्रदीप राठौर, रजनीश, राधवेन्द्र सिंह, तरुण अवस्थी, मोहित त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।
इस कार्य को अधिक प्रभावी बनाने हेतु केन्द्रीय समिति का गठन किया गया है। इसमें विभिन्न राष्ट्रीय संगठनों के 53 सदस्य हैं। इसके अतिरिक्त 13 अखिल भारतीय अधिकारी, क्षेत्रशः संयोजक, सह संयोजक, सभी आयामों के प्रमुख और सह प्रमुख। व्यवस्था के 4 प्रमुख व सहप्रमुख- कार्यालय, साहित्य सेवा, निधि संकलन एवं प्रचार। पाँचों आयामों के 5 से लेकर 10 विशेषज्ञों की अन्य समितियाँ बनाई गई हैं, जो विस्तार से कार्यक्रमों की योजना बनाएँगी।
इसी आधार पर आयोजन समिति भारत के सभी 40 प्रान्तों में कार्य करेगी। प्रान्त आयोजन समिति में प्रान्त संयोजक सह संयोजक, पाँच आयामों तथा 4 व्यवस्था के प्रमुख होंगे। कई प्रान्तों में आयाम की 5 से 10 कार्यकर्ताओं की समिति भी बनाई गई है। सभी प्रान्तों में जिलास्तर पर कार्यकारी समिति भी बनाई गई है। आयोजन समिति का महत्वपूर्ण कार्य योजना बनाना तथा कार्य के लिए भूमि तैयार करना है। हम समारोह समिति बनाने हेतु विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों से सम्पर्क कर रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, कानपुर के प्रान्त प्रचार प्रमुख वासुदेव वासवानी ने बताया कि दीपावली 2012 में अखिल भारतीय स्तर पर विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति प्रस्थापित हो जायेगी। इसके साथ ही सभी प्रान्तों में भी समितियों का गठन किया जायेगा। स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह के अन्तर्गत ही सभी समारोह आयोजित किये जायेंगे। जिसके प्रचार प्रसार हेतु प्रचार के सभी माध्यमों जैसे प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया, सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट आदि का उपयोग किया जायेगा। हमारा उद्देश्य स्वामी विवेकानन्द के चित्र व विचारों को घर-घर तक पहुँचाना है।
12 जनवरी, 2013 से 12 जनवरी, 2014 तक चलने वाले विवेकानन्द सार्ध शती समारोह को सुचारु रूप से चलाने के लिए संघ के प्रचार विभाग, कानपुर प्रान्त ने सभी पाँच आयामों के प्रमुखों की घोषणा विवेकानन्द सार्ध शती की आयोजन समिति के प्रान्त संयोजक श्री पवन कुमार जी ने कहा कि प्रबुद्ध भारत आयाम मोहन जी, संवर्धिनी आयाम तुष्मुल जी, युवा आयाम सारांश जी, ग्रामायण आयाम अरविन्द जी व जनजातीय आयाम शिवभूषण सिंह जी देखेंगे, साथ ही विभिन्न समाचारों व लेखों का संकलन का दायित्व श्याम जी शुक्ल व पीयूष जी करेंगे।
प्रचार प्रमुख अरविन्द कुमार ने कहा कि इस समारोह का उद्देश्य स्वामी विवेकानन्द के विचारों को समाज के सभी वर्गों तक ले जाना है। स्वामी जी क्रान्तिकारी विचारक थे। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीयता को चिंगारी देकर जाग्रत किया। उन्होंने सनातन धर्म के प्रति लोगों के विश्वास को बिना आहत करते हुए दृढ़तापूर्वक लोगों को जागृत किया। उनके अनुसार धर्म ही मानव समाज के उत्थान का श्रेष्ठ मार्ग है। धर्म की सही जानकारी के अभाव में लोग इसकी उपेक्षा करते हैं। स्वामी विवेकानन्द की सार्ध शती समारोह में समाज के सभी वर्ग सहजता से सहभागी होने के लिए उत्सुक हैं।
इस कार्यशाला में प्रमुख रूप से डा0 सत्यप्रकाश, राजेश जी, प्रदीप राठौर, रजनीश, राधवेन्द्र सिंह, तरुण अवस्थी, मोहित त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।
2 attachments — Download all attachments View all images
PHOTO 1.jpg 2666K View Download |
PHOTO 2.jpg 2412K View Download |
No comments:
Post a Comment