इस अवसर पर विद्या भारती के संरक्षक पद्मश्री ब्रह्मदेव शर्मा (भाई जी) विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे. विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री शिव
कुमार ने बताया कि विभिन्न सामाजिक समस्याओं का समाधान विज्ञान में ढूंढना तथा सामाजिक मान्यताओं को वैज्ञानिक कसौटी पर उतारते हुए विज्ञान और अध्यात्म को समझना तथा समझाना इस विज्ञान मेले का उद्देश्य था. इस 14वें ज्ञान विज्ञान मेले में विज्ञान की 24 विद्याओं, वैदिक गणित की 9 विधाओं, संस्कृति ज्ञान की 4 विधाओं में प्रतियोगिता के लिए पूरे देश भर से विद्यार्थी 6 चरणों में विजयी होकर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए आए थे. सभी प्रतिभागियों को 11 क्षेत्रीय इकाइयों में बांटा गया था. प्रतियोगिता में वैदिक गणित में सर्वश्रेष्ठ ट्राफी उत्तर क्षेत्र ने प्राप्त की, संस्कृति ज्ञान की ट्राफी पूर्वी उत्तर क्षेत्र ने प्राप्त की तथा विज्ञान मॉडलों की सर्वश्रेष्ठ ट्राफी उत्तर पूर्व क्षेत्र ने प्राप्त की.
वैदिक गणित का प्रचार प्रसार करने वाले स्वामी भारती तीर्थ के चित्र का विमोचन भी इस अवसर पर किया गया जो विद्या भारती के महापुरूषों की श्रृंखला क्रम में 114वें स्थान पर स्थापित किया गया. राज्यपाल महोदय ने विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ऋषि गोयल सहित 11 अन्य शिक्षकों को अच्छे परीक्षा परिणाम के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रदत्त प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए. जिनमें डॉ. संतोष देवांगन, नारायण सिंह, बलबीर सिंह, विनीत अग्रवाल, डॉ. गार्गी शर्मा, मीरा गौतम, हर्षा अरोड़ा, रीतू अरोड़ा, मीनू गर्ग, सुरेन्द्र कौर, गीता सहगल शामिल हैं. इस अवसर पर राज्यपाल महोदय द्वरा विद्यालय एंडरायड एप भी लान्च किया गया, जिससे विद्यालय की सभी गतिविधियों की जानकारी अभिभावकों, विद्यार्थियों एवं विद्यालय से जुड़े सभी बन्धुओं को प्राप्त होगी. इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों द्वारा श्रीकृष्ण पर आधारित तथा हरियाणवी नृत्य भी प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम के अन्त में वैदिक गणित के राष्ट्रीय संयोजक देवेन्द्र राव ने सभी अतिथि, प्रतिभागी छात्रों, आचार्यो, आगन्तुकों का धन्यवाद किया.
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