नई दिल्ली। भाजपा में पीएम प्रत्याशी बनने के बाद दिल्ली में रैली कर रहे नरेंद्र मोदी ने केंद्र और दिल्ली सरकार को जमकर कोसा। इस रैली में उन्होंने भाजपा के लिए जहां समर्थन मांगा वहीं मनमोहन सिंह को बेहद कमजोर प्रधानमंत्री बताते हुए उनकी आलोचना की। वह लाखों की भीड़ के समक्ष पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के लिए बेहद तीखे शब्दबाणों का प्रयोग करने से भी नहीं चूके।
तस्वीरों में देखें: दिल्ली में जमकर दहाड़े मोदी
मोदी के के निशाने पर न सिर्फ केंद्र सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बल्कि दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित भी रहीं। मोदी ने इस रैली में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी का भी जिक्र कर उनकी प्रशंसा की। अपने भाषण में उन्होंने युवाओं को लुभाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने जनता से भाजपा पर भरोसा कर कांग्रेस को उखाड़ फेंकने के लिए समर्थन मांगा। उन्होंने पीएम पर चुटकी लेते हुए कहा कि वह सरदार तो हैं लेकिन असरदार नहीं हैं। मोदी ने पिछले वर्ष दिल्ली में चलती बस में हुए गैंगरेप का भी जिक्र अपने भाषण में किया।
मोदी ने कहा कि देश के अंदर हम अपने प्रधानमंत्री से लड़ेंगे, लेकिन कोई हमारे पीएम को बुरा-भला कहे यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के लिए भी बेहद तीखे शब्दों का इस्तेमाल किया। मोदी ने अपने भाषण में राहुल गांधी का भी जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने देश के पीएम की पगड़ी उछाली है। यही वजह है कि पाक पीएम की इतनी हिम्मत हुई कि वह भारतीय प्रधानमंत्री को बुरा-भला कहा।
केंद्र सरकार पर रेलवे, एविएशन सेक्टर और नेशनल हाइवे जैसे क्षेत्र में बुरी तरह से पिछड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आज चीन रेलवे में भारत से कहीं आगे है। वहीं भारत इसमें बेहद पीछे हैं। अपने भाषण में उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्हें शहजादे की भी उपाधि दे डाली।
मोदी ने दिल्ली में रेप की वारदातों, कॉमनवैल्थ गेम्स के नाम पर अरबों की लूट के लिए भी दिल्ली की मुख्यमंत्री की आलोचना की। उन्होंने दिल्ली सरकार की मुखिया पर सिर्फ फीता काटने वाली मुख्यमंत्री करार दिया। मोदी ने देश की सरकार और दिल्ली की सरकार पर खिलाड़ियों की स्प्रिट को बर्बाद करने का भी आरोप लगाया है।
मोदी ने यूपीए सरकार को रोजगार के मुद्दे पर भी लताड़ा। उन्होंने कहा कि अटल जी की सरकार ने छह वर्षो में छह करोड़ लोगों को रोजगार मिला था। लेकिन यूपीए महज कुछ लाख लोगों को ही रोजगार दे सकी। उन्होंने मंच से कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने के लिए जनता का आहवान किया। मोदी ने केंद्र सरकार पर चुटकी भी ली। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट बार बार केंद्र सरकार पर प्रतिकूल टिप्पणी करती है लेकिन सरकार फिर भी नहीं समझती है।
दिल्ली में बिजली की किल्लत पर भी मोदी ने केंद्र और राज्य सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का सही इरादा नहीं है इस लिए बिजली पैदा करने की यूनिट बंद पड़ी हैं। उन्होंने अपने भाषण में यहां तक कहा कि देश के प्रधानमंत्री के घर में भी बिजली चली जाती है और वहां पर जनरेटर लगाने की जरूरत पड़ी है। मोदी ने कहा कि दिल्ली सरकार राज्य सरकारों के दम पर ही अपने को अच्छा साबित करने पर तुली रहती है।
दिल्ली में हो रही भाजपा की रैली में हिस्सा लेने के लिए पार्टी के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर नवजोत सिंह सिद्धू और नितिन गडकरी भी मौजूद थे। रैली की शुरुआत भी सिद्धू ने ही की। इसके बाद नितिन गडकरी ने अपने संबोधन में कांग्रेस को मोदी विरोधी पोस्टर लगाने के लिए लताड़ लगाई। गडकरी ने साफ किया कि भाजपा अल्पसंख्यकों की विरोधी नहीं है अपितु आतंकवादी विरोधी है।
इस रैली में पार्टी ने पांच लाख लोगों के भाग लेने के बारे में कहा जा रहा है। इससे पहले दिल्ली में रोहिणी के जापानी पार्क के नजदीक हो रही भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी की रैली से पहले ही वहां पर मोदी विरोधी पोस्टर देखे गए। इन पोस्टरों पर मोदी को फेंकू कहा गया, तो कुछ पर लिखा था कि आया आया फेंकू आया। वहीं दूसरी ओर मोदी विरोधी पंफ्लेट बांटे जाने की भी खबर है।
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