Wednesday, September 25, 2013

फ्रेंड्स ऑफ ट्राइबल्स सोसाइटी भुवनेश्वर चैप्टर के सिल्वर जुबली

 भुवनेश्वर
देश भले ही 21 शताब्दी में प्रवेश करने जा रहा, मगर पहाड़ी इलाके आज भी शिक्षा से कोसों दूर हैं। यह बात वरिष्ठ समाजसेवी लक्ष्मण महिपाल ने कही। वे फ्रेंड्स ऑफ ट्राइबल्स सोसाइटी भुवनेश्वर चैप्टर के सिल्वर जुबली सेलिब्रेशन में बोल रहे थे।
स्थानीय भंजकला मंडप में रंगारंग कार्यक्रम के साथ मनाए जा रहे रजत जयंती समारोह में समाजसेवी लक्ष्मण महिपाल ने ट्राइबल सोसाइटी द्वारा संचालित शिक्षा व्यवस्था को और दुरुस्त करने के लिए खदान मालिकों से सहयोग का हाथ बढ़ाने का अनुरोध किया। कहा कि कॉरपोरेट घराने चाहें तो पिछड़े इलाकों में शिक्षा उपलब्ध कराई जा सकती है। समारोह में दाऊ दयाल अग्रवाल, सजन भजनका, सजन जी बंसल व लक्ष्मण महिपाल बतौर अतिथि उपस्थित थे. इस अवसर पर अतिथियों ने पत्रिका आरोहण का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम में आदिवासी कल्याण के लिए काम करने वाली संस्था फ्रेंड्स ऑफ ट्राइबल्स सोसाइटी के सचिव कुलदीप गुप्ता ने बताया कि हमारा 2015 तक राज्य में 2500 विद्यालय खोलने का लक्ष्य है। कहा कि सोसाइटी को किसी भी तरह की सरकारी सहायता न मिलने के बावजूद इतना बड़ा संगठन आदिवासी कल्याण के लिए काम करने वाला दुनिया की सबसे बड़ी गैर सरकारी संस्था है। इसके द्वारा ओडिशा में 2100 गांव तथा भारत में 52 हजार गांवों काम किया जा रहा है। ओडिशा के आदिवासी गांवों में लगभग 50 हजार बच्चों और देश में करीबन 15 लाख बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। गुप्ता ने कहा कि संसाधन मिलते रहते है और काम आगे बढ़ते रहता है। मगर जरूरत सिर्फ इच्छा शक्ति की होती है। इच्छाशक्ति मजबूत होनी चाहिए। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।

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