Monday, January 23, 2012

नेताजी सुभाषचन्द्र बोष की 115 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई

भुवनेश्वरvsk
राजधानी भुवनेश्वर सहित विभिन्न शहरों में आज नेताजी सुभाषचन्द्र बोष की 115 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। रसुलगढ़ स्थित चौक में लगाई गई नेताजी की प्रतिमूर्ति पर सुबह से ही श्रद्धालुओं ने माल्यार्पण करना आरंभ कर दिया ओड़िशा के इस वर-पुत्र के याद करते हुए लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजली दी। सुबह 11 बजे स्थानीय इडकाल आडिटोरियम में राज्य स्तरीय नेताजी जयंती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने राष्ट्र गौरव सुभाष चन्द्र बोष के बलीदान को व्यर्थ न जाने देने का आह्वान करते हुए कहा कि नेताजी अपने जीवन पर्यन्त देश की आजादी के लिए संघर्ष करते रहे। स्थानीय इंन्टीट्युट आफ इंजिनियर्स सभागार में भी नेताजी जयंती का आयोजन किया गया। राज्य संग्रहालय में सुभाषबोष जयंती के मौके पर ललित कला एकाडेमी की ओर से एक चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इसके अलावा विभिन्न क्लब की ओर से नेताजी जयंती के मौके पर रक्तदान शिविर आयोजित किए गये
उधर ओड़िशा के अन्यतम बीर-पुत्र बीर सुरेन्द्र साय की आज 204 वींजयंती के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गये। भीएसएस नगर में एक विसाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सुरेन्द्र साय की फोटो पर माल्यार्पण करने के साथ देश की आजादी को शहीद हुए इस महान वीर के जीवनी से सीख लेने का आह्वान किया गया। संबलपुर इलाके में प्रवल प्रतापी अंग्रेजी हुकुमत के नाक में दम कर देने वाले सुरेन्द्र साय के जीवन के कई अनछुए पहलुओं पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला

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