Sunday, January 01, 2012
अन्तर्राष्ट्रीय ओड़िशी नृत्य उत्सव- 350 कलाकारों ने भाग लि
भुवनेश्वर, vsk
पिछले 23 दिसम्बर से रवीन्द्र मण्डप व उत्कल मण्डप में चल रहा अन्तर्राष्ट्रीय ओड़िशी नृत्य उत्सव शुक्रवार को संपन्न हो गया। इस नृत्य उत्सव में एकक, डबल व समूह नृत्य में करीब 500 कलाकारों ने भाग लिया। जबकि 200 से अधिक वाद्य शिल्पी व संगीतकारों ने उनका सहयोग किया। यहां तक कि ओड़िशी पर आधारित इन 8 दिनों के मध्य आयोजित कार्यशाला में 210 विद्वानों ने यहां पहुंचकर ओड़िशी के विकास में वर्तमान देखी जा रही समस्या पर चर्चा कि। उसी तरह इस 8 दिवसीय उत्सव में भुवनेश्वर, पुरी, गंजाम, अनुगुल, ढेंकानाल, कटक, केन्द्रापड़ा, जगतसिंहपुर, भद्रक, बालेश्वर, व सुन्दरगड़ जिला के कलाकारों के साथ पश्चिम बंगाल, दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, पांडीचेरी, आन्ध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश के 350 कलाकारों ने भाग लिया है। इस साल अन्तर्राष्ट्रीय ओड़िशी नृत्य महोत्सव में विदेशी कलाकारों ने भी दर्शकों का दिल जितने में सफलता हासिल की। मलेशिया, अमेरिका, इंगलैण्ड, स्वीडेन, ताइवान, चीन, पेरू, आस्ट्रेलिया, जापान आदि देशों के 150 कलाकारों ने इस ओड़िशी नृत्य महोत्सव में शिरकत किया है।
उत्सव के अंतिम संध्या को पर्यटन व संस्कृति विभाग के सचिव अशोक त्रिपाठी, पर्यटन निदेशक हरिशंकर उपाध्याय, संस्कृति विभाग के निदेशक सुशील कुमार दास, गुरू रामहरि दास, आईपीएपी के मुख्य प्रताप दास व पूर्ण पटनायक प्रमुख अतिथि के तौर पर उपस्थित रहकर कलाकारों को प्रोत्साहित किया। उत्सव के अंतिम रजनी में सबसे पहले सुचित्रा महापात्र, सुमित्रा महापात्र व संगीता गोसाईं ने मधुराष्टक के जरिए तथा इसके बाद गुरू घनश्याम स्वांई व कलाकारों द्वारा परिवेषित ताल वृंदवाद्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद गुरु रूपश्री महापात्र व साथियों द्वारा माहारी नृत्य परिवेषण किए जाने के साथ-साथ नीलकण्ठेश्वर अनुष्ठान के छोटे-छोटे कलाकारों ने गोटीपुअ नृत्य परिवेषण किया गया। इसके बाद ओड़िशी डांस एकेडमी द्वारा पल्लवी, नृत्याभिनय कृपानिधान, रूद्राक्ष फाउण्डेशन द्वारा पल्लवी व अन्त में गुरू श्रद्धा अनुष्ठान के कलाकारों ने रामायण विषयवस्तु पर आधारित नृत्याभिनय -दशानन- परिवेषण किया।
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