Wednesday, January 18, 2012
बेलाभूमि पर्यटन विकास को लेकर एक कार्यशाला
राज्य के आर्थिक विकास के लिए बेलाभूमि पर्यटन विकास की आवश्यकता है। ओड़िशा बेलाभूमि सुरक्षा परिषद की तरफ से होटल हालीडे रिसर्ट के सम्मेलन कक्ष में बेलाभूमि पर्यटन विकास को लेकर एक कार्यशाला सम्पन्न हो गई है। इस कार्यशाला में विशिष्ट वक्ताओं ने उपरोक्त बातें कही है। वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, परिवेश विज्ञानी, होटल मालिक और पर्यटन शिल्प के साथ जुडे़ विशिष्ट लोगों ने इस कार्यशाला में भाग लेते हुए बेलाभूमि के सुरक्षा, संरक्षण तथा विकास पर महत्व दिए। केन्द्र सरकार के परिवेश तथा जंगल मंत्रालय के निदेशक डा.वी.पी.उपाध्याय इस राज्य स्तरीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिए थे। उन्होंने कहा कि बेलाभूमि में जबरदखल तथा प्रदूषण बढ़ रहा है। पुरी, गोपालपुर, कोणार्क तथा चांदीपुर बेलाभूमि को लेकर चिलका झील के विभिन्न तटीय इलाकों में नियंत्रण विज्ञप्ति का उल्लंघन किया जा रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में पुरी बेलाभूमि के महत्व स्थानीत है। इसके कारण इसका मूल्य पहचानने के लिए उन्होंने परामर्श दिया है। परिषद के अध्यक्ष जगन्नाथ बस्तिया के अध्यक्षतामें आयोजित इस कार्यशाला में आरक्षी अधीक्षक अमितेन्द्र नाथ सिन्हा बेलाभूमि को अवरुद्ध मुक्त करने के लिए मतदान किए। नगरपाल शांतिलता प्रधान सम्मानित अतिथि के रूप में भाग ली थी। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के परिवेश विशेषज्ञ शुभकांत पृष्टि, जिला पर्यटन अधिकारी विजय कुमार जेना, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष रामकृष्ण दासमहापात्र, पारादीप पौर संस्था के अध्यक्षा मंजूलता जेना, पीकेडीए के सचिव राममोहन मिश्र प्रमुख इस कार्यशाला में भाग लिए थे। संपादक रमेश प्रसाद सिंह ने स्वागत भाषण दिया। नारायण दास ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
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