भोपाल। सूर्य नमस्कार का संबंध बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य से है। किसी धर्म विशेष के फायदे के लिए हम सूर्य नमस्कार नहीं कर रहे हैं। यह एक योग का आसन है, जिसे करने से हर व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है। हमने वैसे भी कार्यक्रम को स्वैच्छिक रखा है तथा किसी पर दबाव नहीं है कि उसे जरूर करे।
यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सूर्य नमस्कार कार्यक्रम के बाद कही। वे अरेरा कॉलोनी स्थित नवीन कन्या हायर सेकंडरी (ओल्ड कैंपियन) स्कूल में सूर्य नमस्कार कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि सूर्य नमस्कार कार्यक्रम रिकार्ड के लिए भी नहीं किया जा रहा है। हमारा उद्देश्य योग शिक्षा को घर-घर तक पहुंचाना है, उसी कड़ी में इसे स्कूलों में बच्चों को करवाया जा रहा है। एक प्रश्न के जवाब में श्री चौहान ने कहा कि सूर्य नमस्कार के एक दिन सिखाने के लिए करवाया जाता है, इसके बाद बच्चे उसे अपने घर पर लगातार करते हैं। इस मौके पर स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव मनोज झालानी, राज्य शिक्षा केंद्र के आयुक्त अशोक वर्णवाल आदि ने भी मुख्यमंत्री के साथ सूर्य नमस्कार किया। आयुक्त लोक शिक्षण अरुण कौचर सहित स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और आधा दर्जन स्कूलों के विद्यार्थी इस मौके पर मौजूद थे।
दर्द सहते किया सूर्य नमस्कार: इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह ने अपने बाएं हाथ में हुए ऑपरेशन और 15 टांके लगे होने के बाद भी सूर्य नमस्कार किया। हालांकि उन्होंने अपने उद्बोधन में भी इस बात की जानकारी दे दी थी।
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