गाय के दूध में मिलेगा मछली से ज्यादा पोषण
तारीख: 6/20/2012 4:08:01 PM
वैज्ञानिकों ने पैदा की जेनेटिकली मॉडिफाइड बछिया
(विश्व संवाद केंद्र, इंद्रप्रस्थ)
लंदन, 20 जून 2012 : वैज्ञानिक इन्सान के लिए पहले से कहीं ज्यादा पौष्टिक दूध देने वाली गाय तैयार करने में कामयाब रहे हैं| उन्होंने गायों के जीन में बदलाव करके दो ऐसी बछिया पैदा की हैं, जिनमें से एक का दूध लैक्टोज पचाने में असमर्थ लोग पी सकेंगे, जबकि दूसरे के दूध में मछली से कई गुना ज्यादा ओमेगा-३ फैटी एसिड पाए जायेंगे|
मंगोलिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दो अलग-अलग प्रयोगों के दौरान यह सफलता हासिल की| पहले प्रयोग के तहत उन्होंने गाय से प्राप्त १४ भ्रूण में ‘आरकिया’ नामक जीव के जीन प्रतिरोपित किए| इसके बाद इन्हें दूसरी गायों के कोख में डाला| अप्रैल में इन गायों ने पांच बछिया को जन्म दिया, जिनका नाम ‘लक्स’ रखा गया| इनमें से तीन बछिया में ‘आरकिया’ के जीन मौजूद थे|
ये जीन लैक्टोज को साधारण शक्कर में तब्दील कर देते हैं, जिसे आसानी से हजम किया जा सकता हैं| शोधकर्ता झाउ हु आंमिन के मुताबिक ये बछिया २५ माह की उम्र में प्रजनन में सक्षम हो जाएंगी| इसके बाद उनसे कम लैक्टोज युक्त दूध प्राप्त किया जा सकेगा| हुआंमिन ने उम्मीद जताई की आनेवाले दस साल में बडे पैमाने पर ‘लक्स’ जैसी गायें पैदा की जा सकेंगी|
दूसरे प्रयोग में वैज्ञानिकों ने ऐसी गाय पैदा की, जो ओमेगा-३ फैटी एसिड से भरपूर दूध देती थी| मछली और बादाम में मुख्य रूप से पाए जाने वाले ये फैटी एसिड न केवल हृदयरोगों से बचाव में कारगर हैं, बल्कि ढलती उम्र में याददाश्त भी दुुरुस्त रखते हैं| प्रयोग दल की अगुवाई करने वाले डॉक्टर गुआंग पेंग ली ने बताया कि, ओमेगा-३ फैटी एसिड के भरपूर दूध देने वाली बछिया पैदा करने के लिए गायों से प्राप्त भ्रूण में राउंडवॉर्म के जीन डाले गए| इसके बाद इन्हें दूसरी गायों के कोख में प्रतिरोपित किया गया| इससे जन्मी बछिया ने जो दूध दिया, उसमें साधारण गायों के दूध के मुकाबले चार गुना अधिक ओमेगा-३ फैटी एसिड थे|
(दैनिक हिंदुस्थान से साभार)
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