Friday, August 10, 2012

स्वामी जी के हत्या के 4 साल बीत जाने के बावजूद हत्यारों को अब तक गिरफ्तार न किए जाने


विश्व हिन्दू परिषद द्वारा गुरुवार को समूचे ओडिशा में स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती स्मृति दिवस मनाया गया। कंधमाल के चकापाद आश्रम एवं उनके हत्या स्थल जलासपेटा में स्वामी जी की याद में एक स्मृति मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। स्वामी जी की मूर्ति वहां प्रतिष्ठा किए जाने की जानकारी स्मृति न्यास के डॉ. लक्ष्मीकांत दास ने दी है। इधर, यहां आयोजित कार्यक्रम में विहिप से जुड़े नेताओं व कार्यकर्ताओं ने स्वामी जी को श्रद्धांजलि दी। उधर, कंधमाल में उत्तेजना के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।


स्वामी जी के हत्या के 4 साल बीत जाने के बावजूद हत्यारों को अब तक गिरफ्तार न किए जाने के कारण विश्व हिन्दू परिषद के हजारों सदस्यों के बीच रोष देखा गया। इसी कारण राज्य सरकार द्वारा किसी तरह के साम्प्रदायिक दंगा न हो इसके लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए। इस अवसर पर श्री दास ने कहा कि स्वामी जी के हत्यारे आजाद को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन एक नक्सली द्वारा आत्मसमर्पण का मामला दिखाकर आन्ध्र सरकार द्वारा उसे 10 लाख रुपया पुनर्वास के लिए दिया गया है। इसके अलावा नक्सल नेता सव्यसाची पण्डा द्वारा स्वामी जी हत्या किए जाने की बात कही जा रही है। लेकिन करीब 30 से 40 हत्यारे घटना स्थल पर थे। उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है, यह सवाल उन्होंने उठाया है। पूरे राज्य में जिला एवं ब्लाक स्तर पर स्वामी जी के याद में आज स्मृति सभा आयोजित की गई। विश्व हिन्दू परिषद एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्यों ने जगह जगह पर रैली निकालते हुए स्वामी जी के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की गई। स्वामी जी के तस्वीर पर फूल माला चढ़ाकर तथा उनके स्मृति मंदिर के लिए पैसे चढ़ाकर लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि दी। उधर, स्वामी जी के श्राद्ध दिवस के चलते आज विभिन्न चर्चों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए।

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