भुवनेश्वर :
कांग्रेस शासित राज्यों से गैर कांग्रेसी राज्यों में विशेषकर भाजपा एवं इसके सहयोगी पार्टियों के सहायता से चल रही सरकार अच्छा काम कर रही है। गुजरात राज्य तो एक विकसित राज्य बन चुका है एवं इसका मुकाबला बिहार से नहीं किया जा सकता। गुजरात का मुकाबला तो चीन के साथ है। यह बात बिहार के उप-मुख्यमंत्री तथा भाजपा नेता सुशील मोदी ने कही है।
भुवनेश्वर में मीडिया को सम्बोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि बिहार, ओड़िशा जैसे राज्य तो अब विकासशील राज्य हैं। इसकी तूलना महाराष्ट्र, आन्ध्र जैसे विकासशील राज्यों के साथ किया जाना चाहिए, न कि गुजरात के साथ। बिहार तो एक डूबा हुआ राज्य था, इसे नए सिरे से विकाश किया जा रहा है। बिहार का इतिहास बताते हुए उन्होंने कहा कि 1912 तक यह बंगाल के साथ था। इसके बाद ओडिशा एवं बिहार मिलकर एक राज्य बना। 1935 तक दोनों राज्यों की राजधानी पटना में थी। इसी लिए ओड़िशा एवं बिहार का संपर्क काफी पुराना है। भ्रष्टाचार के कारण कांग्रेस शासित राज्यों का विकाश नहीं हो पा रहा है। दो बार लोग कांग्रेस को चुन चुके हैं। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के साथ इस सरकार की कोई तूलना नहीं की जा सकती है। उस समय देश का जो विकाश हुआ था, वह दो बार चुने जाने के बाद भी कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार नहीं कर पाई। इसी कारण एल.के.आडवाणी ने अपने ब्लाग में लिखा था कि अगली बार कांग्रेस को 100 सीटें भी नहीं मिलेगी। सरकार तो सिर्फ कांग्रेस या भाजपा ही चलाने में समक्ष है। मोरारजी देशाई एवं चरण सिंह सरकार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बाकी दलों द्वारा देश में सरकार चलाना सम्भव नहीं है। इसी कारण अगले चुनाव के बाद दिल्ली में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार बनना सुनिश्चित है। भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, बिहार एवं पंजाब में बार बार उनकी सरकार को लोग इसलिए चुन रहे हैं कि इन राज्यों में शांति एवं प्रगति हो रही है। आसाम एवं मुम्बई में हुए घटनाओं की निंदा करते हुए श्री मोदी ने कहा कि दोनों जगह कांग्रेस की सरकार है। बंगलादेशी घुसपैठियों एवं आसाम के स्थानीय आदिवासियों के बीच संघर्ष हो रहा है। इसी कारण घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बंगलादेश भेज देना चाहिए। लेकिन वोट के चलते केन्द्र सरकार इन्हें आश्रय दे रही है। आसाम के मुख्यमंत्री कांग्रेसी मुख्यमंत्री होते हुए स्वयं केन्द्र सरकार पर लांछन लगा रहे हैं कि फोर्स भेजने के लिए केन्द्र ने देरी कर दी। आसाम घटना को लेकर मुम्बई में जो कुछ हुआ, उसे उन्होंने दुर्भाग्यजनक बताया। श्री मोदी भुवनेश्वर में चल रहे टैक्स सलाहकारों के एक सेमीनार में भाग लेने के लिए रविवार सुबह पहुंचे। हवाई अड्डे से श्री मोदी सीधे भाजपा कार्यालय पहुंचे। वहां पर भाजपा के राज्य अध्यक्ष जुएल ओराम, पूर्व मंत्री विश्व भूषण हरिचन्दन, सूरमा पाढ़ी, कनक बर्द्धन सिंहदेव प्रमुखों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। वहां भी भाजपा नेताओं को सम्बोधित करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि अगली सरकार भाजपा की ही बनेगी। इसके लिए सभी नेताओं को प्रयास करने के लिए उन्होंने आह्वान किया। लेकिन जब उन्हें नवीन पटनायक सरकार के बारे में पूछा गया तो मोदी कन्नी काटते नजर आए। उन्होंने यही कहा कि भाजपा एवं भाजपा के साथ गठबन्धन कर काम करने वाली सरकार पूरे देश में बेहतर प्रदर्शन कर रही है। लेकिन 11 साल तक बीजद एंवं भाजपा गठबन्धन ओडिशा में भी रहा तो ओडिशा की अब क्या स्थिति के बारे में पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि वे यहां के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं। इसी लिए इस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा। गौरतलब है कि ओडिशा में भाजपा-बीजद गठबन्धन टूट जाने के कारण अब ओडिशा विधानसभा में भाजपा एवं कांग्रेस विपक्ष का काम कर रहे हैं। भाजपा, बीजद का विरोध कर रहा है। इसी कारण मोदी नवीन पटनायक सरकार पर कुछ भी बोलने से बचते रहे।
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