बालेश्वर : मिसाइल परीक्षण के क्षेत्र में विश्व के गिने-चुने देशों में शामिल हो चुका है अपना भारत। आज पूरे विश्व में मिसाइलों के परीक्षण की होड़ सी लगी है। ऐसे में अपना देश भला पीछे कैसे रहता। सारा विश्व जानता है कि अब बंदूक व तोप से ज्यादा महत्व मिसाइलों यानी प्रक्षेपास्त्रों का है। पेश है देश की सेनाओं को मिल चुके प्रक्षेपास्त्रों का ब्यौरा।
अग्नि-1 : परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम। 15 मीटर लंबी, 1 मीटर चौड़ी, 12 टन वजन व 1000 किग्रा. वजन तक विस्फोटक ढोने की ताकत। 700 से 900 किमी. तक मार करने की क्षमता।
अग्नि-2 : परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम। 21 मीटर लंबी, 1 मीटर चौड़ी, 17 टन वजन व 1000 किग्रा. विस्फोटक ढोने की ताकत। 2000 किमी. तक मार करने की क्षमता।
अग्नि-3 : परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम यह मिसाइल 17 मीटर लंबी, 2 मीटर चौड़ी, 50 टन वजन व 1.5 टन विस्फोटक ढोने की क्षमता रखती है। 3500 किमी. तक मार करने की ताकत है इसकी।
अग्नि-4 : परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम यह मिसाइल 20 मीटर लंबी, 1 मीटर चौड़ी, 17 टन वजन व 1 एक टन विस्फोटक ढोने की क्षमता तथा 3 हजार किमी. मार करने की ताकत रखती है।
अग्नि-5 : अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल। 17.5 मी. लंबी, 2 मीटर चौड़ी, 50 टन वजन व 1 टन विस्फोटक ढोने की ताकत तथा 5000 किमी. तक मार करने की क्षमता रखती है। ये सभी मिसाइलें अग्नि श्रृंखला की हैं।
पृथ्वी : यह प्रक्षेपात्र 9 मीटर लम्बा, 1 मीटर चौड़ा, 4600 किग्रा. वजन व 500 किग्रा. विस्फोटक ढोने की ताकत एवं 350 किमी. मार करने की क्षमता रखता है।
ब्रह्मंाोस क्रूज मिसाइल : 8.4 मीटर लंबी, 0.6 मीटर चौड़ी, 3000 किग्रा. वजन व 300 किग्रा. विस्फोटक ढोने की ताकत तथा 290 किमी. मार करने क्षमता रखती है।
धनुष मिसाइल : 750 किग्रा. वजन तक विस्फोटक ढोने की ताकत व 250 किमी. तक मार करने की क्षमता रखती है।
अस्त्र मिसाइल : 15 किग्रा. वजन तक विस्फोटक ढोने तथा 30 किमी तक मार करने की क्षमता रखती है।
प्रहार मिसाइल : यह एक साथ अपने साथ 6 मिसाइलों को लाद सकती है। इसकी प्रहार क्षमता 150 किमी. तक है।
शौर्य मिसाइल : यह 1 टन विस्फोटक ढोने की क्षमता व 700 किमी. तक मार करने की ताकत रखती है।
आकाश मिसाइल : 60 क्रिग्रा. विस्फोटक ढोने की ताकत व 25 किमी. तक मार करने की क्षमता रखती है।
इंटर सेप्टर मिसाइल : यह किसी भी बैलेस्टिक मिसाइल को नष्ट करने में सक्षम है।
मिसाइलें मुख्यत: दो प्रकार की होती हैं- बैलेस्टिक व क्रूज। भारत में परीक्षण की गई सभी मिसाइलें बैलेस्टिक हैं। केवल ब्रह्मंाोस मिसाइल ही क्रूज है। आज अपने देश की सेना के पास 1 दर्जन से ज्यादा मिसाइलों का बेड़ा है। आने वाले दिनों में और ज्यादा शक्तिशाली मिसाइलों का परीक्षण किए जाने की सम्भावना है। रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन(डीआरडीओ) ंव अंतरिम परीक्षण परिषद (आइटीआर) से जुड़े वैज्ञानिकों व अधिकारियों की दूरदृष्टि, कड़ी मेहनत व पक्के इरादों ने देश को नई ताकत दी है। जाहिर है कि आज मिसाइलें देश की ताकत बन चुकी हैं। इनसे साबित होता है कि हम आने वाले दिनों में जरूर कामयाब होंगे। चाहे किसी भी दुश्मन से मुकाबला हो, अपना देश अब ईट का जवाब पत्थर से देने में सक्षम है।
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