Thursday, October 10, 2013

शिरपुरमें (जनपद बासिममें ) धर्मांधोंद्वारा नवरात्रिके आरंभमें ही श्री दुर्गादेवीकी शोभायात्रापर पथराव !

शिरपुरमें (जनपद बासिममें ) धर्मांधोंद्वारा नवरात्रिके आरंभमें ही श्री दुर्गादेवीकी शोभायात्रापर पथराव !

  

October 10, 2013 
Ashwin Shuklapaksha Shashthi, Kaliyug Varsha 5115
  • हिंदुओंद्वारा कडा बंद

  • १० धर्मांध नियंत्रणमें

  • हिंदुओ, ‘हिंदू राष्ट्र’की अपरिहार्यताको जानें !

  • धर्मांध बारबार हिंदुओंकी शोभायात्राओंपर आक्रमण करते हैं, जबकि हिंदू केवल बंदका पालन कर शांत रह जाते हैं ! हिंदुओ, ऐसा प्रभावी संगठन बनाएं जिससे कि धर्मांध आपके उत्सव एवं शोभायात्राओंकी ओर कुदृष्टि डालनेका साहन न दिखाएं !

शिरपुर (जनपद बासिम) : मालेगांव तहसीलके शिरपुरमें नवरात्रिके प्रथम दिन ५ अक्तूबरको ही धर्मांधोंद्वारा श्री दुर्गादेवीकी शोभायात्रापर पथराव किया गया । (आजतकके वैचारिक रूपसे सुन्नत शासकोंद्वारा धर्मांधोंकी चापलूसीके कारण ही धर्मांधोंकी ऐसी दृढता हो गई है कि वे कुछ भी करें कोई उनका कुछ बिगाड नहीं सकता । इसीलिए वे ऐसे कृत्य करनेका साहस दिखाते हैं ! इस स्थितिमें परिवर्तन करने हेतु ‘हिंदू राष्ट्र’ ही चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)इस संदर्भमें पुलिसद्वारा १० धर्मांधोंको बंदी बनाया गया है तथा इस घटनाके निषेधार्थ हिंदुओंने ६ अक्तूबरको कडा बंद रखा था ।
१. यहांके वीरशैव नवदुर्गा उत्सव मंडलकी श्री दुर्गादेवीकी मूर्तिको शोभायात्राद्वारा वाहनसे बाजे गाजेके साथ लाया जा रहा था ।
२. धर्मांधोंकी बस्तीसे जाते समय धर्मांधोंने शोभायात्रा वाहनको रोका एवं उसपर पथराव कर उसके कांच फोड दिए ।
३. इससे गांवका वातावरण संतप्त हुआ । रात्रि ९ बजे ग्रामवासी एवं वीरशैव मंडलके अध्यक्ष श्री. प्रवीण गाडेने पुलिस थानेमें परिवाद प्रविष्ट किया । (किसी घटनाके समय अन्य धर्मियोंद्वारा परिवाद प्रविष्ट न करनेके पश्चात भी हिंदुओंपर तत्परतासे कार्यवाही करनेवाली पुलिस हिंदुओंकी शोभायात्राओंपर आक्रमण होनेपर हिंदुओंके परिवाद प्रविष्ट करनेकी प्रतीक्षा क्यों करती है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
४. पुलिसने अतिरिक्त पुलिसबल मंगवाकर शोभायात्रापर पथराव करनेवाले बब्बू दुकानदार, आशुखान रशीद खान, ताहेरखान उस्मानखान, सय्यद अय्यास सय्यद अली, सय्यद सादिक सय्यद शौकत, हसन खान, लतीफ खान, शेख आजम शेखर रहीम, सादीक खान अब्बास खान तथा कल्याण खानको बंदी बनाया तथा उनके विरुद्ध भा.दं.वि. कलम १४३, १४७, १४९, २९६, ३३६, ३४, २९५, ४९७ के अनुसार अपराध प्रविष्ट किया गया ।
५. इस घटनाके विरुद्ध ६ अक्तूबरको अन्य धर्मांधोंने पुलिस थानेमें जाकर सभी धर्मांधोंको मुक्त करनेकी मांग की ।(हिंदुओ, धर्मांधोंसे संगठित होना सीखें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) परंतु पुलिसने कहा कि जांचके उपरांत ही अपराधियोंपर कार्यवाही की जाएगी ।

No comments: