Friday, September 30, 2016

ब्रिगेडियर गगनेजा की हत्या से हम दुखी हैं, परंतु निराश नहीं – डॉ. कृष्णगोपाल जी

जालंधर (विसंकें). 22 सितंबर को स्वर्गवासी हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंजाब प्रांत सह-संघचालक ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा जी के श्रद्धांजलि समारोह में असंख्य लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए. इस अवसर पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह जी ने लोगों को अश्वस्त किया कि गगनेजा जी के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उन्हें समुचित दंड भी मिलेगा. गगनेजा जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो को हत्याकांड की निष्पक्ष जांच करने को कहा है और शीघ्र परिणाम सामने आने की संभावना है. गगनेजा जी की हत्या के बाद से ही केंद्र सरकार राज्य सरकार के निरंतर संपर्क में है. उन्हीं की सिफारिश पर जांच केंद्रीय जांच एजेंसी को दी गई है.
समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल जी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा जी का देहांत केवल संघ के लिए ही नहीं, बल्कि देश के लिए बड़ी क्षति है. इस तरह की घटनाएं हमें दुखी तो कर सकती हैं, परंतु निराश नहीं. पंजाब वीरोंभक्ति,शक्तिमीरी-पीरी की धरती है. यह धरती तपस्वियों व बलिदानियों की है. गुरुओं-पीरों की इस धरती पर लोग अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों के लिए जीते हैं. संघ ने एकरस और समरस समाज का सपना देखा है और इसके लिए निरंतर प्रयास कर रहा है. इस प्रयास को तोड़ने के लिए पंजाब में कई बार संघ के स्वयंसेवकों पर हमले भी हुए. स्वयंसेवकों ने अपने प्राणों की आहूति दी, परंतु सांप्रदायिक सौहार्द पर आंच नहीं आने दी. हर तरह के आघात सह कर भी संघ अपने लक्ष्य की ओर निरंतर अग्रसर रहेगा.
पंजाब के उप-मुख्यमंत्री स. सुखबीर सिंह बादल जी ने कहा कि पंजाब ने अतीत में कई तरह के संकटों को झेला है, परंतु समाज की एकताभाईचारा और सांप्रदायिक सौहार्द के चलते दुश्मनों की हर साजिश नाकाम हुई है. आज हमें फिर इसी एकता के बल पर समाज को तोड़ने वालों को परास्त करना है. वे जब भी गगनेजा जी से मिलते थे तो उनका दृष्टिकोण समाज कल्याण व देशहित के प्रति बिलकुल स्टीक व स्पष्ट रहता था. उनका मानना था कि वे हर हमला बर्दाश्त कर सकते हैं, परंतु देश पर कोई हमला बर्दाश्त नहीं होगा, चाहे इसके लिए हमें कितने भी बलिदान क्यों न देने पड़ें. पंजाब प्रांत के संघचालक स. बृजभूषण सिंह बेदी जी ने गगनेजा जी परिवार के साथ संवेदना प्रकट करते हुए सरकार से मांग की कि ब्रि. गगनेजा जी की हत्या की जांच राजनीति की भेंट नहीं चढऩी चाहिए और दोषियों को कानून अनुसार सजा मिलनी चाहिए ताकि असामाजिक तत्वों को सबक सिखाया जा सके.
समारोह को संघ के उत्तर क्षेत्र के संघचालक बजरंग लाल गुप्त जीकेंद्रीय मंत्री व भाजपा के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला जीजम्मू-कश्मीर के संघचालक ब्रिगेडियर सुचेत सिंह जीहरियाणा के संघचालक मेजर करतार सिंह जीगगनेजा जी के पड़ोसी कर्नल बेअंत सिंह जीलुधियाना विभाग के संघचालक फूलचंद जैन जीडॉ. गुरप्रीत वांडरमहंत गंगादास जी ने भी संबोधित किया. दिवंगत गगनेजा जी के सपुत्र कर्नल राहुल गगनेजा जी ने परिवार की ओर से आए हुए लोगों का आभार जताया.
इस अवसर पर संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य अशोक प्रभाकरउत्तर क्षेत्र के प्रचारक प्रमुख रामेश्वरभाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलालसंघ के पंजाब प्रांत के कार्यवाह विनय कुमार जीस्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक कश्मीरी लाल जी,पंजाब प्रांत प्रचारक प्रमोद कुमार जी, भाजपा के प्रदेश प्रभारी प्रभात झाभाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्नामहंत बंसी दास जीमहंत रमेशदास जी दातारपुरमहंत सूर्य प्रताप माछीवाड़ासंत बलबीर सिंह सींचेवालस्वामी उमेशानंद जीस्वामी चिन्मयानंद जीस्वामी सजनानंद जीसंत निर्मलदास जीठाकुर दलीप सिंह जी राणिया हरियाणाभैणी साहिब के प्रतिनिधि रछपाल सिंहसुरेंद्र सिंहउदेयन आर्य करतारपुरसहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे.
मंच संचालन प्रिंसिपल देसराज शर्मा, नरेंद्र शर्मा ने किया. इस अवसर पर गगनेजा जी की धर्मपत्नी सुदेश गगनेजाबेटी कोमल चुघशीतल रामपालश्वेता गगनेजामोहित चुघडॉ. प्रशांत रामपाल,सहित अन्य परिजन उपस्थित थे. सभी उपस्थित लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन व पूर्णाहुति मंत्र के साथ श्रद्धांजलि दी.


Thursday, September 29, 2016

RSS Congratulates Indian Army

29 September, 2016

RSS Congratulates Indian Army


In a statement issued by Dr. Manmohan Vaidya, RSS Akhil Bharatiya Prachar Pramukh, said,

"By conducting successful surgical strikes on terrorists launching pads in PoJK, Indian Army has proved its capability. Congratulations Indian Army. Keeping aside our internal differences, the entire country is in support of the Indian Government in any such action."


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सर्जिकल हमले पर सरकार को मिला सभी दलों का समर्थन

सर्जिकल हमले पर सरकार को मिला सभी दलों का समर्थन

नई दिल्ली, 29 सितम्बर  । पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद केंद्र सरकार ने गुरूवार को सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी दलों को हमले की विस्तृत जानकारी दी। सभी दलों ने सेना के इस साहसिक अभियान की प्रशंसा करते हुए देश की सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार को समर्थन दिया। लगभग 45 मिनट चली इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने की। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी दलों के नेताओं को फोन कर बैठक के लिए बुलाया था। 
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज बड़े राजनीतिक दलों के नेताओं को नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों पर सेना के लक्षित हमले के आलोक में स्थिति के बारे में बताया।
डीजीएमओ की इस घोषणा के बाद कि कल रात आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमला किया गया, सिंह ने आनन-फानन में बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की।
इस बैठक में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मौजूद थे। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, माकपा नेता सीताराम येचुरी, जदयू नेता शरद यादव, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और राकांपा नेता शरद पवार आदि ने उसमें हिस्सा लिया।

पंजाब के सीमावर्ती जिलों के लिए एक-एक करोड़ मदद जारी

पंजाब के सीमावर्ती जिलों के लिए एक-एक करोड़ मदद जारी

चंडीगढ़, 29 सितम्बर()। पंजाब सरकार ने भारत-पाक सीमा से सटे राज्य के छह जिलों के लोगों को अस्थाई आवास सुविधा प्रदान करने के लिए एक-एक करोड़ रुपए की धनराशि तत्काल प्रभाव से जारी कर दी है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज शाम पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ फोन पर बातचीत की जिसके बाद मुख्यमंत्री ने बीमार होने के बावजूद राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव तथा पुलिस महानिदेशक के साथ आपात बैठक की।


बैठक के दौरान मुख्य सचिव सर्वेश कौशल और डीजीपी सुरेश अरोडा के साथ मौजूदा स्थिति का जायजा लेते हुए बादल ने फिरोजपुर, फाजिल्का, अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर और पठानकोट जिलों के उपायुक्तों और जिला पुलिस मुखियों को सीमावर्ती जिलों में 10 किलोमीटर के समूचे क्षेत्र को खाली कराने की प्रक्रिया पर नजर रखने के निर्देश दिए।

भारत द्वारा कल रात नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल हमलों के बाद सरकार ने पंजाब से पाकिस्तान से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा से 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों से लोगों को तत्काल हटाने को कहा है। पंजाब के छह जिलों की सीमाएं पाकिस्तान से लगती हैं।

अधिकारियों ने कहा कि अटारी सीमा पर होने वाला बीटिंग र्रिटीट समारोह भी आज आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है।उन्होंने बताया कि सीमा क्षेत्रों में स्कूलों को भी अगले आदेश तक बंद रखने को कहा गया है।



बादल ने उपायुक्तों को कैंप स्थापित करने के लिए उचित स्थानों की पहचान करने के लिए कहा है ताकि खाली करवाए जाने वाले क्षेत्र के किसी भी नागरिक को असुविधा और मुश्किल नहीं आनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने संबंधित कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों के साथ भी निजी रूप से बातचीत की और उन्हें सीमावर्ती जिलों के अपने विधानसभा क्षेत्रों में ही रहने और जिला प्रशासन के साथ नजदीकी तालमेल बनाकर रखने के लिए कहा, ताकि खाली कराए जाने वाले गांवों के निवासियों को सुरक्षित लाया जा सके।
बादल ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि वह ताजा हालात से निपटने के लिए छह सीमावर्ती जिलों के उपायुक्त्तों को एक-एक करोड़ रूपए शीघ्र जारी कराएं। मुख्यमंत्री ने सर्जिकल आपरेशन के बाद सीमा पर पैदा हुई स्थिति और भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा दी सलाह का जायजा लेने के लिए आज सायं छह बजे मंत्रिमंडल की हंगामी बैठक बुलाई है। देश की एकता-अखंडता की रक्षा के लिए पंजाबियों द्वारा दिखाई गई देशभक्ति की भावना को याद करके हुए बादल ने अब फिर उसी भावना का प्रगटावा करने की लोगों से अपील की।
मुख्यमंत्री के आदेश पर डीजीपी, लॉ एंड आर्डर हरदीप सिंह ढिल्लों को पठानकोट भेज दिया गया है ताकि वह वहां से पूरे बार्डर क्षेत्र पर नजर रख सकें। इस बीच, सरकार ने शुक्रवार को होने वाली सब इंस्पेक्टरों की भर्ती स्थगित कर दी है।


पीओके में भारत का सर्जिकल ऑपरेशन, 38 आतंकी मारे गए

पीओके में भारत का सर्जिकल ऑपरेशन, 38 आतंकी मारे गएनई दिल्ली, 29 सितम्बर । पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर पर भारतीय सेना के सर्जिकल हमले में सेना की पांच क्रैक टीमें शामिल थी। खासतौर पर सात आतंकी कैम्पों को निशाना बनाकर किए गए इस हमले में 38 आतंकी मारे गए। यह हमला सीमापार एक से तीन किलोमीटर तक सीमित था। एक क्रैक टीम में 25 कमांडो होते हैं।उरी आतंकी हमले को लेकर भारत ने बड़ा ऐक्शन लिया है। भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के नजदीक बीती रात आतंकियों के 7 ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके कई आतंकवादियों को ढेर कर दिया। भारतीय डीजीएमओ की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गुरुवार को यह जानकारी दी गई।  
सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थित सात आतंकी शिविरों को सर्जिकल हमलों में निशाना बनाया। यह अभियान हेलीकॉप्टर और जमीनी बलों की मदद से चलाया गया। ऑपरेशन साढ़े 12 बजे रात में शुरु हुआ जो सुबह साढे चार बजे तक चला । यह अभियान नियंत्रण रेखा के पार दो-तीन किलोमीटर तक के इलाके में चलाया गया।
बताया जा रहा है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक में 30 से 35 आतंकी ढेर हो गए। ऑपरेशन को अंजाम देने वाले भारतीय कमांडो हेलीकॉप्टर से उतरे और रेंगते हुए दाखिल हुए। सूत्रों के मुताबिक कमांडो 2 किलोमीटर तक रेंगते हुए गए और उसके बाद उन्होंने आतंकी ठिकानों पर हमला बोल

.उड़ी हमले के 10 दिन बाद इंडियन आर्मी ने गुरुवार को बड़ा खुलासा किया। पहली बार लाइन ऑफ कंट्रोल पार किया और पाक के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड्स को तबाह कर दिया। आर्मी ने आंकड़े तो नहीं बताए, लेकिन माना जा रहा है कि सर्जिकल कमांडो स्ट्राइक में कुल 38 अातंकी मारे गए। पीओके के 2 किमी अंदर 7 आतंकी कैम्प तबाह कर दिए गए। इस दौरान क्रॉस फायरिंग में पाक आर्मी के भी 2 सैनिक मारे गए। भारत के इस एलान के बाद पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने कहा कि हम अमन चाहते हैं। भारत इसे हमारी कमजोरी न समझे। बता दें कि 45 साल में छठी बार ऐसा हुआ है कि हमारी सेना ने सीमाओं के पार जाकर ऐसी कार्रवाई की है। डीजीएमओ ने क्या किया खुलासा...

- डीजीएमओ रणवीर सिंह ने कहा, ''कल बहुत ही भरोसेमंद और पक्की जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकी एलओसी के साथ लॉन्च पैड्स के अंदर इकट्ठा हुए हैं। वे इस इरादे के साथ इकट्ठा हुए थे कि घुसपैठ कर सीमा के इस तरफ जम्मू-कश्मीर के अंदर या भारत के अहम शहरों में आतंकी हमले कर सकें।"
- "यह खबर मिलने के बाद भारतीय सेना ने कल रात आतंकियों के लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक किए। इसका मकसद आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करना था जो हमारे देश के लोगों को नुकसान पहुंचाना चाहते थे।"
- "हमारे सर्जिकल स्ट्राइक में कई आतंकी मारे गए। एलओसी पार उन्हें भारी नुकसान पहुंचा। यह ऑपरेशन अभी खत्म हो गया है। इसका मकसद आतंकियों से निपटना था। हमारा तुरंत ऐसा कोई ऑपरेशन दोबारा चलाने का इरादा नहीं है। लेकिन भारतीय आर्म्ड फोर्सेस किसी भी आपात स्थिति का जवाब देने को पूरी तरह तैयार है।"
- "मैंने पाक के डीजीएमओ से बात कर उन्हें कल रात के ऑपरेशन की जानकारी दी। हम किसी भी सूरत में आतंकियों को एलओसी के पार बेझिझक हरकत नहीं करने दे सकते। हमें यह गवारा नहीं होगा कि आतंकी हमारे देश के अंदर किसी भी नागरिक को नुकसान पहुंचाएं।"
- "पाक ने जनवरी 2004 में भराेसा दिलाया था कि वे अपनी सरजमीं का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं होने देंगे। हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान अपने वादे पर कायम रहेगा और को-ऑपरेट करेगा।"
कैसे हुआ सर्जिकल स्ट्राइक?
- इंडियन आर्मी के पैरा कमांडोज ने एलओसी पारकर इसे अंजाम दिया। एयरफोर्स की मदद नहीं ली गई। सिर्फ पैरा कमांडो शामिल थे, जिन्हें एलओसी तक हेलिकॉप्टरों के जरिए पहुंचाया गया।
- बुधवार-गुरुवार दरमियानी रात 12.30 बजे यह ऑपरेशन शुरू हुआ जो 4 घंटे चला। 7 आतंकी कैम्प पर सर्जिकल स्ट्राइक किए गए। हमारे कमांडो पाक के कब्जे वाले कश्मीर में 2 किमी अंदर तक घुस गए। 38 आतंकी मार गिराए।
- पाकिस्तान इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन्स ने माना कि भारत ने एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ भिम्बेर, हाॅटस्प्रिंग, केल और लिपा सेक्टर में हमला किया।
- बताया जा रहा है कि भारतीय कमांडोज का जवाब देने पाक आर्मी आगे आई, लेकिन काउंटर ऑपरेशन में पाक के भी दो सैनिक मारे गए।
क्या है सर्जिकल स्ट्राइक
- सर्जिकल स्ट्राइक में सेना गुपचुप तरीके से सीमा के पार जाकर ऑपरेशन को चुनिंदा ठिकानों पर अंजाम देती है। अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को भी ऐसे ही मारा था।

कितनी अहमियत रखता है यह खुलासा?
(a) पहली बार एलओसी पार की:
 भारत-पाक के बीच 1949 में कराची एग्रीमेंट के बाद सीजफायर लागू हुआ था। तब से 775 किमी की रेखा सीजफायर लाइन कहलाने लगी। 1971 में इसे एलओसी नाम दिया गया। तब से अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि हमारी आर्मी ने एलओसी पार किया है।
(b) पहली बार खुलकर एलान:यह भी पहली बार हुआ है कि पाक के मामले में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की बात पहली बार खुलकर कबूल की है। पिछले साल म्यांमार में जब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक किया था, तब भारत ने खुलकर इस बारे में कुछ नहीं कहा था।
(c) मनमोहन, सोनिया को बताया:मोदी सरकार और आर्मी ने इसे कितने बड़े पैमाने पर कबूल किया है, इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, जम्मू-कश्मीर के गवर्नर और सीएम को भी जानकारी दी गई। सुषमा स्वराज ने सोनिया गांधी से मुलाकात की। वहीं, राजनाथ सिंह ने सभी राज्यों के सीएम को फोन कर बताया।

Wednesday, September 28, 2016

देशभक्ति की भावना अपनत्व से आती है – आलोक कुमार जी

मेरठ (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिमी उत्तर प्रदेशक क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक आलोक कुमार जी ने कहा कि हमेशा देश-समाज को केन्द्र बिन्दु मान कर युवा अपने देश को योगदान दें. युवाओं को बस मन बदलने की जरुरत है, सारी चीजें आसान हो जाएंगी. वे मेरठ महानगर की ओर से आयोजित युवाओं के एक कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि देशभक्ति की भावना अपनत्व से आती है, जो अपनों का सम्मान नहीं करता, संसार में उसे कहीं भी सम्मान नहीं मिलता. इसीलिए गांव, मोहल्ला, शहर, राज्य, देश, धर्म, संस्कृति सबको अपना मानकर युवाओं को देशहित में कार्य करने की आवश्यकता है और यदि हमने इनको अपना मानकर सम्मान करना सीख लिया तो हमें संसार में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. संघ की शाखा में खेलों के माध्यम से देश के प्रति यही अपनत्व का भाव सिखाया जाता है.
25 सितम्बर 2016 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मेरठ महानगर द्वारा महाविद्यालयीन विद्यार्थियों का “YOUTH SUMMIT” सनातन धर्म इंटर कॉलेज, सदर मेरठ में आयोजित किया गया. जिसमें 650 से ज्यादा विद्यार्थियों ने भाग लिया. कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रातः 7 बजे शाखा के साथ हुआ. जिसमें शारीरिक व्यायाम, समता तथा खेल आदि का अभ्यास किया गया. YOUTH SUMMIT में गिनीज बुक में रिकार्ड दर्ज करने वाले “मेमॉरी गुरु” के नाम से विख्यात सुधांशु मित्तल विद्यार्थियों के आकर्षण का केंद्र रहे. मेमॉरी गुरु ने छात्रों को मेमॉरी बढ़ाने के टिप्स सिखाये.  YOUTH SUMMIT में विद्यार्थियों के सन्मुख संघ के नए गणवेश का प्रदर्शन भी किया गया. मंचासीन अतिथियों में मेरठ प्रान्त संघचालक सूर्यप्रकाश टोंक जी, तथा मेरठ महानगर के  महानगर संघचालक विनोद भारतीय जी का सान्निध्य प्राप्त हुआ.

Tuesday, September 27, 2016

प्रांत सम्मेलन में घरेलू उद्योगों, नदियों के संरक्षण को प्रस्ताव पारित किया

होशंगाबाद (विसंकें). स्वदेशी जागरण मंच मध्यभारत का प्रांत सम्मेलन होशंगाबाद में स्वयंवरम गार्डन में संपन्न हुआ. प्रांत  सम्मेलन में स्वदेशी जागरण मंच के उत्तर भारत संगठक तथा अखिल भारतीय सह विचार मंडल प्रमुख सतीश जी उपस्थित रहे. होशंगाबाद जिले के जिला संघचालक सेठा जी भी उपस्थित रहे. सम्मेलन में सतीश जी ने स्वदेशी जागरण मंच के आंदोलनों तथा सफलताओं के इतिहास के विषय में विस्तृत चर्चा की. मंच के प्रांत संयोजक अरशेन्द्र जी ने एकात्म मानव दर्शन ही संपोषित विकास का आधार विषय पर व्याख्यान दिया. सम्मेलन में अन्य वक्ताओं ने भी विषय प्रस्तुत किया. होशंगाबाद जिले के जिला संयोजक योगेश सेठा जी ने अतिथि परिचय करवाया तथा संघचालक जी के उद्बोधन उपरांत सभी का आभार व्यक्त किया.
स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत सम्मेलन में पारित पहला प्रस्ताव यह है कि सन् 1991 से जब देश ने विश्व व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, तब से लेकर आज पर्यंत तक मध्यप्रदेश में विशेष रुप से मध्य भारत में कितने देसी उद्योग धंदे कारखाने बंद हुए हैं. इसका एक आंकलन शासन द्वारा किया जाना चाहिए तथा उनके पुनः प्रारंभ होने तथा उनकी सहायता करने हेतु एक समिति गठित कर उसकी रिपोर्ट प्रकाशित करनी चाहिए.
दूसरा प्रस्ताव पर्यावरण एवं नदियों के संरक्षण हेतु पारित किया गया. मध्य भारत में नर्मदा जैसी पवित्र नदियां भी रेत उत्खनन तथा अन्य कारणों से प्रदूषित हो रही है तथा इसका पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. छोटी नदियों को बड़ी नदियों से जोड़ने की भी आवश्यकता है, जिससे अधिकांश क्षेत्रों में जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके. मंच ने शासन से मांग की कि इस हेतु एक कार्य योजना का शीघ्र बनाया जाना आवश्यक है. स्वदेशी जागरण मंच ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है तथा पिछले वर्ष भोपाल में  प्रांत सम्मेलन में मंच ने सौर ऊर्जा हेतु शासन से आग्रह किया था, यद्यपि शासन ने इस हेतु प्रारंभिक कार्य आरंभ कर दिए हैं तथापि मंच शासन से यह मांग करता है कि प्रत्येक जिला स्तर पर सौर ऊर्जा के तकनीकी जानकारी तथा सहायता उपलब्ध करवाने हेतु केंद्र खोले जाने की आवश्यकता है जिससे अधिक से अधिक लोग अपने घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर सौर ऊर्जा का उत्पादन कर  सकें.

बैहर में पुलिस कर्मी जियाउल ने की संघ कार्यालय में घुसकर जिला प्रचारक से मारपीट

शिकायत पर एएसपी, टीआई, एएसआई के खिलाफ मामला दर्ज
बालाघाट. बालाघाट जिले के बैहर थाना प्रभारी जियाउल हक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक सुरेश पुत्र भागीरथ यादव के साथ मारपीट की. घटना के बाद से बैहर क्षेत्र में संघ कार्यकर्ताओं में रोष बढ़ गया है. संघ के प्रचारक सुरेश जी की शिकायत पर एएसपी राजेश शर्मा, निरीक्षक जियाउल हक, उपनिरीक्षक अनिल अजमेरिया, सुरेश व अन्य के खिलाफ धारा 294, 323, 506, 147, 392, 307,452 के तहत अपराध दर्ज किया गया है. इसी तरह स्वामी प्रसाद पिता स्व. मनोहर असाटी की शिकायत पर एएसपी राजेश शर्मा, एसआई अनिल अजमेरिया सहित अन्य सात-आठ के खिलाफ धारा 294, 323, 506, 452, 147 के तहत अपराध दर्ज किया गया है. घटना की सूचना मिलते ही एसपी डॉ. असित यादव भी बैहर पहुंचे थे. उन्होंने बैहर पहुंचकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली. फिलहाल बैहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
सुरेश यादव के अनुसार 25 सितम्बर की रात्रि करीब 8 बजे वे बैहर स्थित संघ कार्यालय में एक बैठक में उपस्थित थे. बैठक में जिला कार्यवाह चित्रसेन चौधरी, सह विभाग प्रचारक राकेश, प्रांत ग्राम विकास प्रमुख विजय विश्वकर्मा भी मौजूद थे. उस समय एएसपी राजेश शर्मा, टीआई जियाउल हक, एसआई अनिल अजमेरिया, एएसआई सुरेश, आरक्षक उइके,पंद्रे, एसएएफ सहित अन्य छह पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे.
उनके साथ नवाब खान उर्फ शेरा, सज्जू खान, दानिश खान, आदिल खान उर्फ बंटी, शाहीद खान, फरीद खान उर्फ राजा खान सहित अन्य भी पहुंचे थे. सभी ने संघ कार्यालय में घुसकर उनके साथ अश्लील गाली-गलौज की और मारपीट करते हुए वाहन में बैठा लिया. इसके बाद थाने लेकर गए, जहां थाने के सामने भी मारपीट करने लगे. तभी वे अपनी जान बचाकर एक मेडिकल स्टोर में चले गए. टीआई ने मेडिकल स्टोर में भी उनके साथ मारपीट की. वहीं थाने में लाकर पुन: मारपीट की, जिससे वे बेहोश हो गए.
मारपीट से घायल हुए संघ प्रचारक सुरेश यादव को तत्काल ही जिला चिकित्सालय में लाकर भर्ती किया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद जबलपुर रेफर कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में भाजपा नेता, संघ से जुड़े पदाधिकारी भी जिला चिकित्सालय में पहुंचे.
इधर, मारपीट के विरोध में सोमवार की सुबह से लेकर दोपहर तक बैहर पूरी तरह से बंद रहा. भाजपा नेता, संघ पदाधिकारी और अन्य नेताओं ने पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों पर अपराध दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार और निलंबित किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों के अनुसार यदि पुलिस अधिकारियों पर न्यायोचित कार्रवाई नहीं होती है तो पूरा जिला बंद कर उग्र आंदोलन किया जाएगा.
बैहर में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.   –  डॉ. असित यादव, एसपी, बालाघाट
महाकौशळ प्रांत संघचालक प्रशांत सिंह ने घटना की निंदा की तथा कहा कि संघ के सभी स्वयंसेवक इस घटना से प्रक्षोभित हैं और प्रशासन से अपेक्षा करते हैं कि इस घटना की तीव्रता समझकर कार्यवाही करें. अन्यथा इस अंसतोष की प्रांत व्यापी प्रतिक्रिया संभावित है. पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग की.

News 27-9-2016




Monday, September 26, 2016

दीनदयाल जी ने एकात्म मानव दर्शन समस्त विश्व के सामने रखा – अनिल गुप्ता जी

मेरठ (विसंकें). पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के 100वें जन्मदिवस पर विश्व संवाद केन्द्र मेरठ ने गोष्ठी का आयोजन किया. सेवानिवृत्त आयकर आयुक्त अनिल गुप्ता जी ने कहा कि अपने जीवन को राष्ट्र की उन्नति के लिए कैसे लगाया जाए ? पंडित दीनदयाल उपाध्याय हमारे सामने एक महान उदाहरण हैं. वे महान पत्रकार, कुशल राजनीतिज्ञ एवं उच्च कोटि के मूर्धन्य विद्वान थे. अनिल जी रविवार को विश्व संवाद केन्द्र मेरठ द्वारा पंडित दीनदयाल जी के 100वें जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित एक गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि एक पत्रकार के रूप में दीनदयाल जी ने राष्ट्रवादी विचारों का प्रचार-प्रसार करने में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. राष्ट्रवादी विचारों की पत्र-पत्रिका पांचजन्य, ऑर्गनाइजर, स्वदेश, राष्ट्रधर्म समाज को उन्हीं की देन है. उनका जीवन एक सधे हुए महापुरूष पत्रकार के रूप में था. एक तरफ जहां देश में साम्यवाद और पूंजीवादी विचारधारा हावी होने का प्रयास कर रही थी तो दूसरी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानव दर्शन पूरे विश्व के सामने रखा. जिसमें सबका कल्याण समाहित था. जिसमें अन्तोदय अर्थात अन्तिम व्यक्ति का कल्याण समाहित था.
गोष्ठी में डॉ. कपिल कुमार अग्रवाल जी ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा बाल्यकाल में अपने माता पिता को खो देने वाले पंडित जी का जीवन बहुत संघर्षपूर्ण जीवन रहा. हमेशा अपनी कक्षा में प्रथम आने वाले दीनदयाल जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. यहां तक कि भारतीय प्रसाशनिक सेवा की परीक्षा में भी उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त किया, परन्तु उन्होंने नौकरी करने के स्थान पर समाज के लिए जीवन जीने का निर्णय किया. सन् 1942 में संघ के प्रचारक बने.
दीनदयाल जी के राजनीतिक जीवन पर प्रकाश डालते हुए प्रशांत शर्मा ने कहा कि वे कुशल राजनीतिज्ञ थे. वे राजनीति में सत्ता प्राप्त करने के लिए नहीं आये थे, बल्कि राजनेता को कैसा होना चाहिए…ऐसा जीवन उन्होंने जी कर दिखाया. आज राजनेताओं को उनसे सीख लेनी चाहिए. डॉ. लोहिया, इन्दिरा गांधी और यहां तक कि कम्युनिस्ट नेता भी उनकी प्रशंसा करते थे. गोष्ठी में संघ के सह-प्रान्त प्रचार प्रमुख सुरेन्द्र सिंह जी ने पंडित जी के एकात्म मानव दर्शन के व्यवहारिक पक्ष पर प्रकाश डाला. समरसता और एकात्म मानव दर्शन दोनों एक सिक्के के ही दो पहलू हैं. दीनदयाल जी के जीवन को पढ़ कर ही समझा जा सकता है, वे कितने सरल और राष्ट्रवादी विचारक थे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार राम गोपाल जी ने कहा कि जब वे जौनपुर का चुनाव हार कर मेरठ आये तो मैंने उनसे पूछा – आपको चुनाव हार कर कैसा लग रहा है, तब दीनदयाल जी ने उत्तर दिया – न तो मुझे जीत कर कोई ज्यादा खुशी होती और न हार कर कोई दुःख हो रहा है. मैं तो आज भी दीनदयाल हूं और तब भी दीनदयाल था.

वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पं. दीनदयाल जन्मशती महोत्सव-2016 का शुभारंभ

दीनदयाल धाममथुरा (विसंकें). एकात्ममानव दर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की वर्षगांठ पर रविवार 25 सितम्बर को जन्मशती महोत्सव-2016 का दीनदयाल धाम,फरहमथुरा में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ रंगारंग शुभारंभ हो गया. प्रभात बेला में ढोल की थापनगाड़ों के साथ शीश पर कलश रखकर महिलाओं की टोली निकली. धाम के चारों तरफ गांवों की महिलाएं अपने-अपने गांवों से शीश पर कलश रख खुशी-खुशी स्मारक भवन की ओर बढ़ रही थी. जहां मातृ मंडल सेवा भारती की बहनों के साथ पं. दीनदयाल धाम स्मारक समिति के निदेशक पदम जी ने कलश यात्रा का विप्र बंधुओं के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्वागत किया.
मंगल कलश यात्रा प्रतियोगिता में गांव शाहपुरमखंदूमदौलतपुरफतेहानगलावरदीनदयाल धाम,फरहपिंगरी आदि गावों की 350 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया. बाद में महिलाओं का सम्मान किया गया.
महोत्सव स्थल पर रंगोली प्रतियोगिता में प्रतियोगिता में कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्ग में 128 बालिकाओं ने भाग लिया. प्रतियोगिता में खूबसूरत रंगोली द्वारा विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों को बालिकाओं द्वारा बनाया गया था. जिसमें कनिष्ठ वर्ग (14 वर्ष तक) में दीनाजी का घर मुख्य आकर्षण रहा. इसके अलावा वर्ग में कमल का फूलपेड़ मत करो नष्ट सांस लेने में होगा कष्टभी मुख्य रंगोली रही. वहीं वरिष्ठ वर्ग में भारत माता का चित्रध्वजबेटी बचाओ बेटी पढ़ाओस्वच्छ भारत मिशनशिशु को स्तनपान कराती माता,मुझे मत काटो की रंगोलियां प्रमुख रही.बालिकाओं ने रंगीन चावलदालपुष्पलकड़ी का बुरादासेलम का बुरादा और सज्जा के सामान से अपनी-अपनी रंगोलियों को सजाया. कनिष्ठ वर्ग में 60 बालिकाओं ने भाग लियातो वहीं वरिष्ठ वर्ग में 68 बालिकाओं ने भाग लिया. मेला 25 से 29 सितम्बर तक आयोजित किया जाएगा. जिसमें कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथभारत सरकार द्वारा आयोजित विशाल कृषि प्रदर्शनीपं. दीनदयाल उपाध्याय जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार गोष्ठी,दंगलकवि सम्मेलन मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेंगे.
26 सितम्बर को कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह करेंगे उद्घाटन
मेला महोत्सव में 26 से 29 सितम्बर 2016 तक भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा विशाल ग्राम विकास प्रदर्शनी का आयोजन किया जाना है. जिसका उद्घाटन भारत सरकार के कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह द्वारा किया जाना है.



Odisha news 26-9-2016




Sunday, September 25, 2016

Yoga & prakrutik chikisha prasikhyana Sibir




Laxmanrao Inamdar birth centenary celebration of was organized by Sahakar Bharati, Odisha

Birth Centenary celebration was  organized by Sahakar Bharati, Odisha                              
                        Bhubaneswar: late Laxmanrao Inamdar birth centenary celebration of was organized by Sahakar Bharati, Odisha at Bhubaneswar on 21.09.2016. The function was inaugurated by the Chief Guest Man. Samir Kumar Mohanty, Pranta Sangha Chalak, (Odisha Purba). The meeting was presided by the State Vice-President Sj. Rabinarayan Mohanty.
Pradesh Sangathan Pramukh-Cum- Kshetra Sangathan Pramukh, Purba Kshetra (Odisha & West Bengal) Sj. Krushna Ballav Sahoo welcomed the guest and delegates of the function. He elaborately conveyed the life history and different activities of late laxmanrao Inamdar as Student, Practicing Lawyer, Swaymsevek, Pracharak, Prant Pracharak and Akhila Bharitya Byabastha Pramukh. Swargiya Laxmanrao Inamdar (Popularly known as vakil Saheb) was also visualized a value based and ethical Cooperative Movement for rapid, sustainable and equitable growth of the country and he was the Chief motivational force in the formation of Sahakar Bharati in 1978.
Man. Samir Kumar Mohanty, Pranta Sanghachalak, Odisha purba) expressed his memorable days with Swargiya Inamdarji and lot of his statement in various occasions were stated which impressed the gathering. He advised gathering to follow the foot print of Swargiya Laxmanrao inamdar in their social life.
Sj. Prahallad Mohapatra,  State General Secretary was addressed the gathering and remember some memorable events of Swargiya Laxmanrao Inamdar in the field of Co-operation.
Sj. Rabinarayan Mohanty, Vice-President in his presidential speech, he advised all should try best to fulfill the aim & objectives of Sahakar Bharati in the state. So that the eternal soul of Swargiya Laxmanrao Inamdar (popularly known as vakil sahib) would rest in peace.
The meeting was ended with vote of thanks to the chair, guest and delegates.

विश्व शांति का मार्ग भारत के आध्यात्मिक गलियारों से ही गुजरता है – अवधेशानंदगिरी जी

हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले का विधिवत शुभारंभ

जयपुर (विसंकें). द्वितीय हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले का शुभारंभ शुक्रवार को जयपुर के एसएमएस इन्वेस्टमेन्ट ग्राउण्ड हुआ. हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन, जयपुर द्वारा आयोजित मेले के उद्घाटन समारोह में महामण्डलेश्वर पू. अवधेशानन्दगिरी जी का आशीवर्चन प्राप्त हुआ. समाज-बंधुओं से उन्होंने कहा कि हमारी निजता का बोध कराये उसी को आध्यात्म कहते हैं, हमारा आध्यात्म प्रेम, सेवा, संवेदना है जो हमारी विराटता का बोध कराती है. पश्चिम का दृष्टिकोण है कि पूरा विश्व बाजार है, जबकि भारतीय दृष्टिकोण परिवार का है. विश्व शांति का मार्ग राजनीति या हथियारों के गलियारों से होकर नहीं, बल्कि आध्यात्मिक गलियारों से गुजरता है.

मुख्य अतिथि राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह जी ने कहा कि व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र एक दूसरे से जुडे है. राष्ट्र की मजबूती के लिए ऐसे मेलों का आयोजन समय की मांग है, इस प्रकार के मेलों का उद्देश्य मानवीय व पारिवारिक मूल्यों को बढ़ावा देना है, ताकि संयुक्त परिवार बने रहे. यह चिन्ता का विषय है कि नौकरी के कारण परिवार एकल हुए. जिनमें बच्चों को बड़ों का सानिघ्य नहीं मिल पा रहा.
अक्षयपात्र फाउण्डेशन के उपाध्यक्ष पू. मधुपण्डित दास जी ने कहा कि ऐसे मेलों से हम एक दूसरे से परिचित होते हैं. सन्तान धर्म जीवन के प्रत्येक क्षेत्र का विकास करता है. आध्यात्मिक संगठन सदैव मानव सेवा में लगे रहते है. सनातन धर्म के विस्तार के लिए आध्यत्मिक एवं भारतीय साहित्य का अनुवाद अंग्रेजी व अन्य भाषाओं में भी उपलब्ध होना चाहिए. कार्यक्रम में पू. साध्वी विजया उर्मिली, पूं. संवित् सोमगिरी जी महाराज, फाउण्डेशन के अध्यक्ष डॉ. सुभाष बाफना, उपाध्यक्ष डॉ. एमएल स्वर्णकार, ट्रस्टी राजलक्ष्मी जी मंच पर उपस्थित थीं. कार्यक्रम में खेलकूद प्रतियोगितों के विजेताओं को राजस्थान क्षेत्र प्रचारक दुर्गादास जी, क्षेत्र सेवा प्रमुख शिवलहरी जी ने पुरस्कृत किया. मेला स्थल पर गंगा-गौ-वृक्ष वन्दन का कार्यक्रम भी हुआ. डॉ. सुभाष बाफना जी ने उपस्थित संतों, गणमान्य व्यक्तियों व आगंतुकों का आभार व्यक्त किया.





Saturday, September 24, 2016

लखनऊ में संवर्धिनी पुस्तक का विमोचन

लखनऊ. लखनऊ में आयोजित स्तंभ लेखकों की संगोष्ठी के दौरान संवर्धिनी पुस्तक का विमोचन किया गया. “संवर्धिनी” महिला विषयक भारतीय दृष्टिकोण पुस्तक का विमोचन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य मधुभाई कुलकर्णी जी, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य जी, सह प्रचार प्रमुख जे नंद कुमार जी ने किया. पुस्तक का संपादन नरेंद्र ठाकुर जी ने किया है और प्रकाशक विचार विनिमय प्रकाशन नई दिल्ली है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार विभाग ने गत वर्ष महिला विषयक भारतीय दृष्टिकोण विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया था, जिसमें देश भर से विद्वतजनों ने भाग लिया था. पुस्तक में संगोष्ठी में विद्वतजनों द्वारा रखे गए विचारों का संकलन किया है. जिनमें महिलाओं के प्रति भारतीय दृष्टिकोण स्पष्ट होता है. संगोष्ठी के समापन सत्र को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने संबोधित किया था, जिसमें भारतीय दृष्टिकोण के साथ ही संघ का  दृष्टिकोण भी स्पष्ट होता है.


Friday, September 23, 2016

अंग्रेजों ने जानबूझकर भारतीय वीरों के साहस को इतिहास में शामिल नहीं किया – रवि कुमार जी

हाइफा दिवस समारोह, 45 वीरांगनाओं, एक दर्जन पुलिस अधिकारियों का सम्मान

जयपुर (विसंकें). हाइफा के नायक राजस्थान के मेजर दलपतसिंह शेखावत की शहादत के 98 साल पूरे होने पर वीरवार 22 सितंबर को अमर जवान ज्योति स्मारक पर ‘एक शाम पुलिस के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ. विद्या भारती राजस्थान सहित एक अन्य संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में न केवल शहीदों को नमन किया गया, बल्कि 45 वीरांगनाओं तथा एक दर्जन के करीब पुलिस अधिकारियों का सम्मान किया गया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व विभाग के सह संयोजक रवि कुमार जी थे.


रवि कुमार जी ने कहा कि भारत का अधिकांश इतिहास अंग्रेजों ने लिखा. उन्होंने जानबूझकर मेजर दलपतसिंह जैसे वीरों के साहसिक कार्यों को इतिहास में शामिल नहीं किया. ऐसी वीरता की घटनाओं को अब हमारे इतिहास में स्थान देने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि आज इजरायल अस्तित्व में है तो सिर्फ भारतीयों के कारण, अंग्रेजों की वजह से नहीं. ये बात वे स्वयं भी मानते हैं. प्रति वर्ष इजरायल में हाइफा बंदरगाह पर इजरायली लोग एकत्रित होते हैं और शौर्य स्वरूप परमवीर मेजर दलपतसिंह शेखावत और अन्य नौ सौ भारतीय शहीदों को नमन करते हैं. इतना ही नहीं, वहां के पाठ्यक्रम में मेजर दलपतसिंह शेखावत की वीरता को भी पढ़ाया जा रहा है.
कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में जयपुरवासियों ने उपस्थित होकर शहीदों को नमन किया. संघ के अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख गुणवंत सिंह जी कोठारी, क्षेत्र प्रचारक दुर्गादास जी, जयपुर प्रांत प्रचारक निम्बाराम जी भी उपस्थित थे.


पंजाब केसरी की निदेशक किरण चोपड़ा ने कहा कि जब देश में कोई सैनिक शहीद होता है तो हर भारतीय में जूनून होता है, लेकिन समय के साथ जोश ठंडा होता चला जाता है. शहीद और वीरांगनाओं का समय-समय पर सम्मान होता रहे तो देश और देशवासियों में जोश बना रहेगा. वीरांगनाओं के लिए सरकारें तो काम करती ही रहती है, लेकिन समाज को भी उनकी सहायता के लिए आगे आना होगा और कुछ न कुछ काम हाथ में लेना होगा. समाज को वीरांगनाओं और उनके परिवारों के लिए सहायता केन्द्र स्थापित करने चाहिए.
मार्ग का नाम मेजर दलपतसिंह के नाम पर
मुख्य अतिथि राजस्थान के उच्च शिक्षा मंत्री कालीचरण सर्राफ जी ने कहा कि वे जेडीए एवं नगर निगम के अधिकारियों से बात करेंगे ताकि जयपुर के एक मार्ग का नाम मेजर दलपतसिंह शेखावत के नाम पर रखा जा सके. ऐसे ही उन्होंने शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी से बात कर मेजर दलपतसिंह की वीरता से जुड़ा पाठ स्कूली शिक्षा में जोड़ने का आश्वासन दिया.