पीओके में भारत का सर्जिकल ऑपरेशन, 38 आतंकी मारे गएनई दिल्ली, 29 सितम्बर । पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर पर भारतीय सेना के सर्जिकल हमले में सेना की पांच क्रैक टीमें शामिल थी। खासतौर पर सात आतंकी कैम्पों को निशाना बनाकर किए गए इस हमले में 38 आतंकी मारे गए। यह हमला सीमापार एक से तीन किलोमीटर तक सीमित था। एक क्रैक टीम में 25 कमांडो होते हैं।उरी आतंकी हमले को लेकर भारत ने बड़ा ऐक्शन लिया है। भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के नजदीक बीती रात आतंकियों के 7 ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके कई आतंकवादियों को ढेर कर दिया। भारतीय डीजीएमओ की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गुरुवार को यह जानकारी दी गई।
सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थित सात आतंकी शिविरों को सर्जिकल हमलों में निशाना बनाया। यह अभियान हेलीकॉप्टर और जमीनी बलों की मदद से चलाया गया। ऑपरेशन साढ़े 12 बजे रात में शुरु हुआ जो सुबह साढे चार बजे तक चला । यह अभियान नियंत्रण रेखा के पार दो-तीन किलोमीटर तक के इलाके में चलाया गया।
बताया जा रहा है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक में 30 से 35 आतंकी ढेर हो गए। ऑपरेशन को अंजाम देने वाले भारतीय कमांडो हेलीकॉप्टर से उतरे और रेंगते हुए दाखिल हुए। सूत्रों के मुताबिक कमांडो 2 किलोमीटर तक रेंगते हुए गए और उसके बाद उन्होंने आतंकी ठिकानों पर हमला बोल
.उड़ी हमले के 10 दिन बाद इंडियन आर्मी ने गुरुवार को बड़ा खुलासा किया। पहली बार लाइन ऑफ कंट्रोल पार किया और पाक के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड्स को तबाह कर दिया। आर्मी ने आंकड़े तो नहीं बताए, लेकिन माना जा रहा है कि सर्जिकल कमांडो स्ट्राइक में कुल 38 अातंकी मारे गए। पीओके के 2 किमी अंदर 7 आतंकी कैम्प तबाह कर दिए गए। इस दौरान क्रॉस फायरिंग में पाक आर्मी के भी 2 सैनिक मारे गए। भारत के इस एलान के बाद पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने कहा कि हम अमन चाहते हैं। भारत इसे हमारी कमजोरी न समझे। बता दें कि 45 साल में छठी बार ऐसा हुआ है कि हमारी सेना ने सीमाओं के पार जाकर ऐसी कार्रवाई की है। डीजीएमओ ने क्या किया खुलासा...
- डीजीएमओ रणवीर सिंह ने कहा, ''कल बहुत ही भरोसेमंद और पक्की जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकी एलओसी के साथ लॉन्च पैड्स के अंदर इकट्ठा हुए हैं। वे इस इरादे के साथ इकट्ठा हुए थे कि घुसपैठ कर सीमा के इस तरफ जम्मू-कश्मीर के अंदर या भारत के अहम शहरों में आतंकी हमले कर सकें।"
- "यह खबर मिलने के बाद भारतीय सेना ने कल रात आतंकियों के लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक किए। इसका मकसद आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करना था जो हमारे देश के लोगों को नुकसान पहुंचाना चाहते थे।"
- "हमारे सर्जिकल स्ट्राइक में कई आतंकी मारे गए। एलओसी पार उन्हें भारी नुकसान पहुंचा। यह ऑपरेशन अभी खत्म हो गया है। इसका मकसद आतंकियों से निपटना था। हमारा तुरंत ऐसा कोई ऑपरेशन दोबारा चलाने का इरादा नहीं है। लेकिन भारतीय आर्म्ड फोर्सेस किसी भी आपात स्थिति का जवाब देने को पूरी तरह तैयार है।"
- "मैंने पाक के डीजीएमओ से बात कर उन्हें कल रात के ऑपरेशन की जानकारी दी। हम किसी भी सूरत में आतंकियों को एलओसी के पार बेझिझक हरकत नहीं करने दे सकते। हमें यह गवारा नहीं होगा कि आतंकी हमारे देश के अंदर किसी भी नागरिक को नुकसान पहुंचाएं।"
- "पाक ने जनवरी 2004 में भराेसा दिलाया था कि वे अपनी सरजमीं का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं होने देंगे। हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान अपने वादे पर कायम रहेगा और को-ऑपरेट करेगा।"
- "यह खबर मिलने के बाद भारतीय सेना ने कल रात आतंकियों के लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक किए। इसका मकसद आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करना था जो हमारे देश के लोगों को नुकसान पहुंचाना चाहते थे।"
- "हमारे सर्जिकल स्ट्राइक में कई आतंकी मारे गए। एलओसी पार उन्हें भारी नुकसान पहुंचा। यह ऑपरेशन अभी खत्म हो गया है। इसका मकसद आतंकियों से निपटना था। हमारा तुरंत ऐसा कोई ऑपरेशन दोबारा चलाने का इरादा नहीं है। लेकिन भारतीय आर्म्ड फोर्सेस किसी भी आपात स्थिति का जवाब देने को पूरी तरह तैयार है।"
- "मैंने पाक के डीजीएमओ से बात कर उन्हें कल रात के ऑपरेशन की जानकारी दी। हम किसी भी सूरत में आतंकियों को एलओसी के पार बेझिझक हरकत नहीं करने दे सकते। हमें यह गवारा नहीं होगा कि आतंकी हमारे देश के अंदर किसी भी नागरिक को नुकसान पहुंचाएं।"
- "पाक ने जनवरी 2004 में भराेसा दिलाया था कि वे अपनी सरजमीं का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं होने देंगे। हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान अपने वादे पर कायम रहेगा और को-ऑपरेट करेगा।"
कैसे हुआ सर्जिकल स्ट्राइक?
- इंडियन आर्मी के पैरा कमांडोज ने एलओसी पारकर इसे अंजाम दिया। एयरफोर्स की मदद नहीं ली गई। सिर्फ पैरा कमांडो शामिल थे, जिन्हें एलओसी तक हेलिकॉप्टरों के जरिए पहुंचाया गया।
- बुधवार-गुरुवार दरमियानी रात 12.30 बजे यह ऑपरेशन शुरू हुआ जो 4 घंटे चला। 7 आतंकी कैम्प पर सर्जिकल स्ट्राइक किए गए। हमारे कमांडो पाक के कब्जे वाले कश्मीर में 2 किमी अंदर तक घुस गए। 38 आतंकी मार गिराए।
- पाकिस्तान इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन्स ने माना कि भारत ने एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ भिम्बेर, हाॅटस्प्रिंग, केल और लिपा सेक्टर में हमला किया।
- बताया जा रहा है कि भारतीय कमांडोज का जवाब देने पाक आर्मी आगे आई, लेकिन काउंटर ऑपरेशन में पाक के भी दो सैनिक मारे गए।
- इंडियन आर्मी के पैरा कमांडोज ने एलओसी पारकर इसे अंजाम दिया। एयरफोर्स की मदद नहीं ली गई। सिर्फ पैरा कमांडो शामिल थे, जिन्हें एलओसी तक हेलिकॉप्टरों के जरिए पहुंचाया गया।
- बुधवार-गुरुवार दरमियानी रात 12.30 बजे यह ऑपरेशन शुरू हुआ जो 4 घंटे चला। 7 आतंकी कैम्प पर सर्जिकल स्ट्राइक किए गए। हमारे कमांडो पाक के कब्जे वाले कश्मीर में 2 किमी अंदर तक घुस गए। 38 आतंकी मार गिराए।
- पाकिस्तान इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन्स ने माना कि भारत ने एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ भिम्बेर, हाॅटस्प्रिंग, केल और लिपा सेक्टर में हमला किया।
- बताया जा रहा है कि भारतीय कमांडोज का जवाब देने पाक आर्मी आगे आई, लेकिन काउंटर ऑपरेशन में पाक के भी दो सैनिक मारे गए।
क्या है सर्जिकल स्ट्राइक
- सर्जिकल स्ट्राइक में सेना गुपचुप तरीके से सीमा के पार जाकर ऑपरेशन को चुनिंदा ठिकानों पर अंजाम देती है। अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को भी ऐसे ही मारा था।
कितनी अहमियत रखता है यह खुलासा?
(a) पहली बार एलओसी पार की: भारत-पाक के बीच 1949 में कराची एग्रीमेंट के बाद सीजफायर लागू हुआ था। तब से 775 किमी की रेखा सीजफायर लाइन कहलाने लगी। 1971 में इसे एलओसी नाम दिया गया। तब से अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि हमारी आर्मी ने एलओसी पार किया है।
(b) पहली बार खुलकर एलान:यह भी पहली बार हुआ है कि पाक के मामले में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की बात पहली बार खुलकर कबूल की है। पिछले साल म्यांमार में जब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक किया था, तब भारत ने खुलकर इस बारे में कुछ नहीं कहा था।
(c) मनमोहन, सोनिया को बताया:मोदी सरकार और आर्मी ने इसे कितने बड़े पैमाने पर कबूल किया है, इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, जम्मू-कश्मीर के गवर्नर और सीएम को भी जानकारी दी गई। सुषमा स्वराज ने सोनिया गांधी से मुलाकात की। वहीं, राजनाथ सिंह ने सभी राज्यों के सीएम को फोन कर बताया।
(a) पहली बार एलओसी पार की: भारत-पाक के बीच 1949 में कराची एग्रीमेंट के बाद सीजफायर लागू हुआ था। तब से 775 किमी की रेखा सीजफायर लाइन कहलाने लगी। 1971 में इसे एलओसी नाम दिया गया। तब से अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि हमारी आर्मी ने एलओसी पार किया है।
(b) पहली बार खुलकर एलान:यह भी पहली बार हुआ है कि पाक के मामले में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की बात पहली बार खुलकर कबूल की है। पिछले साल म्यांमार में जब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक किया था, तब भारत ने खुलकर इस बारे में कुछ नहीं कहा था।
(c) मनमोहन, सोनिया को बताया:मोदी सरकार और आर्मी ने इसे कितने बड़े पैमाने पर कबूल किया है, इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, जम्मू-कश्मीर के गवर्नर और सीएम को भी जानकारी दी गई। सुषमा स्वराज ने सोनिया गांधी से मुलाकात की। वहीं, राजनाथ सिंह ने सभी राज्यों के सीएम को फोन कर बताया।
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