Tuesday, June 30, 2015

राज्य स्तरीय संस्कृति सुरक्षा यात्रा शुरू की गई।

भुवनेश्वर : भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मंगलवार पुरी बड़दांड से राज्य स्तरीय संस्कृति सुरक्षा यात्रा शुरू की गई। इस यात्रा के जरिए महाप्रभु श्री जगन्नाथ के नवकलेवर घट परिवर्तन में हुई गड़बड़ी में सरकार की विफलाताएं, निष्क्रियता एवं सरकारी दल का मात्राधिक संपृक्ति के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। यह यात्रा मंगलवार से छह जुलाई तक चलेगी। पुरी से शुरू हुई इस यात्रा से पहले आयोजित सभा में केंद्रीयमंत्री जुएल ओराव, भाजपा में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधर गमाग, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष कनक बर्धन सिंहदेव, वरिष्ठ भाजपा नेता विश्व भूषण हरिचंदन, विजय महापात्र आदि नेताओं ने भाग लिया। इस अवसर पर भाजपा नेताओं ने कहा कि महाप्रभु के दारू संग्रह से लेकर ब्रह्म परिवर्तन तक गड़बड़ी पायी गई है। इसके प्रतिवाद में भाजपा की तरफ से श्री जगन्नाथ संस्कृति सुरक्षा यात्रा शुरू की गई है।
जानकारी के अनुसार पहले दिन यह यात्रा पुरी से शुरू हुई है जो कि चन्दनपुर, सत्यवादी, पिपिली, उत्तराचौक, भुवनेश्वर, रवि टाकिज, कल्पना चौक, लक्ष्मीसागर, रसुलगड़ होते हुए कटक जाएगी। कटक के लिंकरोड, शिखरपुर, मंगुली चौक, टागी के बाद छतिया होते हुए यात्रा चंडीखोल पहुंचेगी। इसके बाद दूसरे दिन भद्रक से शुरू होगी और मार्कोणा, जामुझड़ी, सोरए खंतापड़ा, नीलगिरी, सजनागड़, बेरमपुर, जामुंडा तक जाएगा। तीसरे दिन जामुंडा से यात्रा शुरू होगी जो कि बैशिगा, बेतनटी, बारीपदा तक जाएगा।

Monday, June 29, 2015

आरोग्य भारती की राउरकेला शाखा की ओर से भंज भवन में आयोजित मधुमेह मुक्त भारत सप्ताह अभियान

राउरकेला:आरोग्य भारती की राउरकेला शाखा की ओर से भंज भवन में आयोजित मधुमेह मुक्त भारत सप्ताह अभियान रविवार को संपन्न हो गया। सात दिनों तक चले कार्यक्रम में 60 पुरुष व दस महिला ने शामिल होकर योग के माध्यम से मधुमेह से बचाव तथा इसे नियंत्रित करने का प्रशिक्षण लिया। वहीं आरोग्य भारती की ओर से अब से प्रत्येक बुधवार को सेक्टर-19 के अखंडलमणि मंदिर में योग प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
मधुमेह मुक्त सप्ताह अभियान के समापन पर मुख्य अतिथि आरएसपी के डीजीएम निरोद कुमार सामंतराय ने शामिल होकर मधुमेह से बचाव तथा नियंत्रण के लिए योग व प्राणायाम को कारगर उपाय बताया। अन्य अतिथियों में इस्पात जनरल अस्पताल, आइजीएच के संयुक्त निदेशक डा. किशोरचंद्र महांत, पतंजलि योग समिति के योग प्रशिक्षक डा. सुभाषचंद्र साहु, मुख्य वक्ता दीपक राउत आदि ने स्वस्थ जीवन यापन के लिए योग व प्राणायाम की महता का बखान किया। डा. सनातन प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में 22 से 28 जून तक चले कार्यक्रम में शामिल होनेवाले लोगों ने अपनी अनुभूति बताई। जिसमें नीलशैल कालेज के प्राचार्य क्षितिशचंद्र उदगाता, म्युनिसिपल कालेज के एनसीसी अधिकारी कैप्टन एसएन राउत ने भी इस कार्यक्रम में शामिल होने से हुए लाभ की जानकारी दी। अन्य लोगों  में शुभचरण पात्र, जगन्नाथ बेहरा, आरोग्य भारती राउरकेला के संयोजक हरेकृष्ण मांझी का सहयोग रहा।

गौ तस्करी पर बंद नहीं : शर्मा

बीरमित्रपुर : विश्व हिन्दू परिषद की ओर से गौ तस्करी को लेकर 30 जून को भारत बंद को गलत बताया। सोशल मीडिया में जान बूझ कर गलत बात फैलायी गई है ताकि हिन्दू संगठन बदनाम हो। जिला उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा ने पंचायती धर्मशाला में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रशासन गौ तस्करी के मामले में एकतरफा कार्यवाई कर रहा है जिससे हिन्दू संगठनों में रोष है। सुंदरगढ़ एसपी आर प्रकाश ने शांति समिति की बैठक में पुलिस अधिकारियों के तबादले का भरोसा दिया गया था पर अब तक किसी का तबादला नहीं हुआ। हाथीबाड़ी में गौ तस्करों के द्वारा पिछले महीने हिन्दू सेना कर्मियों के मोबाइल व वाहन लूट लिये थे उन पर भी अब तक कार्रवाई नहीं की जिससे सरकार की छवि खराब हो रही है। इसमें मूलचंद सेठ समेत अन्य लोग शामिल थे।

सिन्धु दर्शन केवल पर्यटन नहीं, देशवासियों को एकता के सूत्र में बांधने का उत्सव है – इंद्रेश कुमार जी

नई दिल्ली. 19वां सिन्धु दर्शन उत्सव बेटी बचाओ, कल बचाओ के संदेश के साथ संपन्न हुआ. चार दिवसीय सिंधु दर्शन उत्सव 23 जून से 26 जून तक लेह में सिन्धु के तट पर मनाया गया. जिसमें देश भर से एक हजार से अधिक यात्रियों ने भाग लिया, यूएसए व सउदी अरब से भी यात्री शामिल थे.
23 जून को सरस्वती विद्या निकेतन व सिन्धु भवन लेह के प्रांगण में यात्रियों के स्वागत के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें यात्रियों के साथ ही काफी संख्या में स्थानीय लोग भी उपस्थित थे. कार्यक्रम के दौरान उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला के कलाकारों, स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. सिंधु दर्शन यात्रा के संरक्षक व मार्गदर्शक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इन्द्रेश कुमार जी ने बेटी बचाओ, कल बचाओ का नारा देते आह्वान करते हुए भ्रूण हत्या नहीं होने देंगे, बेटी का सम्मान करेंगे, बेटी पर अत्याचार नहीं होने देंगे, दहेज नहीं लेंगे, अंतिम संस्कार बेटी के हाथों करवाने का संकल्प लेने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि सिन्धु दर्शन यात्रा केवल पर्यटन नहीं, बल्कि देशवासियों को एकता के सूत्र में बांधने का उत्सव है.
24 जून को सुबह सिन्धु पूजन के साथ ही सिन्धु दर्शन उत्सव का विधिवत शुभारंभ हुआ. पहले बहराणा पूजन, हवन तथा बौद्ध परंपरा के अनुसार विधिवत पूजा की गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने की, ऑल लद्दाख गोम्पा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष महामहिम तोकदन रिनपोछे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. इनके अलावा जम्मू कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष कविन्द्र गुप्ता, जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह, हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे. उत्सव के स्वागताध्यक्ष व  लेह के सांसद थुम्पस्न छेवांग ने उत्सव के दौरान उपस्थित समस्त गणमान्यजनों, यात्रा में भाग लेने वाले यात्रियों सहित उपस्थित स्थानीय निवासियों का स्वागत किया. पूजन के पश्चात राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया तथा राष्ट्रगान हुआ.
सिन्धु दर्शन उत्सव
सिन्धु दर्शन उत्सव
केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि यह सिन्धु दर्शन उत्सव राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है. भारत सरकार उत्सव के आयोजन में हर संभव सहयोग प्रदान करेगी. इस अवसर पर इंद्रेश कुमार जी ने कहा कि अगले वर्ष सिन्धु दर्शन का यह उत्सव अंतर्राष्ट्रीय स्तर का होगा. 25 जून शाम को लेह के पोलो मैदान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया. यात्रा में भाग लेने पहुंचे समस्त यात्रियों का आभार व्यक्त कर विधाई दी गई.
सिन्धु दर्शन तीर्थ यात्रा के नाम से विश्व विख्यात सिन्धु दर्शन तीर्थ और कोई नहीं, वही प्राचीन और पवित्र सिन्धु नदी है, जिसके तट पर वैदिक संस्कृति पल्लवित हुई थी. जिस नदी ने हमारे देश को नाम दिया, हमें हमारी सांस्कृतिक पहचान दी. सिन्धु नदी की पूजा व सिन्धु नदी में एक डुबकी हमें हमारे मूल सिन्धु घाटी की सभ्यता की याद दिलाती है. भगवान झूलेलाल की कर्मस्थली सिन्धु नदी व भगवान बौद्ध के मंत्रोच्चार की भूमि लेह जहां सिंधु नदी का घाट है, इसे एक तीर्थस्थल का रूप दिया है. सिंधु दर्शन यात्रा समिति के लगातार प्रयासों के साथ, लेह लद्दाख प्रकृति प्रेमियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है.

vhp press note

28/06/2015

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Thursday, June 25, 2015

VISWA HINDU PARISHAD CARRIES OUT MASS PROTEST AND GATHERING


MEMORANDUM SUBMITTED TO GOVERNER REGARDING NEGLIGENCE OF STATE GOVERNMENT IN SHRI MANDIR POLICY


BHUBANESWAR,25/6 : The negligence of state government in Lord Jagannath’s Brahma Parivartan has hurt crores of people on the occasion of Nabakalebara. Government is using temple administration for the past few years,thus creating terrible disturbances in Shri Mandir policy. Temple administration has been taking wrong decisions under the influence of some evil-minded persons for which people of Odisha have to hung in shame before the world. His Holiness Jagadguru Shankaracharya as well as devotees from various parts of the world have to face humiliation. No action is being taken those personnels those who humiliate and disrespect His Holiness Jagadguru Shankaracharya and king Gajapati. The government is also not paying attention to the objection of king Gajapati regarding this matter. The leaders of different political parties have led a protest against the act and policy of government. The faith of people in the government seems to be fading away after these unfortunate incidents.
Because of these sorrowful incidents,Viswa Hindu Parishad is Carrying out a massive protest and gathering on 25th June at power house chakk infront of Rajbhawan. A memorandam has been submitted
to His Excellency Governer requesting to look into the matter for which the dignity of Shri Mandir will be restored. He A neutral and clean enquiry

25/06/2015


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@ûRòe Gjò _âZòaû\ ibûùe Êûcú gâúeûc _âi^Ü \ûi cjûeûR, Êûcú aâjàû^¦ ieÊZú, Êûcú ^òMcû^¦ ieÊZú, Êûcú bûÄeZú[ð, Êû]ú MúZûù\aú, Wû. ai« Kêcûe _Zò, Z^àd cjû_ûZâ, _ŠòZ cûZé _âiû\ cògâ, flàúKû« \ûg,RdKé¾ _éÂò, ùK÷kûi ùR^û,icúe cjû«ò,W._â`êf Kêcûe e[, Mêeê PeY ùR^û.ù~ûMù\A Gjò aòbâûUKê ^ò¦û Keòaû ijòZ baòhýZùe Gjûe ù~_eò _ê^ðeûaéZò ^jêG ùi[ô_ûAñ eûRý ieKûeuê ùPZûa^ú ù\AQ«ò û ùicû^u cZùe jRûe jRûe ahðe _eµeû, aògßûi, @ûiÚû Gaõ iõÄéZò _âZò GK ùNûe @_cû^ û aògße icMâ jò¦ê icûR I RM^Üû[ iõÄéZò ù_âcúu @ûùaM I aògßûi C_ùe Gjò aòbâûU GK gq KêVûeNûZ û Gjò NUYû ù~ZòKò cûZâûùe jò¦ê icûRKê f{òZ KeòQò ZûVûeê @]ôK IWògûaûiúuê aògß \eaûeùe @_cû^òZ KeòQò û
 bòGPþ_òe MY]ûeYû
eûCeùKfû,25/6 : @ûRò 25.6.2015eòLùe aògßjò¦ê _eòh\ Ze`eê gâúc¦òe ^úZòùe eûRý ieKûeue \ûdòZßjú^Zû iµKðùe GK iàûeK_Zâ cjûcjòc eûRý_ûk cùjû\duê @Zòeòq Ròfäû_ûk cùjû\du cû`ðZùe _â\û^ Keû~ûA@Qòö @ûi«û ^aKùkae _ûAñ a^~ûM ~ûZâûVûeê _âûe¸ ùjûA aâjà iõiÚû_^ Kû~ðý icû_^ ùjûA@Qòö gâúc¦òe _âgûi^e \ûdòZßjú^Zû ù~ûMêñ gâú aòMâjue cjû\ûeê Pd^ùe `òKèòõe @bòù~ûM @ûYòaûijòZ eûRù^÷ZòK iõfò¯Zûe @bòù~ûM c¤ @ûiòQòö iaêVûeê \êüL I _eòZû_e aòhd aâjà iõiÚû_^ùe ‘Mê¯ùiaû’Kê cêqùiaû Keò\ò@ûMfûö aûWÿMâûjúcû^u ijòZ MŠùMûk Keò ùKùZK C¡Z \AZû_Zò ù~ûeRae\É Mê¯ùiaû _âùKûÂùe _âùag Keòaûeê aâjà iõiÚû_^ Kû~ðýùe aòk´ ùjûA[ôfûö Gjû @Zý« MjòðZ Kû~ðýö \úNð 1000 ahðe _eµeûKê ùKùZK ^ýÉÊû[ð ùMûÂú I ^òŸòðÁ eûRù^÷ZòK \ke aýqòcûù^ bwKeò gâúc¦òe eúZò ^úZòùe Kku Kûkòcû ùaûkòù\ùfö ùijò KkuòZ ù\ûhúcû^uê KùVûe \Š _â\û^ _ûAñ cjûcjòc eûRý_ûku CùŸgýùe iàûeK_Zâ _â\û^ Keû~ûA@Qòö Gjò ibû aògßjò¦ê _eòh\e ibû_Zò gâú eû]ê cògâu @¤lZûùe @^êÂòZ ùjaû ijòZ iàûeK_Zâ _â\û^ _ûAñ [ôaû Uòcþe ù^ZéZß c¤ ù^A[ôùfö ibûùe gâú iùaðgße \ûi, gâú ^òjûe eûd, gâú eùcg ak, gâú @cìfý cògâ, gâú bMaû^ eûCZ, gâú ^éiòõj PeY ùR^û, gâú _úZaûi cògâ _âbéZò Kû~ðýKZðû ^òR ^òRe @bòbûhY eLô[ôùfö ibûùe ^òe¬^ eûCZ, jeòje eûCZeûd, \òaûKe cògâ, aògß´e^û[ cògâ, bûÄe iòõ, _aòZâ cjû«ò, bêa^û^¦ \ûi, a\âú^ûeûdY _ûXÿú, cùjgße ùaùjeû, aògße¬^ ùaùjeû _âbéZò gZû]ôK Kû~ðýKZðû ù~ûM\û^ Keò[ôùfö Gjò Kû~ðýKâc icMâ IWÿògûùe GK iwùe Keû~ûA@Qòö G[ôùe aògßjò¦ê _eòh\, eûÁâúd ÊdõùiaK iõN, bûeZúd cR\êe iõN, Êù\gú RûMeY cõP _âbéZò iõN _eòaûee Kû~ðýKZðû iKòâd @õg MâjY Keò[ôùfö
gâúc¦òe ^úZòùe eûRý ieKûeu \ûdòZßjò^Zû iµKðùe aògß jò¦ê_eòh\e
KcðKZðûu eûRý_ûku CùŸgýùe \ûaò_Zâ _â\û^
ùKûeû_êU,25/6: gâúc¦òe ^úZòùe eûRý ieKûeu \ûdòZßjú^Zû iµKðùe ùKûeû_êU aògß jò¦ê_eòh\e KcðKZðûu eûRý_ûku CùŸgýùe Ròfäû_ûku Reò@ûùe \ûaò_Zâ _â\û^ Keò[ôaû RYû_WÿòQò ö ^aKùkae @aieùe aògß _âiò¡ _âbê RM^Üû[ c¦òeùe aâjà _eòaZð^ icdùe eûRý ieKûeu \ûdòZßjò^Zû ùKûUò ùKûUò bquê ccðûjZ Keò[ôaû ùicûù^ \ûaò_Zâùe CùfäL KeòQ«ò ö KòQò ahð ùjfû ieKûe c¦òe _âgûi^Kê aýajûe Keò gâúc¦òe ^úZòùe aògévkû iéÁò KeòPûfòQ«ò ö ù~Cñ KûeYeê aògßaûiòu ^òKUùe IWÿògaûiú ^ò¦òZ ùjCQ«ò ùaûfò CùfäL KeòQ«ò ö ù~Cñcûù^ _ìRý RM\Mêeê gueûPû~ðý I MR_Zò cjûeûRûuê @amû KeêQ«ò Gaõ @_cû^òZ KeêQ«ò ùicû^u aòeê¡ùe Kû~ðýû^êÂû^ ^ò@û~ûC ^[ôaû @bòù~ûM KeòQ«ò ö _êeú gâúc¦òe NUYûùe cû^ýae eûRý_ûk Zêe« jÉùl_ Keò Êz ^òeù_l Z\« I RMZMêeê gueûPû~ðý I MR_Zò cjûeûRûu cûMð\gð^ùe c¦òe _eòPûkòZ KeòaûKê \ûaò KeòQ«ò ö ùKûeû_êU aògß jò¦ê _eòh\e ibû_Zò Pòe¬òaò _ûZâ \ûaò_Zâ ùKûeû_êU Zjiòf\ûe GP G^þ iòõ cûSòuê _â\û^ Keò[ôùf ö eûRý cû^aòK @]ôKûe Zâú^û[ _Šû aâRew \ke gògòe Kêcûe @ûPû~ðýu ij aògßjò¦ê _eòh\e @ù^K KcðKZðû ù~ûMù\A[ôùf ö
aâjà _eòaZð^ aòbâûUKê ù^A aògßjò¦ê _eòh\ _leê aòùlûb
ùXuû^ûk, 25/6- iûeû IWògûùe aâjà _eòaZð^ icdùe aòbâûUKêù^A jAPA iéÁò ùjûA[òaû ùaùk aòbò^Ü @^êÂû^ _leê GjûKê ^ò¦û Keû~òaû ij @ûù¦ûk^ Keû~òaû _ûAñ iRaûR ùjûACVòùfYòö Gjò _eúù_âlúùe IWògûùe aògß jò¦ê _eòh\ _leê @ûjßû^ Keû~ûA[òaûe aòùlûb _â\gð^Kê _ûù[d Keò ùXuû^ûk aògß jò¦ê _eòh\ _leê @ûRò Ròfäû_ûku Kû~ðýûkd i¹êLùe aòùlûb _â\gð^ Keû~ûAQòö gâú c¦òeùe ùjûA[ôaû ^úZò aòbâûU I NU_eòaZð^ icdùe aògß _âiò¡ _âbê RM^Üû[ue NU _eòaZð^ùe eûRý ieKûeue \ûdòZßjú^Zû ù~ûMê ùKûUò ùKûUò bq ccðûjZ ùjûAQ«òö IWÿò@û RûZò I RM^Üû[uê ^ò¦òZ Keòaû ijòZ RMZþ Mêeê gueûPû~ðý I MR_Zòuê @_cû^ Keû~ûAQòö G iaêe _âz\_Uùe ù~Cñ \éÁò aé¡ò iõ_^Ü aýqò Kûc KeêQ«ò ùicû^uê Zêe« gûÉò ù\aû ijòZ cjûcjòc eûRý_ûk NUYûe jÉùl_ Keò gâúc¦òee _âZòÂû elû KeòaûKê @^êÂû^cû^u _leê ^òùa\^ Keû~ûAQòö RMZþMêeê gueûPû~ðý I VûKêeeûRû MR_Zò cjûeûRu cûMð \gð^ùe eûRý_ûk c¦òee ^úZòKû«ò _eòPûk^û _ûAñ ieKûeuê ^òùŸðg \ò@«êö G[ôijòZ aâjà _eòaZð^e Mê¯ò^úZò _âNUe Êz I ^òeù_l Z\« KeòaûKê @^êÂû^cûù^ c¤ ^òùa\^ Keò GK \ûaò_Zâ eûRý_ûku CùŸgýùe Ròfäû _âgûi^ cû¤cùe _â\û^ KeòQ«òö Gjò _âZòaû\ ibûùe aòbò^Ü ]ûcòðK iõMV^ ~[û, aògßjò¦ê _eòh\, eûÁâúd Êõd ùiaK iõN, _Z¬kú ù~ûM icòZò, eûcKé¾ còg^, @bòeûc _ecjõi bq ùMûÂú, ~êMgqò MûdZâú _eòaûe, \òaý Rúa^ iõN, Pò^àd còg^, @^êKìkP¦â iZþiõM ùK¦â, iZýiûA ùiaû iõMV^, icÉ aRûe _ìRû KcòUò, bûeZúd R^Zû _ûUòð, RM^Üû[ ùPZ^û icòZò, Ròfäû ùfLK iõN, KéhK iõNhð icòZò, Kkòwùi^ûe KcðKZðûcûù^ @õgMâjY Keò _âZòaû\ Keò[ôùfö Gjò _âZòaû\ ibûùe iaýiûPú Kû^ê^þùMû ibû_ZòZß Keò[ôùfö jòõcûgê ùgLe aâjàû, _âgû« Kêcûe cògâ, aòKûg ^ûdK, jé\û^¦ _â]û^, ù\aûgòh ùjûZû, mû^e¬^ cjû_ûZâ, _â\êýcÜ e[, Kûk¦ú iûjê, eûcP¦â _ûZâ, Ké¾P¦â _ûZâ, ^aKòùgûe Mêeê, ^ùeg P¦â cjû_ûZâ, iê^òf gcðû, _âòdaâZ MW^ûdK _âcêL aqaý _â\û^ Keò[ôùfö ibûùe @«òc _~ðýûdùe eùcg P¦â iûcf ]^ýaû\ @_ðY Keò[ôùfö Kû~ðýKâc ùghùe GK _âZò^ò]ô\k Ròfäû_ûku Kû~ðýûkdùe cjûcjòc eûRý_ûku CùŸgýùe C_Ròfäû_ûku Reò@ûùe GK \ûaò_Zâ _â\û^ Keò[ôùf û
gâúc¦òe ^úZòùe\ûAZßjú^Zûeê aâjà _eòaZð^ùe aòbâûU
aâjà_êe,25/6: _âbê RM^Üû[u ^aKùkae aògße _âiò¡ _âbê RM^Üû[u gâúc¦òeùe aâjà _eòaZð^ùe eûRýieKûeu \ûAZßjú^Zû ù~ûMêñ ^úZòùe aòbâûU NUêQò ö ùKûUò ùKûUò bq ccðûjZ ùjûAQ«ò ö RMZMêeê guePû~ðý I MR_Zò cjûeûRûuê @amû I @_cû^òZ Keê[ôaû aýqòu aòeê¡ùe \éXÿ eûRý_ûku CùŸgýùe iàûeK_Zâ _â\û^ Keû~ûA[ôfû ö Ròfäû ibû_Zò eòZòe¬^ _Šû, ecûKû« e[, eùcg PeY Zâò_ûVú, gêgû« cjûeYû, ]cðeûR iûjê, _âgû« _Zò, aò_ò^ ùPø]êeú, ùMøeûw cjûeYû, Wÿû. _âûYPû¦ _Šû, _âùcû\ _…^ûdK, Ké¾ ^ûdK, eûc _Šû, eûc _ûZâ, Wÿû. _âgû« Ke I aòùR_òe ajê KcðKZðû ù~ûMù\A[ôùf ö
 NU _eòaZð^ aòbâûU aòùeû]ùe aògß jò¦ê _eòh\e ]ûeYû
_êeú,25/6: aâjà_eòaZð^ùe aòbâûUKê aòùeû] Keò aògß jò¦ê _eòh\ _êeú Ròfäû gûLû Ze`eê Ròfäû_ûku
@`òi @ûMùe ]ûeYû ù\aû ijòZ aòbò^Ü \ûaòùe GK iàûeK _Zâ _â\û^ Keò[ôaû RYû_WÿòQòö Cq ]ûeYûùe aòùR_ò, gòlûaòKûg icòZò, eûÁâúd Êdõ ùiaK iõN, aò\ýû[ðú _eòh\, RM^Üû[ iêelû cõP I ajê cV cj«, iû]êi^Üýûiú @õg MâjY Keò[ôùfö ù\ûhú ùiaûdZ, c¦òe _âgûi^ I cêLýcªúu aòeê¡ùe Kû~ðýû^êÂû^ _ûAñ \ûaò Keò[ôùfö
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Wednesday, June 24, 2015

INVITATION TO ATTEND THE MASS DHARANA PROGRAMME NEAR POWER HOUSE CHHAK, BHUBANESWAR BY VISWA HINDU PARISHAD ON 25-06-2015 FROM 10.30 AM TO 1.00PM

To
Editors, Resident Editors and News Editors
All Odia, English and Hindi Newspapers and TV Channels

SUB-
INVITATION  TO  ATTEND  THE MASS DHARANA PROGRAMME NEAR POWER HOUSE CHHAK, BHUBANESWAR   BY  VISWA HINDU  PARISHAD  ON  25-06-2015 FROM 10.30 AM TO 1.00PM

 Sir,
In the current Nabakalebara festival  of Lord Shri Jagannath there are man-made irregularities  by the temple administration. It gives so much pain to the heart of the people when Brahma Parivartan is delayed due to the human mismanagement. We demand before the authority to punish the culprit so in future none will dare to commit such mistakes. The mass dharana programme will be held  near power house chhak by Viswa Hindu Parishad on 25th june 2015 from 10.30am to 1.00pm.
Therefore, we are requesting you to send your media team along with photographers and cameramen to cover  the  said  event as  per  schedule.

                                                                                         
                                                                                    Yours sincerely

                                                                                       Pramod Kumar Das
                                                                                       Spokes Person
                                                                                        VHP,Odisha  
                                                                 Contact-9437199192


         

Tuesday, June 23, 2015

THE MASS DHARANA PROGRAME NEAR POWER HOUSE CHHAK, BHUBANESWAR BY VISWA HINDU PARISHAD ON 25-06-,2015 FROM 10.30 AM. TO 1.00PM.

23/06/2015


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Monday, June 22, 2015

संस्कृत को अपनाकर ही विश्वगुरू बनेगा भारत – स्वामी विवेकानन्द सरस्वती

मेरठ (विसंकें). भारत में संस्कृत भाषा की अधोगति के कारण ही आज भारत की दुर्दशा हैं. यदि अपनी उन्नति करनी है तो संस्कृत को अपनाना होगा. भारत संस्कृत भाषा के द्वारा ही विश्वगुरु बनेगा. “ संस्कृत भारती मेरठ प्रान्त के 10 दिवसीय संस्कृत प्रशिक्षण वर्ग के समापन अवसर पर मुख्य वक्ता गुरुकुल प्रभात आश्रम के स्वामी विवेकानन्द सरस्वती ने शिक्षार्थियों को संबोधित किया.
इससे पूर्व कार्यक्रम में संस्कृत भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कामत ने कहा कि आज से 35 वर्ष पूर्व 1981 में तिरुपति विद्यापीठ के 3 छात्रों ने यह संकल्प लिया कि हम सर्वदा संस्कृत में सम्भाषण करते हुए विश्व को संस्कृत सम्भाषणमय बनायेंगे. उनके द्वारा लिया वह संकल्प ही संस्कृत भारती नामक संगठन के रूप में प्रकट हुआ. संस्कृत कठिन नहीं है, सरल है, सरलता से बोला जा सकता है. इस भाव का निर्माण हुआ. यह संस्कृतभारती के कार्य का ही परिणाम है कि आज भारत में 80 लाख लोग संस्कृत में सम्भाषण करते हैं. 5 हजार संस्कृतगृहम, 39 देशों में 2950 स्थानों पर कार्य है. कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्या भारती के कोषाध्यक्ष आनन्द प्रकाश अग्रवाल ने की. मंच संचालन कृष्ण कुमार ने किया.

ध्यान, योग, प्राणायाम के साथ बजरंग दल दिल्ली का प्रशिक्षण शिविर संपन्न

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नई दिल्ली. योग, ध्यान, प्राणायाम के अभ्यास तथा आतंकवाद के विरुद्ध प्रदर्शन के साथ बजरंग दल दिल्ली के शौर्य प्रशिक्षण शिविर का समापन हो गया. विहिप के केन्द्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह पंकज ने कहा कि यह एक संयोग ही है कि दिल्ली प्रान्त के शिविर का समापन उस दिन हो रहा है, जब भारतीय संस्कृति के महापर्व योग दिवस को पूरा विश्व मना रहा है. जहां डिस्को, ड्रिन्क व ड्रग्स की संस्कृति ने आज देश के असंख्य नौजवानों को जकड़ रखा है, वहीं बजरंग दल ने योग, ध्यान, प्राणायाम व सूर्य नमस्कार से उनके अन्दर सेवा, सुरक्षा, संस्कार और आत्म स्वाभिमान का भाव जागृत करने का अनुपम कार्य किया है. उन्होंने भी कहा कि बजरंग दल ने अपने जन्म से ही युवाओं में राष्ट्रीयता का संचार कर देश के सामने आई हर चुनौती का डट कर मुकाबला करना तो सिखाया है. बजरंग दल के प्रांत संयोजक नीरज दोनेरिया के निर्देशन में सम्पन्न शिविर में सौ से अधिक युवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त कर देश और धर्म के रक्षार्थ शपथ ली. कार्यकर्ताओं ने आतंकियों के विरुद्ध लड़ाई का न सिर्फ़ संकल्प लिया, बल्कि ऐसे हमलों से निपटने का प्रशिक्षण प्राप्त कर उसका प्रदर्शन भी किया.
पूर्वी दिल्ली के शंकर नगर स्थित गीता बाल भारती विद्यालय में 14 जून से प्रारम्भ हुए बजरंग दल शौर्य प्रशिक्षण शिविर में विहिप व बजरंग दल की स्थापना व उद्देश्य, भारत के वर्तमान संकट व उनके समाधान, पाश्चात्य संस्कृति के दुष्परिणाम, सेवा कार्य क्यों और कैसे, आपदा प्रबन्धन, धर्म और कानून, गौ रक्षा-राष्ट्र रक्षा जैसे अनेक विषयों पर शिविरार्थियों को विशेषज्ञों का मार्गदर्शन मिला. शिविर के समापन समारोह में बजरंगियों ने योग, ध्यान, प्राणायाम, जूडो-कराटे, मार्शल आर्ट, मुक्केबाजी, दण्ड, बाधापार, निशाने बाजी का प्रदर्शन किया. वर्गाधिकारी जितेन्द्र कुंवर ने शिविर का ब्योरा प्रस्तुत किया, महेश कुमार ने मुख्य शिक्षक की भूमिका निभाई. समापन कार्यक्रम में विहिप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री करुणा प्रकाश, दिल्ली के महामंत्री राम कृष्ण श्रीवास्तव, सहित गणमान्यजन उपस्थित थे.

Brahma Parivartan Delay A Shame: Rout

BHUBANESWAR: Even as the State Government is on the backfoot over the issue of utter mismanagement in the conduct of rituals during the Brahma Parivartan of Lord Jagannath and other deities, senior BJD leader and Excise Minister Damodar Rout put it into further embarrassment by stating that everybody involved with the delay should be ashamed.
Rout, who expressed concern over the deterioration in the management of the temple affairs to such an extent, said the entire State should be ashamed of this state of things. Even the Muslim general Kalapahada could not do any damage to Lord Jagannath, Rout said and added that the delay in Brahma Parivartan is a serious irregularity for which ‘we should all be ashamed’, he said.
The Excise Minister, who has a habit of putting the Government into embarrassing situation with his statements, however, maintained that the State Government and the ruling Biju Janata Dal (BJD) should not be made responsible for this. “How the State Government is responsible?” he asked and criticised the Opposition parties for trying to politicise the issue.
Meanwhile, the Opposition parties reiterated their demand for stern action against those responsible for the serious mismanagement of the conduct of the rituals of Brahma Parivartan, one of the key rituals of Nabakalebara.
While the Odisha Pradesh Congress Committee (OPCC) had demanded resignation of Chief Minister Naveen Patnaik following the mismanagement, the State unit of BJP had sought immediate removal of Chief Administrator of the Shri Jagannath Temple Administration (SJTA) Suresh Mohapatra holding him responsible for the matter.
Both the Congress and the BJP had criticised the State Government for trying to gain political mileage out of Nabakalebara by appointing BJD leaders in key positions to monitor temple affairs. Several other organisations had also demanded immediate removal of Minister of State for Law Arun Sahu.

Published: 22nd June 2015 06:00 AM
Last Updated: 22nd June 2015 

Badagrahis File Statements on Brahma Parivartan Delay

PURI:  As part of the ongoing probe into the inordinate delay and disturbance in Brahma Parivartan ritual of the four deities in Jagannath Temple here, four Badagrahi Daitapatis (entrusted with performing the Brahma Parivartan ritual) submitted their statements before Chief Administrator of the temple Suresh Chandra Mahapatra on Sunday.
The Badagrahi Daitapatis -  Nabakishore Patimahapatra for Lord Sudarshan, Haladhar Dasmahapatra for Lord Balabhadra, Ramchandra Dasmahapatra for Devi Subhadra and Jagannath Swain Mahapatra, for Lord Jagannath - appeared in the court of the Chief Administrator on the day.
Earlier, the temple administration had served showcause notices on the four Badagrahis, Biswakarmas besides president and secretary of the Daitapati Nijog asking them to submit their statements by June 21. They were directed to describe the situations that led to the disturbance in performing the ritual. Mohapatra urged other Daitapatis, intending to reveal the truth, to file their statements with the court and assured to keep their names secret.
Showcause notice has also been issued to the Pradhan Acharya of Swotriya Brahmins Prasanna Mohapatra who performed the 11-day Mahayajna in Koili Baikuntha asking him to explain the delay in ‘Purna Ahuti’. The ‘Purna Ahuti’, which was scheduled at 4.30 pm on Monday, was held at 2.30 am on Tuesday.
Chief of Chhatis Nijog Janardan Pattajoshi Mahapatra, considered second most important servitor after Gajapati in the hierarchy of Sri Jagannath Temple servitors, demanded stringent punishment against the persons found guilty.
At the Chhatis Nijog meeting here on Sunday, it was decided not to perform the 13th day ceremony (Shradha) of the deities. It was also decided to refund the money of devotees deposited in the temple’s account for the purpose. Suresh Chandra Mohapatra also attended the meeting.

Published: 22nd June 2015 06:00 AM
Last Updated: 22nd June 2015 

भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर है योग – दत्तात्रेय होसबले जी

वाराणसी (विसंकें). निवेदिता शिक्षा सदन बालिका इण्टर कालेज, तुलसीपुर, महमूरगंज में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित योग कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन मधुकर भागवत जी की उपस्थिति में स्वयंसेवकों ने सामूहिक रूप से भाग लिया. इस अवसर पर योग कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले जी ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर है. योग का तात्पर्य जोड़ना है, योग मात्र आसन, प्राणायाम एवं रोगोपचार तक ही सीमित नहीं है. योग मन को शरीर से, मनुष्य को प्रकृति से, विचार को कर्म से तथा  परमपिता परमात्मा से आत्मा के मिलन का साधन है.
उन्होंने कहा कि योग किसी न किसी रूप में पूरे विश्व में प्रचलित है. योग जैसे ही भारत मूल के ध्यान को भी चीन एवं जापान में जेन के नाम से जाना जाता है. हजारों वर्ष पहले से ही हमारे ऋषि-मुनियों ने योग को पूरे विश्व में फैलाने का प्रयास किया. योग विश्व में कई नामों से जाना जाता है – पातंजलि योग, हठ योग, लय योग, जैन योग, बौद्ध योग आदि. विश्व भी भारत की संस्कृति का गुणगान करता रहा है और इसकी महत्ता को समझ चुका है. यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने कुछ वर्ष पहले ऋग्वेद को विश्व धरोहर के रूप में स्वीकार किया. सह सरकार्यवाह जी ने भगवान शिव को आदि योग गुरू बताया, क्योंकि भगवान शिव ने ही सप्त ऋषियों को प्रथम बार अष्टांग योग दर्शन कराया. योग का महत्व हमारे प्रधानमंत्री जी ने अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान विश्व के समक्ष रखा और उनका ध्यान आकर्षित कराया. बाद में दिसम्बर में आयोजित संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में योग को 177 देशों की मान्यता मिली और 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया. रा.स्व.संघ ने भी 2015 मार्च में नागपुर में सम्पन्न अपनी अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बैठक में एक प्रस्ताव द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्णय का अभिनन्दन करते हुए सभी देशवासियों से योग दिवस में सहभागी होने के लिए आग्रह किया था. आज के दिन सैकड़ों देश योग दिवस मना रहे हैं, यह हम सब भारतवासियों के लिए गौरव का विषय है. कार्यक्रम के दौरान पू. सरसंघचालक जी, सह सरकार्यवाह जी, सहित मधुभाई कुलकर्णी जी, इन्द्रेश कुमार जी, अनिल ओक जी, क्षेत्र, प्रांत के कार्यकर्ता उपस्थित थे.
वाराणासी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
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Sunday, June 21, 2015

योग जीवन एवं स्वास्थ्य के लिए अति आवश्यक है

Displaying SEVA-5.jpgझारसुगुड़ा :
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जहां रविवार को राजपथ सहित पूरे विश्व में योग दिवस मनाया गया। वहीं झारसुगुड़ा में भी पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को ले लोगों में काफी उत्साह रहा, और काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया। पतंजलि योग समिति, रोटरी क्लब आफ झाण्रसुगुड़ा व प्रेमी संघ ने मनमोहन एमई स्कूल के मैदान में अलग- अलग योग दिवस मनाया।
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रविवार की सुबह छह बजे से 7.45 बजे तक चले योग शिविर में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पुरुष, युवक-युवतियां व स्कूली बच्चों ने भाग लिया। पतंजलि योग समिति व रोटरी क्लब आफ झारसुगुड़ा द्वारा आयोजित योग शिविर में योग गुरू घनश्याम मेहेर शिविर में आए लोगों को अनुलोम- विलोम, कपालभाती, योगाशन कराए। पतंजलि योग समिति झारसुगुड़ा शाखा के संचालक तुलेश्वर कुमार चौधरी, देवेंद्र नायक, प्रदीप पाणिग्राही, आशुतोष मिश्रा, काला कान्हू दास, सुनिल पंडा सहित रोटरी क्लब आफ झारसुगुड़ा के अध्यक्ष साजीद हुसैन, किशन अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, संजय खेतान, विनोद आरुकिया, हर्षित मोदी, रितेश साकुनिया आदि सदस्यों की भूमिका सहयोगात्मक रही। इस अवसर पर वरिष्ठ नागिरक संघ, भाजपा, आरएसएस, प्रजापति ईश्वरीय विश्वविद्यालय, शहर के अन्य संगठनों के लोग बड़ी संख्या में शामिल थे। इसी क्रम में योग प्रेमीसंघ की ओर से भी सुबह छह बजे से आठ बजे योग शिविर का आयोजन किया था। शिविर में संघ के रामअवतार सुरेश गर्डिया ने लोगों को योग की विभिन्न आसनों के बारे में जानकारी दी।उन्होंने कहा कि बदलती जीवन शैली में योग की भूमिका काफी बढ़ गई है। योग के द्वारा लोग निरोग रह सकते हैं। उन्होने कहा कि योग जीवन एवं स्वास्थ्य के लिए अति आवश्यक है।
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योग भारत का सबसे अतुलनीय संपद-गजपति महाराज

 
भुवनेश्वर : पहले अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली सहित पूरे देश में लोगों ने योगाभ्यास किया। योगाभ्यास में भुवनेश्वर में भी केन्द्रीय मंत्री सुदर्शन भगत ने योग किया। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों व संस्थाओं में भी योग शिविर का आयोजन किया गया, जो कि अपने आप में एक मिसाल है। योग दिवस के मौके पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ यह बता रही थी कि लोगों का सदियों से चले आ रहे योग के प्रति विश्वास डिगा नहीं है।
राजधानी भुवनेश्वर के नयापल्ली दुर्गा पूजा मंडप परिसर में पतंजलि योगपीठ खुर्दा की तरफ से आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने सामूहिक रूप से योग किया। यहा पर आयोजित योग कार्यक्रम में योग गुरू सुधाशु अधिकारी ने उपस्थित लोगों को योग करवाया तो उत्सव में वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी दोल गोविंद प्रधान, गजपति महाराज दिव्य सिंह देव एवं केंद्रीयमंत्री सुदर्शन भगत ने योग के महत्व पर अपने विचार रखे। योग योग दिवस में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कनक बर्धन सिंहदेव, जिलाध्यक्ष अमीय दास, भाजपा प्रदेश के संगठन मंत्री प्रसन्न मिश्र, भाजपा के उपाध्यक्ष, भाजपा के युवा नेता उमेश खंडेलवाल, उमंग खंडेलवाल सहित काफी संख्या में लोगों ने योग किया। इस अवसर पर योग गुरू सुधाशु अधिकारी ने अनुलोम- विलोम, कपालभाती सहित अन्य के बारे में जानकारी दी और कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने में नयापल्ली दुर्गा पूजा मंडप कमेटी का सहयोग सरानीय है।
केंद्रीयमंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि पूरी दुनिया आज योग दिवस मना रही है। यह देश की बहुत बड़ी उपलब्धि है। योग भारतीय संस्कृति की खोज है। यह भारत की दुनिया को अमूल्य देन है। योग से शाति मिलेगी। योग के जरिए मन व बुद्धि को संतुलित रख सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी के प्रयास से योग को आज अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि निरोग रहने के लिए योग जरूरी है। योग के जरिए पूरी दुनिया को एक किया जा सकता है। हम भी निरोग रहें और पूरी दुनिया को निरोग रखें। मंत्री ने कहा कि योग को पाठ्यक्त्रम में भी शामिल करने का प्रयास हमारी सरकार करेगी।
इस अवसर पर गजपति महाराज दिव्य सिंह देव ने कहा कि योग भारत का सबसे अतुलनीय संपदा है। योग परमात्मा के साथ जोड़ता है। गजपति महाराज ने कहा कि योगाशन- प्राणायाम से हमारा अंत:करण शुद्ध होता है। योग हमारा जीवन है, जिस प्रकार से सास लेना हमारा अभिन्न अंग हैए उस तरह योग है। विश्व में शाति, सद्भावना चाहते हैं तो उसका एकमात्र मार्ग है योग। यह कल भी सत्य था और आज भी सत्य है और आगामी दिनों में भी सत्य रहेगा।
 सुबह से रूक-रूककर हो रही बारिश के बावजूद विभिन्न समाजसेवी संगठनों की तरफ से सामूहिक योग शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या लोगों ने भाग लिया। जानकारी के अनुसार ¨हदी विकास मंच की तरफ से स्थानीय बमीखाल में योग शिविर आयोजित किया गया था, जिसमें मंच के सदस्यों के साथ स्थानीय लोगों ने योगाभ्यास किया और योग के गुर सीखे। यहा पर अनिल सिंह ने उपस्थित तमाम सदस्यों को योग के बारे में जानकारी दी। करीबन दो घटे तक यहा पर उन्होंने एक- एक लोगों को योग के विभिन्न व्यायाम को सिखायाऔर इसे नियमित करने का सुझाव दिया।

भारत विश्व के लिए एक मिसाल बन गया है

कटक : सास्कृतिक व परंपरा की नगरी कटक में भी पहले अंतरराष्ट्रीय यो योग दिवस के मौके पर बारिश के बावजूद भी लोगों ने बढ़- चढ़ कर हिस्सा लिया। कटक जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम परिसर में आोयजित अन्तर्राष्ट्रीय योगा दिवस कार्यक्रम केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि भारत विश्व के लिए एक मिसाल बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग को विश्व भर में लाने की जो कवायत किए हैं उसे बहुत से देशों ने अपना समर्थन दिया है। भारत में लाखों जगहों पर योग को उत्साह पूर्व लोगों ने अपना रहे हैं। स्वस्थ समाज बनाने के लिए योगा की जरूरत है। इससे एक इंसान शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहेगा। यह पहल को दुनिया भर में सराहना मिली है। शिविर में पूर्व मंत्री समीर दे, भाजपा राज्य महासचिव नयन किशोर महाती, हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश जस्टिस बीपी दास, ओसीए महासचिव आशीर्वाद बेहेरा, कटक एडीएम लक्ष्मीधर महाती, लोकसेवक मंडल के आजीवन सदस्य निरंजन रथ प्रमुख शामिल होकर योगाभ्यास किए। शहर के विभिन्न अनुष्ठान व स्कूल कालेज के छात्र भी शताधिक संख्या में इस शिविर में भाग लेकर प्रशिक्षकों द्वारा दिए जा रहे योग प्रशिक्षण का लाभ उठाए। केवल इंडोर स्टेडियम ही नहीं बल्कि बारबाटी स्टेडियम भी सुबह के समय योगा शिविर आयोजित किया गया। पातंजलि योगा समिति की तरफ से चलने वाले योग शिविर में काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया। सत्यव्रत स्टेडियम परिसर में मौजूद योगा एसोसिएशन परिसर में भी योगा दिवस का पालन किया गया।
फि¨रग बाजार स्थिति चिन्मय मिशन में एक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया, जिसमें काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया रक्तदान किए।

यत्र, तत्र, सर्वत्र योग की अलख जगेगी आज


राउरकेला: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर रविवार को इस्पात नगरी राउरकेला जिला समेत पूरे सुंदरगढ़ जिले में यत्र, तत्र, सर्वत्र योग की अलख जगाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। जिसमें जिला स्तरीय योग दिवस का पालन करने समेत कल-कारखानों एवं विभिन्न संगठनों की ओर से भी योग दिवस मनाया जाएगा। इसके लिए स्थान व समय का निर्धारण भी कर लिया गया है।


राउरकेला नगर प्रशासन की ओर से उदितनगर हाईस्कूल के योग कक्ष में दो प्रशिक्षकों की देखरेख में सुबह सात बजे से जिला स्तरीय योग दिवस मनेगा। सुंदरगढ़ जिला मुख्यालय की ओर से स्थानीय भवानी भवन मैदान में सुबह छह से आठ बजे तक योग दिवस का पालन होगा। राउरकेला स्टील प्लांट की ओर से सेक्टर-2 स्थित इंडो-जर्मन क्लब में सुबह सात बजे से योग दिवस मनाने का कार्यक्रम है। आर्ट आफ लि¨वग की राउरकेला शाखा की ओर से श्री श्री स्पेस उदितनगर, पानपोष सरस्वती शिशु मंदिर में योग दिवस पर योग की महिमा का बखान होगा। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से सेक्टर-13 स्थित प्रतिमा मिलन मैदान में योग दिवस मनेगा। इसके समेत सेक्टर-2 स्थित उत्कल योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, उदितनगर में हरि मार्निंग क्लब, संगीत शिल्पी समाज, बीरमित्रपुर के मारवाडी पंचायती धर्मशाला में पतंजलि योग समिति समेत राउरकेला समेत जिले के अन्य स्थानों पर भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की तैयारी पूरी कर ली गई है।


Debar the errant officers and sevayats from service who are involved in the misdeeds of Nabakalebar

Debar the errant officers and sevayats from service who are involved in the misdeeds of Nabakalebar
Bhubaneswar Dt-21.06.15, Sunday -(vsk odisha) Sri JgannathSanskrutiSurakhyaManchOdisha, in a press conference held here at “ODESA Bhawan” demanded to identify the culprits who are found guilty in the misdeeds from Identifying Darus to transfer of brahma during Nabakalebar.and take stringent action , even debarring them from seba.
SwamijiDr.Arupanandaji, President, Nikhil UtkalMathaMandiradhisSevaSangha and Advisor, JagannathSanskrutiSurakhyaManch, explained in a heavy heart, the misdeeds like, Selection of Darus, Disclosur of Gupta(secret rituals) seva, violation of time schedule in bringing Daru to Sri Mandir and keeping Darus enroute in violation of prescribed rules, favouring a particular group of sevayats and ignoring othrsevayats, Delay in supply of Darus to Maharanas(carpenters) for construction of deities and allowing a particular group toco;;ect cash from the devoties during Daru’sjouney to Sri Mandir are the most sinful incidents which occurred in this summer during Nabakalebar. But the Chief Administrator kept a blind eye on this incidents and took no action which surprised the devoties.
This led to major debacle during transfer of Brahma, ehich surpassed all other incidents, by delay and defy of neetis and traditions which shocked the devotees all across the country and abroad.
Some Daitapatis, having close link with the rulling party created several disturbances in nitis of the temple and Nabakalebar, are to be disowned by the concerned parties to console the aggrieved devotees said  Dr.PrafullaRath, Convenor of the Manch
Advocate Sri Shakti Shankar Mishra, Member MuktiMandapSabha and Joint Convenor JagannathSanskrutiSurakhyaManch demanded that Sri Mandir Management committee be guided by JagadguruSankaracharya and GajapatiMaharaj of Puri for smooth conductof Rathyatra and creating systematic and devotee friendly atmosphere in the Sri Mandir.
It was found that photos of some rare and secret  rituals, Veshas were taken by the sevayats and sold to foreigners, which states clear violation of no phones or camera in the temple. Sri Ajit Kumar Patnaik also Joint Convenor of the Manch identification of culprits and action debarring them from seva as well as total banon taking camera or mobile phone inside the temple. This is to be strictly followed and heavy penalty be imposed for violation.

They also condemned inaction and “Dhritarastra” like attitude of the state govt. even after so many unfortunate incidents and misdeeds and demanded immediate action against those who are responsible for all these wrongs. And the Sri Jagannath Temple Administration be kept under the G.A Dept. or Revenue Dept. instead of Law Department.

21/06/2015


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