Sunday, June 21, 2015

योग भारत का सबसे अतुलनीय संपद-गजपति महाराज

 
भुवनेश्वर : पहले अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली सहित पूरे देश में लोगों ने योगाभ्यास किया। योगाभ्यास में भुवनेश्वर में भी केन्द्रीय मंत्री सुदर्शन भगत ने योग किया। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों व संस्थाओं में भी योग शिविर का आयोजन किया गया, जो कि अपने आप में एक मिसाल है। योग दिवस के मौके पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ यह बता रही थी कि लोगों का सदियों से चले आ रहे योग के प्रति विश्वास डिगा नहीं है।
राजधानी भुवनेश्वर के नयापल्ली दुर्गा पूजा मंडप परिसर में पतंजलि योगपीठ खुर्दा की तरफ से आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने सामूहिक रूप से योग किया। यहा पर आयोजित योग कार्यक्रम में योग गुरू सुधाशु अधिकारी ने उपस्थित लोगों को योग करवाया तो उत्सव में वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी दोल गोविंद प्रधान, गजपति महाराज दिव्य सिंह देव एवं केंद्रीयमंत्री सुदर्शन भगत ने योग के महत्व पर अपने विचार रखे। योग योग दिवस में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कनक बर्धन सिंहदेव, जिलाध्यक्ष अमीय दास, भाजपा प्रदेश के संगठन मंत्री प्रसन्न मिश्र, भाजपा के उपाध्यक्ष, भाजपा के युवा नेता उमेश खंडेलवाल, उमंग खंडेलवाल सहित काफी संख्या में लोगों ने योग किया। इस अवसर पर योग गुरू सुधाशु अधिकारी ने अनुलोम- विलोम, कपालभाती सहित अन्य के बारे में जानकारी दी और कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने में नयापल्ली दुर्गा पूजा मंडप कमेटी का सहयोग सरानीय है।
केंद्रीयमंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि पूरी दुनिया आज योग दिवस मना रही है। यह देश की बहुत बड़ी उपलब्धि है। योग भारतीय संस्कृति की खोज है। यह भारत की दुनिया को अमूल्य देन है। योग से शाति मिलेगी। योग के जरिए मन व बुद्धि को संतुलित रख सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी के प्रयास से योग को आज अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि निरोग रहने के लिए योग जरूरी है। योग के जरिए पूरी दुनिया को एक किया जा सकता है। हम भी निरोग रहें और पूरी दुनिया को निरोग रखें। मंत्री ने कहा कि योग को पाठ्यक्त्रम में भी शामिल करने का प्रयास हमारी सरकार करेगी।
इस अवसर पर गजपति महाराज दिव्य सिंह देव ने कहा कि योग भारत का सबसे अतुलनीय संपदा है। योग परमात्मा के साथ जोड़ता है। गजपति महाराज ने कहा कि योगाशन- प्राणायाम से हमारा अंत:करण शुद्ध होता है। योग हमारा जीवन है, जिस प्रकार से सास लेना हमारा अभिन्न अंग हैए उस तरह योग है। विश्व में शाति, सद्भावना चाहते हैं तो उसका एकमात्र मार्ग है योग। यह कल भी सत्य था और आज भी सत्य है और आगामी दिनों में भी सत्य रहेगा।
 सुबह से रूक-रूककर हो रही बारिश के बावजूद विभिन्न समाजसेवी संगठनों की तरफ से सामूहिक योग शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या लोगों ने भाग लिया। जानकारी के अनुसार ¨हदी विकास मंच की तरफ से स्थानीय बमीखाल में योग शिविर आयोजित किया गया था, जिसमें मंच के सदस्यों के साथ स्थानीय लोगों ने योगाभ्यास किया और योग के गुर सीखे। यहा पर अनिल सिंह ने उपस्थित तमाम सदस्यों को योग के बारे में जानकारी दी। करीबन दो घटे तक यहा पर उन्होंने एक- एक लोगों को योग के विभिन्न व्यायाम को सिखायाऔर इसे नियमित करने का सुझाव दिया।

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