जैसलमेर (विसंकें). सीमाजन कल्याण समिति के दिवंगत पदाधिकारियों स्व. राकेश कुमार और स्व. भीखसिंह भाटी की प्रथम पुण्यतिथि पर सोढ़ाकोर गांव के समीप उनके स्मारक स्थल पर समिति व उसमें सहयोगी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. उसके पश्चात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक मुरलीधर जी ने कहा कि समिति के दो श्रेष्ठ कार्यकर्ताओं का इसी स्थान पर सीमा सुरक्षा के निमित्त प्रवास करते हुए सड़क हादसे में देहावसान हो गया था. अब उनके काम को आगे बढ़ाने के लिए हम सभी को अवसर मिला है. इस स्थान पर ऐसा प्रकल्प चले जो समाज को बल प्रदान कर सके. उन्होंने स्मारक के लिए एक बीघा जमीन दान करने वाले देवीसिंह परिवार के प्रति आभार जताया. इस अवसर पर सोढ़ाकोर सरपंच योगेश्वर भारती, समिति के प्रांतीय महामंत्री बंशीलाल भाटी, पदाधिकारी अलसगिरी, मुरलीधर खत्री, सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे.
जैसलमेर. सीमाजन कल्याण समिति जैसलमेर के तत्वावधान में गुरुवार रात्रि को नगर के हनुमान चौराहा पर आयोजित भव्य भजन संध्या में बालोतरा के विख्यात गायक कलाकार प्रकाश माली ने ईश्वर भक्ति और देशभक्ति से संबंधित भजन और गीत सुना कर हजारों श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. जनसमुदाय ने करीब चार घंटे तक यादगार कार्यक्रम को सुना. समिति ने यह कार्यक्रम सीमा जागरण मंच के पूर्व अखिल भारतीय संगठन मंत्री स्व. राकेश कुमार और सीमाजन कल्याण समिति के पूर्व जिला संगठन मंत्री स्व. भीखसिंह भाटी की प्रथम पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर आयोजित करवाया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जोधपुर के सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत और विशिष्ट अतिथियों के रूप में जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी एवं पोकरण विधायक शैतान सिंह राठौड़ उपस्थित थे. संत सानिध्य के तौर पर ख्याला मठ के गोरखनाथ जी महाराज, संत दीपक साहेब जी और शिवसुखनाथ जी महाराज की मौजूदगी रही. प्रारंभ में भारतमाता के चित्र पर सांसद और विधायकों ने पुष्प अर्पित किये. सीमाजन की जिला टीम के सदस्यों ने संतों का श्रीफल भेंट कर स्वागत किया. कार्यक्रम की विषय वस्तु सीमाजन के प्रांतीय महामंत्री बंशीलाल भाटी ने प्रस्तुत की. इस मौके पर स्व. भीखसिंह भाटी के परिवारजनों का भी सम्मान किया गया.
सांसद शेखावत ने संक्षिप्त उद्बोधन में स्व. राकेश कुमार और स्व. भीखसिंह भाटी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला, कहा कि दोनों दिवंगत व्यक्तियों ने देश की सीमाओं की सुरक्षा में अपना जीवन खपा दिया. उनका असामयिक निधन एक अपूरणीय क्षति है, लेकिन साथ ही उनके द्वारा किये गये कार्य हम सबको राष्ट्रसेवा के लिए अनुप्राणित करते रहेंगे.
कार्यक्रम की शुरुआत प्रकाश माली ने श्रीगणेश वंदना से की. बाद में हनुमान चालीसा, बाबा रामदेव और माजीसा के भजनों की अनुपम प्रस्तुतियां दी. उनके गायन की विशिष्ट शैली एवं आवाज के आरोह-अवरोह तथा आर्केस्ट्रा की बुलंद स्वर लहरियों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. माली ने महाराणा प्रताप पर आधारित गीत ‘‘मायड़ थारो पूत कठै’’ ने जनसमुदाय में देशभक्ति की लहर सी पैदा कर दी. प्रकाश माली ने गायन के बीच-बीच में वर्तमान में राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सिर उठाये हुए खतरों की तरफ ध्यान आकृष्ट करवाया. कार्यक्रम का संचालन केसरसिंह सूर्यवंशी ने किया.
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