Tuesday, July 29, 2014

दो स्वयंसेवक घायल किशोरी की मदद के लिये आगे आये

दो स्वयंसेवक घायल किशोरी की मदद के लिये आगे आये


Do Swayamsevakदेहरादून जुलाई (विसंके). ‘‘आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आओ आपको कुछ खिलाता हूं. भाई जी! अरे रूको, ये आपके लिये पैसे हैं, अरे ले लो जी, आपके फल के लिये हैं. अरे भाई जी आपका तो मेरे साथ खून का रिश्ता हो गया है’’
ये भावुकता से भरे शब्द थे जिला चमोली के पीपलकोटी के रहने वाले उस बेबस पिता के जो अपनी 14 वर्षीय बिटिया तनूजा को कोरोनेशन हॉस्पिटल में भर्ती कराये हुये है. वह अपने दाहिने हाथ की बीच की दो अंगुलियां और पूरा बायां हाथ विद्युत की चपेट में आने से खो चुकी है.
यह बात जब विश्व संवाद केन्द्र देहरादून को पता चली तो यहां के दो स्वयंसेवक नरेश प्रसाद व प्रमोद मिश्रा आज सुबह ही दून अस्पताल पहुंचकर  Kishori ki madad ko aage aayeउस बालिका के पिता देवेन्द्र सिंह से सम्पर्क कर कर 2 यूनिट रक्तदान किया तथा भविष्य में भी सहयोग करने की बात कही और हम सबकी ईश्वर से प्रार्थना है कि वह जल्दी ही स्वस्थ हो कर अपने परिवार के साथ प्रसन्नतापूर्वक जिये.

हिन्दू जागरण मंच ने लिया अखण्ड भारत के लिये संकल्प हिन्दू जागरण मंच ने लिया अखण्ड भारत के लिये संकल्प

कानपुर. हिन्दू जागरण मंच कानपुर प्रान्त ने भारत को फिर से अखण्ड बनाने के लिये निरंतर प्रयत्न करते रहने का संकल्प लिया. यह संकल्प गत 27 जुलाई को ओंकारेश्वर शिक्षा निकेतन, जवाहर नगर कानपुर में सम्पन्न हुयी की कार्यशाला में लिया गया. इस कार्यशाला में अखण्ड भारत विषय को लेकर ‘‘और देश बंट गया’’ पुस्तक के एक-एक अध्याय पर चर्चा की गई.
AKHAND BHARAT KARYSHALA 7तीन सत्रों में चली इस कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए हिन्दू जागरण मंच के श्री सुबोध चोपड़ा ने देश विभाजन की त्रासदी को उपस्थित कार्यकर्ताओं के समक्ष रखा. महामंत्री श्री रामप्रकाश व्दिवेदी ने कहा कि ‘वन्देमातरम्’ इस देश का प्राण है. वन्देमातरम् का उद्घोष करते हुए हजारों शहीदों ने अपने प्राण हंसते-हंसते न्योछावर कर दिये. प्रान्त उपाध्यक्ष श्री पीयूष जी ने कहा कि बंगाल का बंटवारा अंग्रेजों की सोची-समझी चाल थी.
महानगर अध्यक्ष श्री प्रवीण जी ने कहा कि आन, बान और शान की लड़ाई को लड़ना पड़ेगा और भारत को अखण्ड बनाने के लिये प्रयत्नशील होना पड़ेगा. प्रदेश संगठन मंत्री श्री राजेश भाई ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब भारत को अखण्ड करने में समय नहीं लगेगा. हम सब जानते हैं कि खण्डित मूर्ति की पूजा नहीं की जाती. इसलिये खण्डित भारत की पूजा भी तब तक पूर्ण नहीं हो सकती है, जब तक कि वह अखण्ड न हो जाय. सन् 1250 का सांस्कृतिक भारत ही हमारा अखण्ड भारत है. इसको हम पुनः अखण्ड करने का संकल्प लें. इस कार्यशाला का कुशल संचालन वीरांगना वाहिनी की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती अर्चना मिश्रा ने किया.

सहारनपुर दंगे का सच

मेरठ(विसंके). गत 25 जुलाई की रात्रि में सहारनपुर में हुआ दंगा प्रशासन की अकर्मण्यता का एक जीता-जागता उदाहरण है. थाना कुतुबशेर के अंतर्गत अम्बाला रोड क्षेत्र में स्थित गुरूद्वारे से सटा एक प्लाट है जिस पर मुस्लिम भी अपना दावा करते हैं. सिखों का कहना है कि यह जमीन उन्होंने कस्टोडियन द्वारा काबिज पक्ष से खरीदी थी. जिला जज ने 2013 में गुरूद्वारे के पक्ष में निर्णय दिया तथा जमीन पर गुरुद्वारे का स्वामित्व सिद्ध हो गया. गुरूद्वारे की प्रबंध समिति ने प्रशासन से इस जमीन पर निर्माण करने में सहयोग की अपेक्षा की किन्तु प्रशासन निरन्तर उसे टालता चला आ रहा था. दिनांक 25 जुलाई की रात्रि में गुरूद्वारा प्रबंध समिति ने वहाँ निर्माण कार्य प्रारंभ किया.
प्रातः2.30 बजे के आसपास सपा नेता एवं सभासद मोहर्रम अली पप्पू तथा कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने वहाँ निकट ही स्थित एक मस्जिद में मुसलमानों को एकत्र कर दंगा करने के लिये भड़काया. प्रारंभ में उन्होंने अंबाला रोड पर जाम लगाकर प्रशासन पर दबाव बनाया. तत्पश्चात सर्वप्रथम उन्होंने निकट ही फायर ब्रिगेड स्टेशन पर हमला किया तथा थाना कुतुबपुर में गोली चलाई, जिसमें सेंसर पाल नामक एक सिपाही को गोली लगी. इतना होने के पश्चात मुसलमानों के हौसले बुलंद हो गये तथा प्रशासन दबाव में आ गया. कुतुबपुर और धोबीघाट पर तोड़फोड़ की गई अंबाला रोड पर दंगाई आगे बढ़े तथा लगभग सौ दुकानों को उन्होंने आग लगा व लूटा, जिसमें करोड़ों की सम्पत्ति का नुकसान हुआ. आगजनी पर काबू पाने के लिये सरसावा एयरफोर्स स्टेशन से दमकल की गाड़ी बुलाई गई. गुरुद्वारा रोड, रायवाला, नेहरू रोड, कोर्ट रोड, नुमाइश कैम्प, मिशन कम्पाउंड आदि अनेक स्थानों पर आग लगाई गई. दंगे पर नियंत्रण पाने के लिये शहर के सभी छह थाना क्षेत्र में कर्फ्यू घोषित किया गया.
शहर का सबसे पॉश बाजार कोर्ट रोड भी हिंसा की चपेट में आ गया और पार्श्वनाथ प्लाजा में दो दुकानों को फूंक दिया गया. हाथ में रिवाल्वर और माउजर लेकर पुलिस के सामने से ही दंगाई मोटर साइकिल से निकलते रहे. सड़कों पर चलते हुये लोगों से नाम पूछकर उन पर गोली दागी गई लेकिन पुलिस तमाशाबीन ही बनी रही और अपनी जान बचाने की कोशिश में लगी रही. बवाल और उपद्रव बढ़ते जा रहे थे, लेकिन पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी फोर्स नहीं बढ़ा रहे थे. कर्फ्यू के ऐलान होने के बाद भी आदेश का पालन करने में आधा घंटा लग गया. 11 बजे से 3 बजे तक पीड़ित डी.एम. का नम्बर मिलाते रहे पर फोन रिसीव नहीं हुआ. पत्रकार वार्ता में डीएम ने सफाई दी कि भीड़ होने के कारण फोन नहीं उठा सके. अब सवाल उठता है कि आपात स्थिति में ही लोगों को मदद की जरूरत थी. लोग भी भीड़ और बलवे में होने के कारण ही फोन कर रहे थे.
Saharanpur Dangaघटनाक्रम – प्रात: चार बजे- थाना कुतुबशेर क्षेत्र में धार्मिक स्थल पर निर्माण को लेकर विवाद में दोनों पक्ष आमने-सामने.
साढ़े चार बजे- धार्मिक स्थल के सामने दूसरे पक्ष ने किया पथराव.
पाँच बजे- निर्माण का विरोध करने वालों ने थाना घेरा, अंबाला रोड जाम किया.
साढ़े सात बजे- पथराव, हंगामे, तोड़फोड़ और फायरिंग में एक को लगी गोली.
पौने आठ बजे- पुलिस फोर्स ने भीड़ को खदेड़ा.
आठ बजे- इसके बाद कुछ उपद्रवियों की भीड़ अंबाला रोड की ओर बढ़ी और दुकानों, वाहनों में आगजनी तोड़फोड़ की गई. अड्डे के पास एक पंप को जलाने की कोशिश.
नौ बजे- दंगा प्रभावित क्षेत्रों में स्कूलों की छुट्टी शुरू.
साढ़े नौ बजे- गुरूद्वारा रोड और अंबाला रोड के बाद दंगाइयों ने नेहरू मार्केट को निशाना बनाया.
दस बजे से सायंकाल तक- इन क्षेत्रों के बाद दर्जनों इलाकों में बार-बार आगजनी, पथराव-बवाल होता रहा. दोपहर बारह बजे के बाद पुलिस प्रशासन ने शहरी क्षेत्रों में कर्फ्यू घोषित कर दिया.
घायलों की सूची- 1. तेजेन्द्र सिंह (38), निवासी गुरूद्वारा रोड, पेट में गोली लगी. 2. गुरूविन्द्र सिंह (35) निवासी गुरूद्वारा रोड, लाठी, डंडों से पीटकर घायल.3. हरभजन सिंह (76) निवासी गुरूद्वारा रोड, चाकू-छुरियों से घायल. 4. फरहत (36) निवासी साबरी का बाग, पेट में गोली लगी. 5. सरफराज (23) निवासी शाह बिलोल. 6. अल्ताफ (50) निवासी उग्राहु गागलहेड़ी. 7. मोनू (17) निवासी चांद कालोनी. 8. बिलाल (20) निवासी पीर वाली गली. 9. अमरजीत सिंह (55) निवासी दाबकी जुनारदार. 10. सोनू उर्फ बिलाल (21) निवासी आजाद कालोनी. 11. गुफरान (20) निवासी हबीबागढ़. 12. नीरज जैन (45) जैन बाग. 13. नदीम (30) निवासी इन्द्रा चौक. 14. अभिनव जैन निवासी कार्यस्थान. 15. होमगार्ड जाहिद (45) निवासी छिपियानत. 16. ताहिर (40) निवासी लखनऊ. 17. तसब्बुर (50) निवासी गोकुलपुर. 18. तालिम (20) निवासी पाली गाँव. 19. अबरार (28) निवासी खाताखेड़ी. 20. आजम (17) निवासी मुजफ्फराबाद. 21. सिपाही संसहरपाल मलिक (44) देहात कोतवाली. 22. सत्यम शर्मा (27) निवासी बेरीबाग. 23. साबिर (32) निवासी दयालपुर, बेहट. 24. आबुल (35) निवासी चौक बाजदारान, कुतुबशेर.
मृतकों के नाम- 1. हरीश कोचर, आयु 55वर्ष, (भाजपा नेता). 2. आरिफ पुत्र नईम, आयु 18वर्ष. 3. सरफराज (जनवाणी, 27 जुलाई).
रात में तैयार कर लिया गया था रसायन
उपद्रवियों ने एक ज्वलनशील रसायन (केमिकल) को शुक्रवार की रात में पाँच-पाँच लीटर की क्रेनों में भरकर तैयार कर लिया था. शनिवार की सुबह जैसे ही दिन निकला आरोपियों ने दुकानों और सरकारी दफ्तरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. दमकल विभाग के सिपाहियों की मानें तो उपद्रवियों ने जिंदा लोगों को भी आग लगाने का प्रयास किया. वह कौन थे और कहाँ से आये यह कोई नहीं जानता. सुबह के समय कुछ दुकानों को आग लगाने के बाद दमकल विभाग की गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया. मौजूद सिपाहियों ने देखा कि उपद्रवियों के हाथों में केमिकल की केन थी. यह किसी दूसरे तरह का पेट्रोल की तरह जलने वाला केमिकल था. इस केमिकल को कमिश्नर ने देखा और जाँच के लिये भेज दिया. यह कहाँ से आया कोई नहीं जानता.
(हिन्दुस्तान 27 जुलाई, 2014 से साभार)

Monday, July 28, 2014

भारी हलचल के बावजूद डिसूजा अपने बयान पर कायम

पणजी. गोवा के उप मुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा के इस बयान ने राजनीतिक, धार्मिक एवं   मीडिया क्षेत्रों में भारी हलचल मचा दी है कि जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है और हमेशा रहेगा. उन्होंने गत 25 जुलाई को यह भी कहा था, “भारत एक हिंदू राष्ट्र है. यह हिंदुस्थान है. हिंदुस्थान में रहने वाले सभी भारतीय हिंदू हैं. मैं भी एक हिंदू हूं. मैं एक ईसाई हिंदू हूं.”
चर्च से श्री डिसूजा को समाज से बहिष्कृत करने की मांग कर डाली है. नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी की राज्य इकाई के प्रवक्ता ट्रोजानो डिमेलो मांग कर रहे हैं कि गोवा के रोमन कैथोलिक चर्च को श्री डिसूजा को समाज से बहिष्कृत कर देना चाहिये. राज्य का ईसाई समुदाय उप मुख्यमंत्री की आलोचना कर रहा है. गोवा की कुल जनसंख्या का 26 फीसदी ईसाई हैं. फादर एरमिटो रिबेलो ने कह डाला, “ वे स्वयं को हिंदू-ईसाई कैसे कह सकते हैं? उन्हें खुद को इंडियन ईसाई कहना चाहिये.”
चारों तरफ से आलोचनाओं से घिरने के बावजूद श्री डिसूजा ने 28 जुलाई को यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, “यदि किसी की भावनायें मुझसे आहत हुईं हैं तो मुझे उसका दुख है. मैं जो महसूस करता हूं, उसे मैंने कहा. आपके मुताबिक मेरा नजरिया गलत हो सकता है. लेकिन अपने लिये मैं सही हूं.”
उनके इस बयान को राष्ट्रीय मीडिया ने इस तरह प्रसारित किया कि उन्होंने अपने उक्त बयान के लिये माफी मांग ली है, जबकि वह अपने मूल बयान पर कायम हैं, सिर्फ यह कह रहे हैं कि उनके नजरिये से कोई हत होता है तो उसका उन्हें दुख है.
उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उन्होंने हिन्दू शब्द का उल्लेख धर्म के तौर पर नहीं किया. उन्होंने कहा, “हिंदू मेरी संस्कृति है और ईसाई मेरा धर्म है. मैं जब हिंदू कहता हूं, इसका मतलब संस्कृति है, न कि धर्म.” उन्होंने यह भी कहा, “हिंदू संस्कृति 5000 वर्ष पुरानी है जबकि मेरा धर्म 2000 वर्ष पुराना है.”

‘आरोग्य भारती’ ने विचार क्रांति के लिये कसी कमर

‘आरोग्य भारती’ ने विचार क्रांति के लिये कसी कमर

Arogya Bharatiभोपाल. आरोग्य भारती ने चिकित्सा के बजाय आरोग्य को महत्व देने के विचार को भारत के जनजीवन में फिर से सहज बनाने के लिये समाज में विचार क्रांति लाने का निश्चय किया है. आरोग्य भारती का दो दिवसीय राष्ट्रीय विमर्श यहां 19 और 20 जुलाई को सम्पन्न हुआ. इस राष्ट्रीय विमर्श में देशभर के स्वास्थ्य विशेषज्ञ, स्वैच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधि और विद्याथियों ने भाग लिया. स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना करने में स्वैच्छिक संस्थाओं की भूमिका पर भी गहन विचार-मंथन हुआ.
आरोग्य भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि उनके संगठन की महत्वाकांक्षा भारत को पूरी तरह स्वस्थ बनाना है. इसे पूरा करने में हजारों स्वैच्छिक संस्थाओं और लाखों कार्यकर्ताओं को जुटना होगा. आने वाले दिनों में आरोग्य को सामाजिक क्रांति बनाने के लिये स्वयंसेवी संस्थाओं को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करनी होगी.
अपने समापन भाषण में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. अशोक वार्ष्णेय ने कहा कि स्वस्थ जीवन शैली के आधार पर सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है. हमें अपनी जीवन शैली के प्रति सजग, सावधान और संकल्पबद्ध होना होगा. श्रीश्री 108 माधव प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने कहा कि ‘स्वस्थ जीवन शैली’ विषय पर केन्द्रित राष्ट्रीय विमर्श से आरोग्य भारती की सम्पूर्ण राष्ट्र के स्वास्थ्य के की चिंता प्रकट होती है.
भोपाल के सांसद आलोक संजर और शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी ने भी अपने विचार रखे. श्री जोशी ने कहा कि आयुर्वेद के माध्यम से स्वस्थ जीवन की पद्धति भारत ने दुनिया को दी है. स्वस्थ आहार और विचार के द्वारा ही स्वस्थ भारत के सपने को साकार किया जा सकता है. इस दिशा में आरोग्य भारती का प्रयाय सराहनीय है. सांसद आलोक संजर ने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति ही भारत के विकास और तरक्की में योगदान कर सकता है.
इस अवसर पर स्कूली विद्याथियों के लिये चित्रकला और चित्र प्रदर्शनी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया. विजेता विद्याथियों को समापन समारोह में सम्मानित किया गया. सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गये.
मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के महानिदेशक एवं मध्यप्रदेश शासन के वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. प्रमोद कुमार वर्मा ने स्वस्थ जीवन शैली को भारत की परंपरा और संस्कृति के रूप में निरूपित किया. उन्होंने कहा कि भारत में परंपरागत तौर पर जीवन शैली ही ऐसी रही है जो व्यक्ति को निरोग रखने वाली है. भारतीय परंपरा चिकित्सा से अधिक स्वास्थ्य को महत्व देती रही है. भारतीय चिकित्सा पद्धति भी व्यावसायिक नहीं रही है, बल्कि इसमें लोक-कल्याण की भावना थी. किन्तु आज स्वास्थ के प्रति हमारा दृष्टिकोण बदल गया है. हमारी दिनचर्या ऐसी है जो बीमारियों को आमंत्रित करती है. आज की चिकित्सा पद्धति भी ऐसी है जो मनुष्य का इलाज करने की बजाय सिर्फ रोग का उपचार करती है. आरोग्य भारती का प्रयास भारतीय चिकित्सा और स्वास्थ्य परंपरा को पुनर्जीवित करने वाला है.
राष्ट्रीय संगोष्ठी में ‘‘स्वस्थ जीवन शैली: कला और विज्ञान’’ विषय से संबंधित कई शोध-पत्र पढ़े गये और विशेषज्ञों द्वारा अलग-अलग समूहों में चर्चा की गईं. डॉ. विद्याधर कावलकर, डॉ. आर.बी. व्दिवेदी ने स्वस्थ जीवन शैली हेतु आवश्यक आहार एवं व्यवहार विषय पर व्याख्यान दिया. डॉ. यू. एस. निगम ने विकृत जीवन शैली जनित रोग एवं पंचकर्म, बंगलूरू के डॉ. विनय सिंह,  भोपाल के डॉ. एस.सी. दुबे, डॉ. वी.एन. सिंह, डॉ. कमलेश शर्मा, डॉ. लोकेन्द्र दवे, डॉ. उमेश शुक्ला, डॉ. एस. के. मिश्रा ने भी अपनी प्रस्तुति दी.
गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय जामनगर की डॉ. करिश्मा नरवानी ने ‘उत्तम संतति प्राप्त करने का विज्ञान’ विषय पर अपनी शोध प्रस्तुति दी. उन्होंने बताया कि उत्तम संतान प्राप्त करने के लिये गर्भाधान से 90 दिन पहले ही प्रक्रिया शुरू करनी पड़ती है. इसमें देह शुद्धि, नाड़ी शुद्धि आहार शुद्धि, पर्यावरण शुद्धि का संकल्प विशेषरूप से लेना पड़ता है. उन्होंने कहा कि संतति की प्रकृति चाहने, सोचन, सुनने और संकल्प करने से भी प्रभावित होती है. चर्चा सत्र में डॉ. लीला जोशी ने कुपोषण और एनीमिया के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा की सस्ते उपायों का पालन कर एनीमिया का निदान किया जा सकता है.
आने वाले दिनों में आरोग्य भारती अखिल भारतीय स्तर पर स्वस्थ भारत अभियान को मूर्तरूप देगा. इसके द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और सजगता का वातावरण निर्मित करने का संकल्प आरोग्य भारती ने किया है.

Sunday, July 27, 2014

राष्ट्रीय सुरक्षा पर दिल्ली में गोष्ठी

नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ,प्रचार विभाग दिल्ली प्रान्त द्वारा 26 जुलाई को दीनदयाल शोध संस्थान, झंडेवालान में “राष्ट्रीय सुरक्षा का चिंतन” विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया.  कार्यक्रम में सोशल मीडिया के विभिन्न रूपों में सक्रिय रहने वाले बंधुओं ने भाग लिया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री हितेश शंकर जी (संपादक पाञ्चजन्य) ने की.  इस गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में श्री माधव दास नालापट जी उपस्थित रहे. टाइम्स ऑफ इण्डिया के पूर्व समन्वय संपादक श्री नालापट आजकल मणिपाल विश्वविद्यालय के भूराजनीति विज्ञान एवं अन्तरराष्ट्रीय संबंध विभाग के निदेशक हैं.
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में नालापट जी ने देश की आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर उद्बोधित किया तथा दूसरे सत्र में श्रोताओं के प्रश्नों के उत्तर दिये. अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में हितेश जी ने अपनी सरल और व्यंग्यकारी भाषा से श्रोताओ का मन मोह लिया.

जहां कम कानून, वह अच्छा राज्य: डॉ. मनमोहन वैद्य

27 जुलाई 2014, भोपाल. कानून से समाज का संचालन करते जाएंगे तो व्यवस्था ठीक नहीं रहेगी. समाज के अपने मूल्य होने चाहिए, जिनसे समाज संचालित हो. जहां कम से कम कानून होते हैं, वह राज्य अच्छा होता है. राज्य या सरकार द्वारा प्रत्येक काम किया जाए, यह व्यवस्था भी ठीक नहीं है. समाज की रचना ऐसी बनानी चाहिए कि सभी कार्यों के लिए सरकार पर आश्रित न रहना पड़े. यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने व्यक्त किए. उन्होंने दो दिवसीय राष्ट्रीय मीडिया कार्यशाला के समापन सत्र में ‘विचारधारा और मीडिया: चुनौतियां एवं अवसर’ विषय देशभर से आए अधिवक्ताओं को संबोधित किया. कार्यशाला का आयोजन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल एवं अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के संयुक्त तत्वावधान में किया गया.
Manmohan Vaidya jiश्री वैद्य ने कहा कि मीडिया ने ऐसा वातावरण खड़ा कर दिया है कि संघ भाजपा पर नियंत्रण रखता है. भाजपा के माध्यम से संघ अपना कोई हिडन एजेंडा पूरा करना चाहता है. जबकि वास्तविकता यह नहीं है. हमें यह छवि तोड़नी होगी. इसके लिए मीडिया को समझना जरूरी है. मीडिया जनसंचार का माध्यम है, इसकी ताकत का उपयोग राष्ट्रहित में किया जाना चाहिए.
कॉमन सिविल कोड और धारा-370 हिन्दुत्व के मुद्दे नहीं : श्री वैद्य ने कहा कि कॉमन सिविल कोड और धारा-370 हिन्दुत्व के मुद्दे नहीं है. ये राष्ट्र से जुड़े मुद्दे हैं. अल्पसंख्यक विरोध भी हिन्दुत्व नहीं है. हिन्दुत्व साम्प्रदायिक और संकुचित नहीं है बल्कि वह तो समाज को जोड़ने वाली जीवन पद्धति है. उन्होंने कहा कि संघ की छवि भी ऐसी ही भ्रामक बना दी गई है. संघ की ओर से बड़े स्तर पर सेवाकार्य किए जा रहे हैं, मीडिया में उनकी भी चर्चा होनी चाहिए. इससे पूर्व कार्यशाला में दूसरे दिन ‘मीडिया ट्रायल’ और ‘महिला अधिकार एवं कानून’ विषय पर पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया. इसमें मीडिया विशेषज्ञ केजी सुरेश, राकेश खर और लाजपत आहूजा ने भी अपने विचार व्यक्त किए. मीडिया से संवाद विषय पर वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश राजपूत एवं एम. राममूर्ति ने अपने विचार रखे.
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में शनिवार को एमसीयू के कुलपति प्रो. ब्रज किशोर कुठियाला ने कहा कि वर्तमान समय में मीडिया और न्यायपालिका दो महत्वपूर्ण अंग हैं. परन्तु विडम्बना यह है कि अब तक दोनों में संवाद अधिक नहीं था. इस कार्यशाला के माध्यम से अधिवक्ताओं ने मीडिया को समझने की जो शुरुआत की है, वह एक शुभ संकेत है. मीडिया को प्रोडक्ट एवं वॉचडॉग की संज्ञा दी गई है. यह धारणा मीडिया की शक्ति और उसके सम्मान को ठेस पहुंचाती है. यह धारणा इसलिए बनी है क्योंकि मीडिया संगठनों क संचालन पूंजीपतियों के हाथों में है. जो पूंजी निवेश करते हैं, वे लाभ भी चाहते हैं. दिक्कत तब खड़ी होती है जब लाभ, लोभ में बदल जाता है. इसलिए जरूरत है कि मीडिया में पूंजी सामाजिक साधनों से आए. उन्होंने कहा कि मीडिया ने मनुष्य की सम्प्रेषण क्षमताओं का विस्तार किया है. जो कार्य मनुष्य अपने अंगों से सीमित रूप से कर सकता है उसे विस्तार मीडिया ने दिया है. दो दिवसीय कार्यशाला में अलग-अलग सत्रों में संघ के वरिष्ठ प्रचारक नंद कुमार, वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा, आलोक वर्मा, ज्ञानंत सिंह, गिरीश उपाध्याय, संजय द्विवेदी और आशीष जोशी सहित सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता ज्योतिका कालरा ने भी विचार व्यक्त किए.

Saturday, July 26, 2014

आचार्य गिरिराज किशोर के कार्य को आगे ले जाना ही सच्ची श्रद्धांजलि: मोहन भागवत

श्रद्धांजलि सभा में उमड़ा विशिष्ठ जन सैलाब
Shradhanjaliनई दिल्ली. विश्व हिन्दू परिषद के दिवंगत वरिष्ठ नेता व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक आचार्य गिरिराज किशोर जी को बड़ी संख्या में आये जन समूह  ने भावपूर्ण  श्रद्धांजलि अर्पित की . नई दिल्ली के लोधी रोड स्थित चिन्मय मिशन ऑडिटोरियम में 25 जुलाई को आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूज्य सर-संघचालक  डॉ. मोहन भागवत ने आचार्य गिरिराज किशोर जी को श्रद्धा-सुमन अर्पित किये. सरसंघचालक जी ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी कार्य को पूर्ण करने की अदम्य इच्छाशक्ति रखने वाले आचार्य गिरिराज किशोर जी आत्म विलोपित व आत्म विस्मृत स्थिति में रहते थे. सरलता, सकारात्मकता और सहचित्त होकर कार्य करना उनका ऐसा स्वभाव था जिसका अनुकरण हम सभी को करना ही चाहिये. उनका कार्य सतत् व सही दिशा में चलें यही उनकी आत्मा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
विहिप संरक्षक श्री अशोक सिंहल ने कहा कि हिंदू समाज के बहुमत वाली संसद तो आचार्य जी ने देखी किंतु अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उनका सपना अभी अधूरा रह गया. गौ रक्षा, गंगा रक्षा, राम जन्मभूमि हो या एकात्मता यात्रा सभी में उन्होंने निपुणता हासिल की. उनका कहना था कि मैंने जितनी बार उन्हें याद किया मेरे मन को बहुत शांति मिली. विहिप कार्याध्यक्ष डॉ प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के आचार्य जी के संकल्प को हम अवश्य पूरा करेंगे.
Acharya Giriraj ji ko Shradhanjaliश्रीराम जन्मभूमि सहित अनेक सामाजिक आंदोलनों के पुरोधा आचार्य गिरिराज किशोर जी का 95 वर्ष की आयु में गत 13 जुलाई को दिल्ली में निधन हो गया था. उनके संकल्पानुसार, उनकी दोनों आँखें तथा शेष पूरा शरीर आर्मी मेडीकल कॉलेज को दान कर दिया गया है.
इस अवसर पर विहिप के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विष्णु हरि डालमिया, महामंत्री श्री चंपत राय, उपाध्यक्ष श्री ओम प्रकाश सिंहल, केंद्रीय मंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन, प्रांत अध्यक्ष डॉ. रिखब चंद जैन, भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री रामलाल, साध्वी उमा भारती, श्री संजय जोशी, श्री विनय कटियार, श्री विजय गोयल, साध्वी ॠतंभरा, साध्वी विभानंद, प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना नलिनी जी, मातृशक्ति संयोजिका श्रीमती माला रावल, धर्मयात्रा महासंघ के श्री मांगेराम गर्ग, राष्ट्रीय सिख संगत के सरदार चिरंजीव सिंह इत्यादि अनेक वक्ताओं ने आचार्य जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुये श्रद्धांजलि दी. देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, भूटान नरेश, संघ के सह-सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी, भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी, राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे, श्री प्रेम कुमार धूमल, संघ के सह-कार्यवाह भैया जी जोशी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह व आचार्य धर्मेंद्र तथा डॉ. नित्यानंद जी जैसे अनेक लोगों ने पत्र के माध्यम से श्रद्धांजलि दी. मंच का संचालन श्री प्रकाश शर्मा ने किया.
Shradhanjali Karyakram Swargeey Giriraj ji





Ritambhara ji- Togadiya ji

कांवड़ लेने पाक से भी आये हिन्दू, दिल्ली में करेगें ‘भोले’ का जलाभिषेक

हरिद्वार (विसंके). सावन में कांवड़ का विशेष ही महत्व होता है, तभी तो धर्मनगरी हरिद्वार में पाकिस्तान के हिंदू नागरिक भी बम-बम भोले के जयकारे लगा रहे हैं. भगवान शिव के रंग में रंगी धर्म नगरी हरिद्वार में कांवड़ लेने हरिद्वार पहुंचा 18 पाकिस्तानी हिंदुओं का जत्था दिल्ली के बिजवासन में महादेव शिव का जलाभिषेक करेगा.
कांवड़ लिये इस जत्थे में शामिल लोगों का कहना है पाकिस्तान में हिंदुओं को उनके त्योहार नहीं मनाने दिए जाते. हरकी पैड़ी पहुंचे पाक नागरिकों ने बताया कि वे लोग अलग-अलग टुकड़ों में साल भर के धार्मिक वीजा पर सिंध प्रांत (पाकिस्तान) के जिला मटिहारी से पहुंचे हैं.

Friday, July 25, 2014

गोवा के उपमुख्यमंत्री ने कहा-भारत हिंदू देश और मैं ईसाई हिंदू

पणजी. गोवा के उप मुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा ने कहा है कि भारत एक हिंदू देश है और इस देश में रहने वाले सभी लोग हिंदू है. डिसूजा ने कहा कि यहां तक कि मैं भी एक ईसाई हिंदू हूं.
गोवा के सहकारिता मंत्री दीपक धवलीकर ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को हिंदू राष्ट्र में बदल देंगे. दीपक गोवा बीजेपी के सहयोगी दल महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी से हैं.
फ्रांसिस डिसूजा ने 25 जुलाई को कहा, ‘भारत शुरुआत से हिंदू राष्‍ट्र रहा है और हमेशा रहेगा.  आपको अलग से हिंदू राष्‍ट्र कायम करने की जरूरत नहीं है. मैं एक ईसाई हिंदू हूं ‘
प्रोफेसर विराग पचपोरे ने कहा, ‘हिंदुत्‍व का संबंध धर्म से नहीं, बल्कि राष्‍ट्रीय पहचान से है.  धवलीकर के बयान के संदर्भ को समझने की जरूरत है.’

Akil bharatiya gorkhya andolan samiti odia samachar 25 july 2014

http://odisha-samachar.blogspot.in/2014/07/uguaujuu-azo-ukujk-cuubua-kujoko.html

You Are Here: Home » बैनर स्लाइडर » साध्वी प्राची को गिरफ्तार कर जलाभिषेक करने से रोका साध्वी प्राची को गिरफ्तार कर जलाभिषेक करने से रोका

मुरादाबाद. कांठ क्षेत्र में नयागांव अकबरपुर चेंदरी के मंदिर से स्थानीय प्रशासन द्वारा लाउड स्पीकर हटाए जाने के विरोध में विश्व हिंदू परिषद के 25 जुलाई को जलाभिषेक कार्यक्रम में भाग लेने कांठ जा रहीं साध्वी प्राची को बिजनौर के भगुआला में गिरफ्तार कर लिया गया. कांठ स्थित एक मंदिर में लाउडस्पीकर लगवाने के लिये चार जुलाई को महापंचायत नहीं होने देने के बाद वह मौन व्रत पर बैठ गई थीं. तब उन्‍होंने घोषणा की थी कि 25 जुलाई को इस मंदिर में जलाभिषेक करने के बाद ही अपना व्रत तोड़ेंगी.
प्रशासन ने इसे नई परंपरा करार देते हुए संपन्न न होने देने की बात कही है. मुरादाबाद के जिलाधिकारी दीपक अग्रवाल ने कहा, ‘प्रशासन की तरफ से किसी को भी प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गई है और कांठ में अभी भी धारा 144 लगी हुई है. ऐसे में अगर कोई कानून तोड़ता है तो हम करवाई करेंगे.’
उधर, कांग्रेस भी कांठ में 26 जुलाई को ‘शांति मार्च’ निकालने जा रही है. जिलाधिकारी ने कहा कि इन कार्यक्रमों के दृष्टिगत मुरादाबाद और उससे लगे जिलों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.  समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के शांति मार्च को विभिन्न समुदायों के बीच सद्भाव बिगाड़ने की साजिश बताया है.

Thursday, July 24, 2014

स्वामी विवेकानंद और डा. बाबा साहिब अम्बेडकर पुस्तक का लोकार्पण

चंडीगढ़. रमेश पतंगे लिखित स्वामी विवेकानंद और डा. बाबा साहिब अम्बेडकर पुस्तक का पंजाबी रूपांतर 22 जुलाई को यहां लोकार्पित किया गया. लोकार्पण की रस्म डाक्टर अम्बेडकर के राष्ट्रीय दृष्टिकोण विषय पर आयोजित गोष्ठी के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डा. कृष्ण गोपाल ने किया. इस अवसर पर उनके साथ संघ के पंजाब प्रांत के बौद्धिक प्रमुख विजय सिंह नड्डा, पीटीयू के कुलपति डा. रजनीश अरोड़ा, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के उपाध्यक्ष डाक्टर कुलदीप चंद अग्निहोत्री थे.
विमोचन से पूर्व पुस्तक की प्रकाशक स्वामी विवेकानंद सार्धशती समारोह समिति के साहित्य प्रमुख राकेश शान्तिदूत ने इस पुस्तक के प्रकाशन का उद्देश्य उपस्थितों के समक्ष रखा. पुस्तक का अनुवाद प्रसिद्ध पत्रकार एवं लेखक देसराज काली ने किया है जबकि रेणू नय्यर ने उनका सहयोग किया है. उन्होंने सार्धशती पुस्तक माला में इससे पूर्व ‘बच्चों के स्वामी जी’ का भी पंजाबी अनुवाद किया है. कार्यक्रम में इस कार्य के लिये श्री देस राज काली का उनकी अनुपस्थिति में धन्यवाद भी किया गया.

निजी जीवन और राष्ट्र निर्माण के प्रेरणास्रोत तिलक का पुनीत-स्मरण

मेरठ. विश्व संवाद केन्द्र मेरठ ने तिलक जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन कर उन्हें कृतज्ञतापूर्वक पुनीत-स्मरण किया. अनेक वक्ताओं की ओजस्वी वक्तृताओं में एक ही स्वर था कि लोकमान्य तिलक के जीवन से निजी जीवन और राष्ट्र-निर्माण दोनों की उत्कृष्ट प्रेरणा मिलती है.
मुख्य वक्ता प्रांत प्रचार प्रमुख अजय मित्तल ने कहा कि लोकमान्य बालगंगाधर तिलक ने प्रखर राष्ट्रवाद की भावना को फैलाने में योगदान दिया. इसी की देन रही कि बाद में मुस्लिम अलगाववाद के समर्थक नेता भी तिलक के दौर में राष्ट्रवाद से प्रेरित रहे. वर्तमान समय में तिलक का गीता रहस्य लोगों को कर्मयोग और भक्तियोग की ओर प्रेरित करता है. उन्होंने कहा कि तिलक की लोकप्रियता ऐसी थी कि जहाँ भी जाते थे लोगों का हुजूम उन्हें देखने को उमड़ पड़ता था. यह कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति थी कि उनकी लोकप्रियता के बावजूद भी उन्हें कभी कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनने दिया गया.
राजनीतिक विश्लेषक पुष्पेन्द्र कुमार ने कहा कि तिलक समावेशी भारत की कल्पना के प्रतीक थे और वे  छोटी पहचानों के संघर्ष की जगह भारतीय हित के समावेश पर बल देते रहे.
लेखक डॉ. कपिल कुमार ने कहा कि तिलक द्वारा लिखित गीता रहस्य के विषय में प्रसिद्ध कवि रामधारी सिंह दिनकर ने लिखा है “गीता एक बार तो भगवान् कृष्ण के मुख से कही गयी, किन्तु उसका सच्चा व्याख्यान लोकमान्य ने किया है.” गोष्ठी में भारतीय किसान संघ के क्षेत्र संगठन मंत्री सोनपाल सिंह मुख्य अतिथि रहे.
गोष्ठी की अध्यक्षता रामगोपाल तथा संचालन पंकुल शर्मा ने किया. गोष्ठी में सुरेन्द्र सिंह, राकेश गौड़, नवीन भट्ट, अनुज, रंजीत आदि गणमान्य जन उपस्थित थे.

.तिलक और आजाद का भावपूर्ण स्मरण

लखनऊ. विश्व संवाद केन्द्र लखनऊ ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दो अमर सेनानियों लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एवं चन्द्रशेखर आजाद का उनके जन्म दिवस 23 जुलाई को परिचर्चा आयोजित कर भावपूर्ण स्मरण किया.
Tilak--अधीश सभागार में आयोजित इस परिचर्चा के मुख्य वक्ता योगेश चन्द्र वर्मा ने तिलक जी के कार्यों को विस्तार से याद किया. उन्होंने कहा कि स्वतन्त्रता की पहली लड़ाई 1857 के प्रारम्भ होने के पश्चात ‘लाल’,  ‘बाल’, ‘पाल’ (लाला लालपत राय, बालगंगाधर तिलक, विपिन चन्द्र पाल) ने मिल कर स्वतन्त्रता की लड़ाई की कमान सम्भाली तो पूरे देश ने इनका समर्थन करते हुये अंग्रेजों के विरुद्ध ऐसा आन्दोलन प्रारम्भ किया, जिससे अंग्रेजी सरकार की नींव हिल गई. बाल गंगाधर तिलक ने ‘मराठा’ व ‘केसरी’ नामक साप्ताहिक समाचार पत्र निकाला जिसके स्वयं संम्पादक भी रहे, आपकी लेखनी ने ऐसा रंग दिखाया कि लोग केसरी के दीवाने हो गये तथा देश मे स्वतन्त्रता के प्रति लोगों में ज्वार उभर आया. उन्हे अपनी लेखनी के कारण तीन बार जेल भी जाना पड़ा तथा पुलिस की लाठियां भी खानी पड़ीं थीं.
परिचर्चा के संयोजक श्री राजेन्द्र मोहन सक्सेना ने कहा कि जिस प्रकार तिलक के संपादकीय आलेखों ने देशवासियों में राष्ट्र भक्ति का तीव्र संचार कर दिया था, उसी प्रकार वर्तमान पत्रकारिता को राष्ट्रनिर्माण में अपना योगदान करना चाहिये.
Chandra Shekhar Azadसंयोग से आज ही के दिन महान क्रान्तकारी चन्द्रशेखर आजाद का भी जन्म दिन है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक गणेश शंकर मिश्र ने भारत की स्वतन्त्रता में क्रांतिकारी चन्द्र शेखर आजाद के योगदान को अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि जिस महान क्रान्तकारी के नाम से अंग्रेज सरकार थर-थर कांपती थी, उसे आज इस राष्ट्र ने भुला दिया. उन्होंने बताया कि आजाद के माता पिता का लालन-पालन हमारे ही परिवार में हुआ था. परिवार के निकट सम्बन्ध होने के कारण एक दूसरे के सुख-दुख में साथ निभाते रहे हैं.
कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त अधिशासी अभियन्ता गणेश शंकर मिश्र तथा संचालन विचार मंच के महामन्त्री डा. दिलीप अग्निहोत्री ने किया.  नगर के अनेक विद्वत जनों ने भी अपने विचार व्यक्त किये. अन्त में श्री राजेन्द्र मोहन सक्सेना ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में नगर के अनेक  गणमान्य नागरिक, संघ के प्रान्त प्रचार प्रमुख रामकुमार राय व अन्य कई सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे.

तिलक और आजाद का भावपूर्ण स्मरण

लखनऊ. विश्व संवाद केन्द्र लखनऊ ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दो अमर सेनानियों लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एवं चन्द्रशेखर आजाद का उनके जन्म दिवस 23 जुलाई को परिचर्चा आयोजित कर भावपूर्ण स्मरण किया.
Tilak--अधीश सभागार में आयोजित इस परिचर्चा के मुख्य वक्ता योगेश चन्द्र वर्मा ने तिलक जी के कार्यों को विस्तार से याद किया. उन्होंने कहा कि स्वतन्त्रता की पहली लड़ाई 1857 के प्रारम्भ होने के पश्चात ‘लाल’,  ‘बाल’, ‘पाल’ (लाला लालपत राय, बालगंगाधर तिलक, विपिन चन्द्र पाल) ने मिल कर स्वतन्त्रता की लड़ाई की कमान सम्भाली तो पूरे देश ने इनका समर्थन करते हुये अंग्रेजों के विरुद्ध ऐसा आन्दोलन प्रारम्भ किया, जिससे अंग्रेजी सरकार की नींव हिल गई. बाल गंगाधर तिलक ने ‘मराठा’ व ‘केसरी’ नामक साप्ताहिक समाचार पत्र निकाला जिसके स्वयं संम्पादक भी रहे, आपकी लेखनी ने ऐसा रंग दिखाया कि लोग केसरी के दीवाने हो गये तथा देश मे स्वतन्त्रता के प्रति लोगों में ज्वार उभर आया. उन्हे अपनी लेखनी के कारण तीन बार जेल भी जाना पड़ा तथा पुलिस की लाठियां भी खानी पड़ीं थीं.
परिचर्चा के संयोजक श्री राजेन्द्र मोहन सक्सेना ने कहा कि जिस प्रकार तिलक के संपादकीय आलेखों ने देशवासियों में राष्ट्र भक्ति का तीव्र संचार कर दिया था, उसी प्रकार वर्तमान पत्रकारिता को राष्ट्रनिर्माण में अपना योगदान करना चाहिये.
Chandra Shekhar Azadसंयोग से आज ही के दिन महान क्रान्तकारी चन्द्रशेखर आजाद का भी जन्म दिन है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक गणेश शंकर मिश्र ने भारत की स्वतन्त्रता में क्रांतिकारी चन्द्र शेखर आजाद के योगदान को अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि जिस महान क्रान्तकारी के नाम से अंग्रेज सरकार थर-थर कांपती थी, उसे आज इस राष्ट्र ने भुला दिया. उन्होंने बताया कि आजाद के माता पिता का लालन-पालन हमारे ही परिवार में हुआ था. परिवार के निकट सम्बन्ध होने के कारण एक दूसरे के सुख-दुख में साथ निभाते रहे हैं.
कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त अधिशासी अभियन्ता गणेश शंकर मिश्र तथा संचालन विचार मंच के महामन्त्री डा. दिलीप अग्निहोत्री ने किया.  नगर के अनेक विद्वत जनों ने भी अपने विचार व्यक्त किये. अन्त में श्री राजेन्द्र मोहन सक्सेना ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में नगर के अनेक  गणमान्य नागरिक, संघ के प्रान्त प्रचार प्रमुख रामकुमार राय व अन्य कई सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे.

देशभर में मनाई जायेगी एकनाथ रानाडे जी की जन्मशती

जालन्धर. स्वामी विवेकानंद केन्द्र, कन्या कुमारी ने स्वामी विवेकानंद शिला स्मारक कन्याकुमारी के संस्थापक स्वर्गीय एकनाथ रानाडे जी की इस वर्ष जन्मशती देशभर में मनाने का निश्चय किया है.
2पंजाब में ‘एकनाथ जी जन्मशती’ पर्व के वर्ष भर चलने वाले कार्यक्रमों के आयोजन के लिये विवेकानंद केन्द्र के कार्यकर्ताओं की एक कार्यशाला यहां मॉडल हाऊस स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के सभागार में गत 22 जुलाई को हुई. तीन सत्रों में सम्पन्न हुई इस कार्यशाला में पर्व प्रमुख डा. विनय सोफत ने एकनाथ रानाडे के स्वामी विवेकानंद शिला स्मारक के निर्माण के लिये संघर्ष के बारे में जानकारी दी. पॉवर पॉइंट प्रजेन्टेशन (पीपीटी) के माध्यम से केन्द्र की जीवनव्रती एवं हरियाणा तथा पंजाब क्षेत्र की प्रभारी अलका गौरी और पर्व के प्रशिक्षण प्रमुख विशाल जैन ने कार्यकर्ताओं का मार्ग दर्शन किया.
स्वामी विवेकानंद सार्द्धशती समारोह समिति के संयोजक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंजाब प्रांत बौद्धिक प्रमुख विजय सिंह नड्डा ने भी अपने समापन भाषण में उपस्थित कार्यकर्ताओं का मार्ग दर्शन  किया. प्रथम सत्र का संचालन विवेकानंद केन्द्र पंजाब प्रांत टोली के सदस्य राकेश शान्तिदूत और अन्य सत्रों का संचालन जतिन्द्र गर्ग ने किया. स्वागत उद्बोधन विवेकानंद केन्द्र जालंधर के संयोजक दिनेश शर्मा ने किया.

Monday, July 21, 2014

संस्कृत संभाषण शिविर सम्पन्न

देहरादून. स्थानीय राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में 21 जुलाई को संपन्न संस्कृत भारती के सात दिवसीय संभाषण शिविर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संयुक्त क्षेत्र प्रचार प्रमुख कृपाशंकर ने छात्र-छात्राओं को संस्कृत भाषा का महत्व समझाया.
उन्होंने कहा कि आज कोट-पेंट पहनने वाले भी संस्कृत भाषा को सीखने का प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि विश्व का समस्त ज्ञान वेदों में ही है और वेद संस्कृत भाषा मे हैं. उन्होंने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने भी अपने देश के उज्जवल भविष्य के लिये संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित किया है. यह संस्कृत की महानता ही है कि आज विदेशों में भी संस्कृत के विश्वविद्यालय खुल रहे हैं.
sanskrit bharti 1डॉ. बुद्धदेव शर्मा ने  बताया कि प्रत्येक शास्त्र संस्कृत में ही है. साथ ही, गणित व अर्थशास्त्र जैसे विषयों के सूत्र भी संस्कृत में ही है, इसलिये संस्कृत विश्व की श्रेष्ठ व सनातन भाषा है और संस्कृत का प्रभाव विश्व की सभी भाषाओं पर है.
विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. आर.पी. बमोला, महानगर संगठन मंत्री सन्तोष ने भी प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित किया. कार्यक्रम में मंच संचालन अनुराधा भट्ट ने किया. इस अवसर पर के.पी सती सहित 150 छात्र-छात्रायें उपस्थित थे.

आदर्श नागरिक निर्माण के लिये मातृशक्ति से आग्रह

जोधपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय  कार्यकारणी सदस्य तथा अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के मार्गदर्शक श्री इन्द्रेश कुमार ने सैनिक परिवारों की मातृशक्ति से वर्तमान राष्ट्रीय  भावना को कुंठित करने वाले नशा,  भ्रष्टाचार, बलात्कार एवं  देशद्रोह जैसी दुष्प्रवृत्तियों को समाप्त करने के लिये आवश्यक आदर्श नागरिक निर्माण में अपनी समर्थ एवं प्रभावी भूमिका निभाने का आग्रह किया है.
Deep Prajjwalanपरिषद की 33 वीं प्रबन्धकारिणी सभा के समापन समारोह में उन्होंने कहा  कि  देश के नागरिकों में जब सांस्कृतिक  व चारित्रिक पतन होता  है, तब  देश में बलात्कार, नशाखोरी व देशद्रोह की मांनसिकता बढ़ जाती है, जिससे राष्ट्र में अशान्ति व असुरक्षा का वातावरण निर्माण होता है . उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक सेवा परिषद एक अनुशासित व राष्ट्र  को समर्पित व्यक्तियों का संगठन हैं, जिसके अनुभव व योग्यता से राष्ट्र  की अनेक समस्यायें सुलझाई जा सकती हैं.
श्री इन्द्रेश जी ने संविधान के अनुच्छे 370, समान नागरिक संहिता  तथा पंचशील समझौते जैसे विषयों पर सलाह दी कि हमें खुले दिमाग से इन मुद्दों  पर लाभ-हानि के आधार पर सकारात्मक चर्चा करनी चाहिये. उन्होने नवनिर्वाचित केन्द्र सरकार से राष्ट्रहित को सर्वेापरि रखकर अपने वादों पर खरे उतरने के प्रति विश्वास व्यक्त किया.
12जोधपुर के सांसद श्री गजेन्द्रसिंह शेखावत भुंवाल माता मंदिर परिसर में सम्पन्न समारोह के मुख्य अतिथि थे. उन्होंने कहा कि सेवा-निवृत्ति के पश्चात्  पूर्व सैनिक अपने अनुभव एवं अनुशासन के द्वारा राष्ट्र  कार्य में अपना योगदान दें, तो भारत को विश्व  गुरू बनने से कोई रोक नहीं सकता. विशिष्ट  अतिथि श्री नाकोडा जैन तीर्थ  के श्री अमृत जी जैन ने कहा कि सैनिकों के प्रति समाज में बहुत सम्मान है तथा हमें इस आयोजन पर गर्व है.
पूर्व सैनिक सेवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लेफ्टि जनरल वी.एम. पाटिल  ने कहा कि हमें अपना लक्ष्य निर्धारित करते हुए अपनी पहचान को बनाये रखकर राष्ट्रहित में कार्य करना चाहिये तथा ईमानदारी, वफादारी,व कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने संगठन को मजबूत करने  के   लिये समर्पित रहना चाहिये.
भी प्रदेशों  के महासचिवों ने अपने-अपने प्रदेश  का वृत प्रस्तुत किया व राष्ट्रीय  कोषाध्य्क्ष  विंग कमान्डर एन.के.सिंह ने लेखा अनुदान प्रस्तुत किया. अन्त में आगामी कार्यक्रम की खुली चर्चा हुई.
14कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों को परिचय एवं मारवाड़ की परम्परा के अनुसार साफा पहनाकर स्वागत किया गया. स्वागत भाषण में बोलते हुए जोधपुर जिला अध्यक्ष केप्टन उम्मेद सिंह राठौड़ ने कहा कि हम अपने आप को सौभाग्यशाली समझते हैं कि वीरवर दुर्गादास राठौड़ की धरा पर इस पवित्र स्थल पर यह तीन दिवसीय कार्यक्रम संपन्न हआ और इस दौरान राष्ट्रीय  विभूतियों का सान्निध्य हमें प्राप्त हुआ.
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद्  की 33 वीं प्रबंध कारिणी सभा का तीन दिवसीय सत्र  का शुभारम्भ  18 जुलाई को भुवाल माता मंदिर ट्रस्ट  बिरामी  जोधपुर में भारत माता एवं सुभाष  चन्द्र बोस के चित्रों  पर माल्यार्पण एवं दीप  प्रज्जवलन से हुआ. बैठक में परिषद के रचनात्मक कार्यक्रम के विषय एवं आगामी वर्ष की भावी योजनाओं  पर विस्तृत चर्चा हुई.  नेताजी आजाद हिन्द फ़ौज न्यास, सैनिक मातृ शक्ति संगठन  एवं सैनिक  परिवार कल्याण न्यास  आदि के विषय में गहन चिंतन हुआ.
Akhil Bhartiya Poorv Sainik Parishad-2कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों को परिषद के स्मृति-चिन्ह भेंट किए गये तथा राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.

अमेरिकीकरण के प्रयासों से सावधान रहने की आवश्यकता

नई दिल्ली. भारतीय इतिहस अनुसंधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. लोकेश चंद्रा ने देश के प्रबुद्ध वर्ग को सावधान किया है कि पिछले दो सौ वर्षों से विश्व के यूरोपीकरण के प्रयासों के बाद अब विश्व के अमेरिकीकरण के प्रयास भारत से प्रारम्भ किये जा रहे हैं.
Bajrang Lal jiभारत नीति प्रतिष्ठान के संयोजन में गत 19 जुलाई को दिल्ली के कॉंस्टीट्यूशन क्लब के डिप्टी स्पीकर हॉल में ‘पश्चिमी मीडिया और भारतीय लोकतंत्र’ के साथ ही ‘सामाजिक क्रांति का दर्शन’ नामक दो प्रबंध पुस्तिकाओं के विमोचन के अवसर पर हुए विमर्श में डॉ. चंद्रा ने इस तथ्य पर ध्यान आकर्षित किया कि चीन, जापान और कोरिया जैसे देशों ने पश्चिम का अनुसरण किए बिना हर क्षेत्र में  सराहनीय सफलतायें अर्जित की हैं. देश में हाल में हुए सत्ता परिवर्तन को युगांतरकारी बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके पीछे शताब्दियों का क्रंदन और भविष्य का वंदन है. विद्वान वक्ता ने गौरवशाली राष्ट्रीय परंपराओं, संस्कृति और सभ्यता को जीवंत बनाये रखने पर जोर देते हुए कहा कि ऐसा करने पर ही देश मजबूत बनेगा.
विख्यात चिंतक और अर्थशास्त्री डॉ. बजरंगलाल गुप्ता ने कहा कि पश्चिम के बौद्धिक आतंकवाद के भय से मुक्त होने का समय आ गया है. उन्होंने कहा, “उन सभी वैचारिक पक्षों पर चर्चा अवश्य करनी चाहिये जो चर्चा करने योग्य हैं, लेकिन बिना किसी पूर्वाग्रह के. बौद्धिक प्रतिभा के धनी लोग धन या शक्ति के दास नहीं हो सकते”. श्री गुप्ता ने कहा कि देश अभी तक प्रथकता के ‘पैराडाइम’ पर चल रहा था,लेकिन अब हमें ‘इंटीग्रल पैराडाइम’ पर चलने की आवश्कता है, जहां पर सार्वभौमिक दृष्टिकोण चाहिये. हमने नेहरूवादी अर्थव्यवस्था, डबल्यू.टी.ओ. मॉडल और मनमोहन सिंह की अर्थव्यवस्था देखी हैं. लेकिन इनमें स्थायित्व नहीं है.
prabhu chawlaविमर्श प्रारम्भ करते हुए उर्दू साप्ताहिक, नई दुनिया के मुख्य संपादक शाहिद सिद्दीकी ने कहा कि समस्या यह है कि पश्चिमी मीडिया भारत को भारत में रहने वाले कुलीन लोगों के दृष्टिकोण से देखता है, जिनकी सोच पश्चिमी है. यही समस्या की जड़ है. हमें समझने की जरूरत है कि भारत के जीवन मूल्य पश्चिमी देशों के जीवन मूल्य से पूरी तरह अलग हैं. इसके अलावा एक और बात समझने की जरूरत है कि भारतीय लोग औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर नहीं निकल पाये हैं.
उन्होंने कहा कि देश अभी तक यह नहीं समझ पाया है कि पश्चिम के देश भारत की दुर्बलताओं को तो उजागर करते हैं, लेकिन किसी भी क्षेत्र की समृद्धि को छिपा जाते हैं. श्री सिद्दीकी ने कहा,” हमें अंतरराष्ट्रीय सहयोग से कोई परेशानी नहीं है. लेकिन हमें अपनी भाषा, संस्कृति साहित्य और अपनी पहचान बचाकर रखनी चाहिये.”
भारत नीति प्रतिष्ठान के मानद निदेशक प्रो. राकेश सिन्हा का कहना था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के विरोधी पहले विरोये के लिये कठिन मेहनत करते थे, लेकिन अब बौद्धिक आलस्य के कारण सिर्फ विरोधियों को गाली देना ही उनका काम रह गया है. हिन्दू और जनसत्ता जैसे अखबारों ने हाल के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा को वोट न देने की अपील भी अपने समाचारपत्रों में प्रकाशित की. इसी तरह से न्यूयॉर्क टाइम्स की एक 19 सदस्यीय संपादकीय समूह ने तत्कालीन भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार श्री नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध अनर्गल संपादकीय भी प्रकाशित किया.
वरिष्ठ पत्रकार और द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के सम्पादकीय निदेशक श्री प्रभु चावला ने कहा कि दोनों प्रबंध पुस्तिकाओं में प्रकाशित गहन शोध से स्पष्ट है कि भारतीयों की मानसिकता में बदलाव आया है और उन्होंने इन सभी बुद्धिजीवियों को नकार दिया है. श्री चावला ने पश्चिम के बौद्धिक बोझ से स्वयं को मुक्त करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस बात की परवाह की कोई आवश्यकता नहीं है कि वे हमारा समर्थन करते हैं अथवा विरोध करते हैं. हमारा दायित्व अपने समाज, धर्म और सभ्यता की रक्षा और उसका संवर्धन है.
ipfउन्होंने एफडीआई को बिना सोच-विचार के लागू करने को अनुचित बताते हुए कहा कि स्वदेशी उद्योगों पर इसके प्रभावों को देखना होगा. उन्होंने कहा कि भारत अभी भी सोने का अंडा देने वाली मुर्गी है और भारत में रहने वाले लोग एक धनी देश के गरीब वासी हैं. देश में 42 हजार करोड़ रुपये विदेश गये लोगों की शिक्षा पर खर्च हो जाता है, जबकि देश कुल शिक्षा-बजट भी इतना नहीं है. अतः हमको अपने सामर्थ्य पर विश्वास करना होगा और नव और नवागत संतति को आधुनिकता के साथ-साथ अपनी संस्कृति से भी परिचित कराना होगा. कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रो. अवनिजेश अवस्थी और धन्यवाद ज्ञापन श्री गोपाल अग्रवाल ने किया.

Saturday, July 19, 2014

विहिप ने की अमरनाथ यात्रियों पर हमले की निंदा

विहिप ने की अमरनाथ यात्रियों पर हमले की निंदा


नई दिल्ली. अमरनाथ यात्रा के बालटाल आधार शिविर पर मुस्लिम समुदाय (पिट्ठू व घोड़े वालों) द्वारा किए गये हमले में बड़ी संख्या में यात्रियों के घायल होने व लंगरों को जलाए जाने तथा यात्रियों को पीटे जाने की इंद्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद ने तीव्र भर्त्सना करते हुए अपराधियों की तुरंत गिरफ़्तारी व लंगरों को क्षतिपूर्ति किए जाने की मांग की है.
इंद्रप्रस्थ विहिप के महामंत्री श्री रामकृष्ण श्रीवास्तव ने 18 जुलाई को हुई इस घटना के लिये राज्यपाल एन एन बोहरा सहित स्थानीय पुलिस व प्रशासन को दोषी करार देते हुए दस-पद्रह हज़ार यात्रियों के यात्रा में फ़ँसे होने तथा मीडिया सहित राहत कर्मियों को वहाँ जाने से रोकने पर चिंता व्यक्त करते हुए यात्रा को तुरंत बहाल करने की मांग भी की है.
विहिप की धर्मयात्रा महासंघ के पदाधिकारियों ने श्री मांगेराम गर्ग के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह से यहां मुलाकात की. स दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने अविलंब कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया.
इस बीच, समाचार मिला है कि बालटाल मार्ग से आज शनिवार 19 जुलाई को सुबह 10 बजे अमरनाथ यात्रा फिर से शुरू कर दी गई. स मार्ग से यात्रा पर अस्थाई रोक लगाई गई थी, लेकिन पहलगाम मार्ग से यात्रा जारी थी.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘शुक्रवार को लगाई गई अस्थाई रोक के बाद अमरनाथ यात्रा आज बालटाल और पहलगाम मार्ग से शुरू कर दी गई.’ यात्रा पर रोक शुक्रवार को लंगर के एक रसोइये और एक टट्टू संचालक के बीच हुई झड़प के बाद लगाई गई थी.
बालटाल में हुई झड़प में 40 लोग घायल हो गये थे और 300 टेंटों व 10 सामुदायिक लंगर में आग लगा दी गई थी. अधिकारियों ने बताया कि यात्रा पर लगी रोक के बाद शनिवार को बालटाल जाने वाले यात्रियों को रोकने के लिये कई जगह सुरक्षा नाके बनाए गये थे. तीर्थयात्री बालटाल जाने वाल मणिगाम शिविर और अन्य स्थानों पर रुके हुये हैं.
अधिकारी ने बताया, ‘बालटाल में स्थिति में सामान्य हो गई है और करीब 3,000 तीर्थयात्रियों ने आज सुबह 10 बजे बालाटाल शिविर से पवित्र गुफा की तरफ यात्रा शुरू की.’ उन्होंने कहा, ‘यात्रियों के करीब 100 वाहनों को गांदेरबल जिले के मणिगाम शिविर से बालटाल जाने की इजाजत दी गई है. पहलगाम मार्ग से भी यात्रा सामान्य तरीके से जारी है.’

इंडिया हेल्थ लाइन इंदौर में भी शुरू

इंडिया हेल्थ लाइन इंदौर में भी शुरू


इंदौर. जाने माने कैंसर सर्जन, इंडिया हेल्थ लाइन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ प्रवीण तोगडि़या ने 18 जुलाई को इंडिया हेल्थ लाइन का यहां उद्घाटन किया.
उन्होंने कहा कि अब आम आदमी के लिये इंडिया हेल्थ लाइन भारत के आरोग्य की अमृत धारा के रूप में आयी है.  इंडिया हेल्थ लाइन के राष्ट्रीय कॉल सेंटर पर एक कॉल करने से आम लोगों के लिये  स्पेशालिस्ट डॉक्टर की अपॉइंटमेंट ली जायेगी.
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इंडिया हेल्थ लाइन द्वारा समाज की सेवा हेतु आम लोग भी जुड़ सकते हैं.  इंडिया हेल्थ लाइन के ‘हेल्थ एम्बेसेडर’ बनकर! इस के लिये वैद्यकीय ज्ञान जरुरी नहीं; मन में सेवाभाव और हृदय में करुणा हो ! हाउसिंग सोसाइटीज में जाकर आम लोगों का ब्लड प्रेशर, खून में हीमोग्लोबिन (जिस के कमी से एनीमिया होता है ), वजन आदि जी जाँच हेल्थ एम्बेसेडर करते हैं.  दिल्ली में अभी उन को प्रशिक्षण भी दिया गया है. युवाओं को इस कार्य में आगे आना चाहिये.  रविवार को बस, 3 -4 घंटें इस सेवा हेतु देना कोई कठीन नहीं; नये लोगों से परिचय और सेवा का आनंद भी मिलेगा.  कॉल सेंटर, रुग्ण और स्पेशालिस्ट डॉक्टर्स इन के साथ समन्वय का भी कार्य हेल्थ एम्बेसेडर कर सकते हैं.
इंडिया हेल्थ लाइन ने मोबाइल एप भी शुरू किया है – Blood 4 India – किसी भी स्मार्ट फोन में इस पर पंजीकरण कर सकते हैं. रक्तदान का पुण्य और इमरजेंसी में रक्त भी मिलेगा! हजारों लोगों ने अब तक इस पर पंजीकरण किया है.  इस एप की लिंक आगे अंत में दी है. कॉलेज में युवा ग्रुप्स में इस को डाउनलोड कर पंजीकरण कर सकते हैं.
इंडिया हेल्थ लाईन कॉल सेंटर नंबर नं. 18602333666
ईमेल : www.indiahealth@gmail.com
डॉ तोगड़िया जी ने चोइथराम नेत्रालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि गरीबों के नेत्र के ऑपरेशन उन्हें और उन के रिश्तेदारों को सम्मान देकर यह नेत्रालय मुफ्त में कर रहा है, ऐसे और लोग आगे आयें.  उन्होंने भगवती महिला मंडल के समाजसेवा की भी सराहना की.

स्वयंसेवक की सतर्कता से आठ गायें कटने से बचीं

स्वयंसेवक की सतर्कता से आठ गायें कटने से बचीं

Photo 140718 cows died in the tempo,crowd rescuing othersनई दिल्ली. दक्षिणी दिल्ली के आश्रम चौक पर 18 जुलाई को प्रात: टाटा 407 में छुपाकर ले जा रहे दर्जन भर गौ वंश को विहिप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की सूझबूझ से कसाFयों के चंगुल से मुक्त करा लिया गया. सैंकडों की संख्या में जमा गौ भक्तों ने पहले गौ वंश को टेम्पो से बाहर निकाला, गम्भीर रूप से घायल गायों का उपचार किया और फ़िर क्रुद्ध लोगों ने टेम्पो को आग के हवाले कर आश्रम चौक को विरोध स्वरूप जाम कर दिया. टेम्पो के ड्राइवर व क्लीनर भागने में सफ़ल हो गये.
इंद्रप्रस्थ विहिप की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार प्रात: लगभग सवा आठ बजे टैम्पो संख्या डीएल 1एल सी 9442 लाजपत नगर से आश्रम की ओर जा रहा था. आश्रम चौक के पास दिल्ली फ़ायर स्टेशन के सामने अचानक टेम्पो खराब हो गया और ट्रैफ़िक पुलिस ने उसे क्रेन बुलाकर रोड साइड करने की कोशिश की, किंतु टेम्पो के अंदर से कुछ आवाज़ें आने पर उनके कान खड़े हो गये. इतने में ही जहाँ एक ओर राह चलते गौ भक्त संघ के स्वयंसेवक श्री प्रदीप वशिष्ठ को गड़बड़ का भान हो गया और वह टेम्पो के ऊपर चढ़के गायों को बचाने में जुट गये वहीं दूसरी ओर कसाई, ड्राइवर और क्लीनर गाड़ी छोड़कर भागने में सफ़ल हो गये, पुलिस वाले देखते ही रह गये.
photo 140718 truck fired by the angry crowdदेखते ही देखते आश्रम गांव के लोगों के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता घटना स्थल पर जमा होते चले गये. सबसे पहले गंभीर हालत में घायल कुछ गायों को काउ एम्बुलेंस बुलाकर बचाया गया तो शेष को गऊशाला भेज दिया गया. गौ वंश को टेम्पो में चारों ओर से सील किये जाने तथा नशीले इंजेक्शन दिये जाने के कारण तीन गायें टेम्पो में ही मृत पाई गईं. इन सभी को गऊकशी के लिये बूचड़खाने ले जाया जा रहा था.
प्रदर्शनकारियों मे विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व प्रांत अध्यक्ष श्री स्वदेश पाल गुप्ता, विभाग :मंत्री श्री पीयूष चन्द्र, बजरंग दल के प्रांत संयोजक श्री नीरज दौनेरिया, जिला मंत्री श्री अजय गुप्ता, जिला संयोजक श्री बिहारी लाल, सह जिला संयोजक श्री राकेश पांडे व श्री ललित, प्रखंड अध्यक्ष श्री ब्रिज मोहन सैनी, सह मंत्री श्री संजय सीकरिया, प्रखंड संयोजक श्री सुनील कुमार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सायं जिला कार्यवाह श्री टिकेन्द्र अधिकारी, नगर कार्यवाह श्री अनिल सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारी व गौ भक्त घटनास्थल पर तत्काल पहुंच गये थे.
Photo 140718 cows died in the tempo,crowd rescuing othersDSC_4210









Photo 140718 cows rescued from butchers in Ashram Chowk of South Delhi
0

Friday, July 18, 2014

विश्व संवाद केन्द्र मेरठ की वेबसाइट का उदघाटन

विश्व संवाद केन्द्र मेरठ की वेबसाइट का उदघाटन


Website Launch Vishwa Samvad Kendra Meerutमेरठ. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह-सेवा प्रमुख अजित महापात्रा ने नई वेब साइट का उद्घाटन करते हुए कहा कि आज इंटरनेट की उपयोगिता से हम अनभिज्ञ नहीं हैं. इंटरनेट ने समूचे विश्व को ग्लोबल विलेज के रूप में परिवर्तित कर दिया है. समाज के बीच मीडिया की भूमिका के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया समाज की आँख है तथा उसी के जरिये समाज की अच्छाई और बुराई लोगों के सामने आती है.
विश्व संवाद केन्द्र मेरठ की वेब साईट (www.vskmeerut.org) लाँच करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज के बीच अनेक कार्य करता है जो केवल स्थानीय स्तर तक ही सीमित नहीं है. इस वेबसाइट के माध्यम से ऐसे कार्यक्रमों के बारे में लोगों को सूचित कर उन्हें इनसे जोड़ा जायेगा तथा अपनी बात को विश्व में पहुंचाने में भी यह वेबसाईट सहायक सिद्ध होगी.
VSK Meerutराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संघचालक डॉ. दर्शन लाल अरोड़ा ने बताया कि विश्व संवाद केन्द्र के कार्यों को विस्तार से बताया, उन्होंने कहा कि यह वेबसाईट विश्व संवाद केन्द्र मेरठ, तथा मेरठ में संघ के कार्यों को प्रचारित एवं प्रसारित करेगी.

उजड़े गांवों को प्रवासियों के माध्यम से बसायेगी उत्तराखंड उत्थान परिषद्

उजड़े गांवों को प्रवासियों के माध्यम से बसायेगी उत्तराखंड उत्थान परिषद्

Dr Harish jiदेहरादून. उत्तराखंड उत्थान परिषद प्रवासी उत्तराखण्डियों के माध्यम से प्रदेश के उजड़े गांवों को आबाद करने की योजना बना रही है. इसके लिये संगठन द्वारा छह गांवों का चयन किया गया है. जहां ग्राम देवता के मंदिर में ग्रामोत्सव के माध्यम से प्रवासी उत्तराखण्डियों को अपनी जड़ों से जोड़ा जायेगा . इस उद्देश्य के लिये उत्तराखंड उत्थान परिषद तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दोनों प्रयासरत हैं. इसी सिलसिले में एक समारोह आयोजित किया गया जिसमें वृक्षरोपण भी कराया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड के प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश तथा संचालक के रूप में महेन्द्र सिंह उपस्थित थे. कार्यक्रम में रामप्रकाश पैन्यूली के अलावा के.एन नौटियाल, जी. आर. चडढा़, सुरेन्द्र मित्तल सहित दर्जनों वरिष्ठ लोग उपस्थित थे. इसी अवसर पर श्री चड्ढा़ की कृति ‘‘खिलते फूल’’ का विमोचन डॉ.. हरीश ने किया.
डॉ. हरीश ने हरेला पर्व की चर्चा करते हुए कहा कि यह पर्व उत्तराखण्ड का सांस्कृतिक पर्व है, जिसके माध्यम से हम प्रकृति को सजाने-संवारने का काम करते है. उन्होंने यह भी कहा कि जून माह में काफी गर्मी होती है, ऐसे में वृक्षारोपण अभियान चलाए जाने से वृक्षों के जीवित रहने की संभावनायें कम हो जाती हैं, जबकि हरेला पर्व के समय गर्मी कम हो जाती है और निरंतर बरसात के कारण पेड़ों और पौधे को पनपने का मौका मिलता है. उन्होंने कहा कि हरेला पर्व के महत्व को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस पर्व को पर्यावरण दिवस के रूप में मनायेगा . इसी अभियान के तहत अगले वर्ष एक लाख पौधे लगाय़े जायेंगे.
प्रांत प्रचारक ने संघ से जुड़े तथा अन्य  स्वयंसेवी संगठनों से आग्रह किया कि हरेला जैसे प्रकृति से जुड़े पर्व को आंदोलन के रूप में लें. आज की मांग है कि हम अधिकाधिक पेड़ लगाकर प्रकृति को हराभरा बनायें. उन्होंने इस अवसर पर वैज्ञानिक अवधारणायें भी प्रस्तुत कीं तथा कहा कि उत्तराखंड में 5 जून के बजाय हरेला पर्व को पर्यावरण दिवस के रूप में प्रस्तुत किया जाये जो काफी प्रभावित साबित हो सकता है.
कार्यक्रम में उत्तराखंड उत्थान परिषद के संगठन मंत्री रामप्रकाश पैन्युली ने संगठन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड उत्थान परिषद प्रवासी उत्तराखण्डियों के माध्यम से वीरान गांवों की आबाद करने की योजना बना रहा है. इसके प्रथम कड़ी के रूप में पूरे प्रदेश के छह गांवों में प्रवासियों के माध्यम से ग्राम देवता के मंदिर में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को भावनात्मक रूप से गांवों से जोड़ा जा रहा है. इसके पीडे उददेश्य यह है कि पहाड़ के उजड़े गांव पुनः बसे तथा प्रवासी के साथ- साथ यहां रहने वाले सभी उत्तराखण्डी अपने गांवों से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ें. इसीलिये प्रवासी पंचायत के माध्यम से लोगों को जोड़ने की कवायद जारी है.
जिन गांवों में इस बार आयोजन किया गया तथा प्रवासियों को जोड़ा गया उनमें मुंसी गांव तथा माख्टी चकराता क्षेत्र, नारायण बगड़ चमोली, चाई गांव पौड़ी, भिगुन गांव टिहरी तथा ऋषिधार, घुत्तु टिहरी गढ़वाल शामिल है. श्री पैन्युली ने कहा कि प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश के निर्देशन पर अगले बार हरेला पर्व पर एक लाख वृक्षों का  रोपण किये जाने का  लक्ष्य रखा गया है, जिससे क्षेत्र का पर्यावरण समृद्ध होगा.

Thursday, July 17, 2014

सिंध पाक में पर इसकी जड़ें हिन्दुस्थान में : इंद्रेश जी

सिंध पाक में पर इसकी जड़ें हिन्दुस्थान में : इंद्रेश जी


Indresh- Sidhi Today Vimochanनई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य एवं सिंधु दर्शन समिति के संयोजक इंद्रेश कुमार ने कहा है कि सिंध भले ही पाकिस्तान में हो, लेकिन उसकी जड़ें आज भी भारत में देखी जा सकती हैं.
उन्होंने शालीमार बाग में सिंधी भाषा के साप्ताहिक समाचार पत्र सिंधी टुडे का विमोचन करते हुए कहा कि सिंध हिन्दुस्थान में था, सिंध हिन्दुस्थान के राष्ट्रगान में है और सिंधी हिन्दुस्थानियों के दिलों में है.
श्री इंद्रेश जी ने सिंधी समाज और भाषा के क्रमिक विकास पर अपने विचार प्रकट किये. उन्होंने कहा कि सिंधी समुदाय ने पराधीन भारत में स्वाधीनता लाने से लेकर विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बनने तक अपना योगदान दिया है.
Deep Prajjwalan Sindhi Today Vimochanगद्दीनशीन दरबार दिल्ली के जगदीश लाल ने कमल खत्री को सिंधी भाषा के विकास का वाहक करार दिया. उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह समाचारपत्र समाज की आवाज बनेगा.

Monday, July 14, 2014

लगातार गोकशी की घटनाओं से हिन्दू समाज में रोष

नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से बढ़ती गोकशी की घटनाओं से हिन्दू समाज में गहरा रोष व्याप्त है. इसी सप्ताह पश्चिमी दिल्ली के अनेक गाँवों की नजफ़गढ़ में इसी विषय पर बुलाई महा पंचायत तथा जाफ़रपुर में हुए प्रचण्ड प्रदर्शन का गुस्सा अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि 12 जुलाई को डाबरी थाना क्षेत्र में गोमांस पकड़े जाने से एक बार फ़िर क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई.
स्थानीय निवासियों द्वारा सुबह नौ बजे शिकायत के बाद दुकान से गोमांस की जब्ती कराने के बावजूद एफ़ आई आर दर्ज नहीं हुई. विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता दिन भर डाबरी थाने में धरना देते रहे किन्तु पुलिस ने एक भी अपराधी को गिरफ़्तार नहीं किया.
Goukashi par Virodhपश्चिमी दिल्ली की बिन्दापुर जेजे कालोनी के पास स्थित दुकान संख्या डी -5 में एक मारुति वैन से गो मांस उतारे जाने की खबर मिली. पुलिस को सूचना दिए जाने पर कुछ गोमांस जो उतारा गया था, उसे जब्त तो कर लिया गया किन्तु बाकी को लेकर अपराधी उसी वैन (डीएल 1एल एम 3138) से चंपत हो गये. बाद में गोमांस को जांच के लिये भेज दिया गया और साथ ही दुकान के मालिक ने भी थाने में गोमांस की पुष्टि कर दी.
विहिप पश्चिमी दिल्ली के मंत्री श्री शान्ति स्वरूप व जिला मंत्री श्री भारत बत्रा व जिला बजरंग दल संयोजक श्री सुकेश सोलंकी के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थानीय कार्यकर्ता श्री शंकर, अमरीश, राममोहन व अमरनाथ भी थाने पहुंचे और गो हत्यारों तथा गो मांस विक्रेताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे. विश्व हिन्दू परिषद ने राजधानी में बढ़ती गोकशी की घटनाओं पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए इन पर अविलम्ब अंकुश लगाने की मांग की है.

भारत में विश्व को राह दिखाने की क्षमता: कश्मीरी लाल

लुधियाना. स्वदेशी जागरण मंच अखिल के भारतीय संगठन महामंत्री श्री कश्मीरी लाल ने कहा है कि अनेक समस्याओं से त्रस्त सारा विश्व भारत की ओर इस आशा से देख रहा है कि वह उसका सही दिशा में मार्गदर्शन करेगा. भारत के समृद्ध आदि ज्ञान-विज्ञान एवं प्राकृतिक सम्पदा का उपयोग कर देश का युवा वर्ग उसे विश्व गुरु की महती भूमिका में स्थापित कर सकता है.
बुद्धिजीवी एवं सामाजिक संस्था जन चेतना द्वारा ‘विश्व गुरू भारत -चुनौतिया एवं समाधान’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि भारत में जहां युवा उत्साह, योग्यता एवं कर्मठता नित नये आयाम दे सकती है, वहीं अशिक्षा, निर्धनता, भ्रष्टाचार, और अव्यवस्था इस दिशा में आगे बढ़ने में बाधक हैं. श्री लाल ने स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का आह्वान करते हुए कहा कि इससे हम भारत में रोज़गार के नूतन अवसर सर्जित कर सकते हैं.
सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. अल्लाह रंग ने प्रतिभा पलायन को रोकने और उनके देश के विकास में समुचित उपयोग के लिये सम्यक योजना बनाकर उस पर पूरी गंभीरता से काम करने पर जोर दिया. कार्यक्रम अध्यक्ष मास्टर ट्रस्ट के संचालक सी ए हरजीत अरोड़ा ने भी विश्व के मार्गदर्शन के लिये देश के तीव्र विकास की आवश्यकता पर जोर दिया, जिससे देश विश्व के समक्ष अनुकरणीय उदाहरण के रूप में प्रस्तुत हो सके.
जन चेतना के अध्यक्ष डा. राजीव गुप्ता ने युवकों को देश के विकास में योगदान देने का आह्वान किया. मुख्य वक्ता डॉ. अल्लाह रंग ने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया. कार्यक्रम प्रमुख सी ए सुभाष जैन जी ने जहां श्रोताओं को जन चेतना संस्था के उद्देश्यों एवं उसके कार्यकलापों से अवगत कराया. सी ए चंदन सिंगला जी ने धन्यावाद ज्ञापन किया. संगोष्ठी में स्वदेशी जागरण मंच के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री सतीश कुमार, जन चेतना के संरक्षक श्री पवन गर्ग एवं श्री रमेश अग्रवाल की उपस्थिति उल्लेखनीय थी.

Sunday, July 13, 2014

विहिप नेता गिरिराज किशोर का निधन

Giri Raj jiनई दिल्ली. विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता गिरिराज किशोर का रविवार को 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वह संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रह चुके थे. फिलहाल वह संगठन के सलाहकार बोर्ड में थे. राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े रहे गिरिराज किशोर का जन्म 4 फरवरी, 1920 को उत्तर प्रदेश के एटा जिले में हुआ था. हाल में उन्होंने सामाजिक कार्य के लिये अपनी देह दान कर दी थी.
कुछ समय से बीमार चल रहे गिरिराज किशोर ने रविवार रात 9.15 बजे दिल्ली के आरके पुरम स्थित विहिप मुख्यालय में अंतिम सांस ली. पिछले कुछ वर्ष से वह प्रोस्ट्रेट कैंसर से पीड़ित होने के कारण व्हील चेयर पर थे. हमेशा की तरह गिरिराज किशोर रविवार को भी सुबह 3 बजे उठे और स्नान किया. विहिप नेता राजिंदर पंकज ने बताया कि रविवार को उनकी तबीयत कुछ खराब लग रही थी और रात को उनका निधन हो गया. गिरिराज किशोर पहली भारत माता यात्रा के दौरान 1983 में विहिप से जुड़े थे. मध्य प्रदेश के मुरैना में उन्होंने एक स्कूल में कुछ समय पढ़ाया भी था. राम मंदिर आंदोलन के दौरान उन्होंने कहा था कि न्यायपालिका सहित धरती पर मौजूद कोई भी ताकत राम मंदिर निर्माण को नहीं रोक सकती. देहावसान से कुछ दिन पहले ही देह दान के चलते विहिप मंथन कर रही है कि उनकी अंतिम यात्रा कैसे की जाये. उनके अंतिम दर्शन प्रात: 9  बजे से दोपहर 2 बजे तक राम कृष्ण पुरम के सेक्टर 6 स्थित परिषद के कार्यालय में किए जा सकेंगे.