नई दिल्ली. विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता गिरिराज किशोर का रविवार को 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वह संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रह चुके थे. फिलहाल वह संगठन के सलाहकार बोर्ड में थे. राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े रहे गिरिराज किशोर का जन्म 4 फरवरी, 1920 को उत्तर प्रदेश के एटा जिले में हुआ था. हाल में उन्होंने सामाजिक कार्य के लिये अपनी देह दान कर दी थी.
कुछ समय से बीमार चल रहे गिरिराज किशोर ने रविवार रात 9.15 बजे दिल्ली के आरके पुरम स्थित विहिप मुख्यालय में अंतिम सांस ली. पिछले कुछ वर्ष से वह प्रोस्ट्रेट कैंसर से पीड़ित होने के कारण व्हील चेयर पर थे. हमेशा की तरह गिरिराज किशोर रविवार को भी सुबह 3 बजे उठे और स्नान किया. विहिप नेता राजिंदर पंकज ने बताया कि रविवार को उनकी तबीयत कुछ खराब लग रही थी और रात को उनका निधन हो गया. गिरिराज किशोर पहली भारत माता यात्रा के दौरान 1983 में विहिप से जुड़े थे. मध्य प्रदेश के मुरैना में उन्होंने एक स्कूल में कुछ समय पढ़ाया भी था. राम मंदिर आंदोलन के दौरान उन्होंने कहा था कि न्यायपालिका सहित धरती पर मौजूद कोई भी ताकत राम मंदिर निर्माण को नहीं रोक सकती. देहावसान से कुछ दिन पहले ही देह दान के चलते विहिप मंथन कर रही है कि उनकी अंतिम यात्रा कैसे की जाये. उनके अंतिम दर्शन प्रात: 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक राम कृष्ण पुरम के सेक्टर 6 स्थित परिषद के कार्यालय में किए जा सकेंगे.
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