मेरठ(विसंके). गत 25 जुलाई की रात्रि में सहारनपुर में हुआ दंगा प्रशासन
की अकर्मण्यता का एक जीता-जागता उदाहरण है. थाना कुतुबशेर के अंतर्गत
अम्बाला रोड क्षेत्र में स्थित गुरूद्वारे से सटा एक प्लाट है जिस पर
मुस्लिम भी अपना दावा करते हैं. सिखों का कहना है कि यह जमीन उन्होंने
कस्टोडियन द्वारा काबिज पक्ष से खरीदी थी. जिला जज ने 2013 में गुरूद्वारे
के पक्ष में निर्णय दिया तथा जमीन पर गुरुद्वारे का स्वामित्व सिद्ध हो
गया. गुरूद्वारे की प्रबंध समिति ने प्रशासन से इस जमीन पर निर्माण करने
में सहयोग की अपेक्षा की किन्तु प्रशासन निरन्तर उसे टालता चला आ रहा था.
दिनांक 25 जुलाई की रात्रि में गुरूद्वारा प्रबंध समिति ने वहाँ निर्माण
कार्य प्रारंभ किया.
प्रातः2.30 बजे के आसपास सपा नेता एवं सभासद मोहर्रम अली पप्पू तथा कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने वहाँ निकट ही स्थित एक मस्जिद में मुसलमानों को एकत्र कर दंगा करने के लिये भड़काया. प्रारंभ में उन्होंने अंबाला रोड पर जाम लगाकर प्रशासन पर दबाव बनाया. तत्पश्चात सर्वप्रथम उन्होंने निकट ही फायर ब्रिगेड स्टेशन पर हमला किया तथा थाना कुतुबपुर में गोली चलाई, जिसमें सेंसर पाल नामक एक सिपाही को गोली लगी. इतना होने के पश्चात मुसलमानों के हौसले बुलंद हो गये तथा प्रशासन दबाव में आ गया. कुतुबपुर और धोबीघाट पर तोड़फोड़ की गई अंबाला रोड पर दंगाई आगे बढ़े तथा लगभग सौ दुकानों को उन्होंने आग लगा व लूटा, जिसमें करोड़ों की सम्पत्ति का नुकसान हुआ. आगजनी पर काबू पाने के लिये सरसावा एयरफोर्स स्टेशन से दमकल की गाड़ी बुलाई गई. गुरुद्वारा रोड, रायवाला, नेहरू रोड, कोर्ट रोड, नुमाइश कैम्प, मिशन कम्पाउंड आदि अनेक स्थानों पर आग लगाई गई. दंगे पर नियंत्रण पाने के लिये शहर के सभी छह थाना क्षेत्र में कर्फ्यू घोषित किया गया.
शहर का सबसे पॉश बाजार कोर्ट रोड भी हिंसा की चपेट में आ गया और पार्श्वनाथ प्लाजा में दो दुकानों को फूंक दिया गया. हाथ में रिवाल्वर और माउजर लेकर पुलिस के सामने से ही दंगाई मोटर साइकिल से निकलते रहे. सड़कों पर चलते हुये लोगों से नाम पूछकर उन पर गोली दागी गई लेकिन पुलिस तमाशाबीन ही बनी रही और अपनी जान बचाने की कोशिश में लगी रही. बवाल और उपद्रव बढ़ते जा रहे थे, लेकिन पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी फोर्स नहीं बढ़ा रहे थे. कर्फ्यू के ऐलान होने के बाद भी आदेश का पालन करने में आधा घंटा लग गया. 11 बजे से 3 बजे तक पीड़ित डी.एम. का नम्बर मिलाते रहे पर फोन रिसीव नहीं हुआ. पत्रकार वार्ता में डीएम ने सफाई दी कि भीड़ होने के कारण फोन नहीं उठा सके. अब सवाल उठता है कि आपात स्थिति में ही लोगों को मदद की जरूरत थी. लोग भी भीड़ और बलवे में होने के कारण ही फोन कर रहे थे.
घटनाक्रम – प्रात: चार बजे- थाना कुतुबशेर क्षेत्र में धार्मिक स्थल पर निर्माण को लेकर विवाद में दोनों पक्ष आमने-सामने.
साढ़े चार बजे- धार्मिक स्थल के सामने दूसरे पक्ष ने किया पथराव.
पाँच बजे- निर्माण का विरोध करने वालों ने थाना घेरा, अंबाला रोड जाम किया.
साढ़े सात बजे- पथराव, हंगामे, तोड़फोड़ और फायरिंग में एक को लगी गोली.
पौने आठ बजे- पुलिस फोर्स ने भीड़ को खदेड़ा.
आठ बजे- इसके बाद कुछ उपद्रवियों की भीड़ अंबाला रोड की ओर बढ़ी और दुकानों, वाहनों में आगजनी तोड़फोड़ की गई. अड्डे के पास एक पंप को जलाने की कोशिश.
नौ बजे- दंगा प्रभावित क्षेत्रों में स्कूलों की छुट्टी शुरू.
साढ़े नौ बजे- गुरूद्वारा रोड और अंबाला रोड के बाद दंगाइयों ने नेहरू मार्केट को निशाना बनाया.
दस बजे से सायंकाल तक- इन क्षेत्रों के बाद दर्जनों इलाकों में बार-बार आगजनी, पथराव-बवाल होता रहा. दोपहर बारह बजे के बाद पुलिस प्रशासन ने शहरी क्षेत्रों में कर्फ्यू घोषित कर दिया.
घायलों की सूची- 1. तेजेन्द्र सिंह (38), निवासी गुरूद्वारा रोड, पेट में गोली लगी. 2. गुरूविन्द्र सिंह (35) निवासी गुरूद्वारा रोड, लाठी, डंडों से पीटकर घायल.3. हरभजन सिंह (76) निवासी गुरूद्वारा रोड, चाकू-छुरियों से घायल. 4. फरहत (36) निवासी साबरी का बाग, पेट में गोली लगी. 5. सरफराज (23) निवासी शाह बिलोल. 6. अल्ताफ (50) निवासी उग्राहु गागलहेड़ी. 7. मोनू (17) निवासी चांद कालोनी. 8. बिलाल (20) निवासी पीर वाली गली. 9. अमरजीत सिंह (55) निवासी दाबकी जुनारदार. 10. सोनू उर्फ बिलाल (21) निवासी आजाद कालोनी. 11. गुफरान (20) निवासी हबीबागढ़. 12. नीरज जैन (45) जैन बाग. 13. नदीम (30) निवासी इन्द्रा चौक. 14. अभिनव जैन निवासी कार्यस्थान. 15. होमगार्ड जाहिद (45) निवासी छिपियानत. 16. ताहिर (40) निवासी लखनऊ. 17. तसब्बुर (50) निवासी गोकुलपुर. 18. तालिम (20) निवासी पाली गाँव. 19. अबरार (28) निवासी खाताखेड़ी. 20. आजम (17) निवासी मुजफ्फराबाद. 21. सिपाही संसहरपाल मलिक (44) देहात कोतवाली. 22. सत्यम शर्मा (27) निवासी बेरीबाग. 23. साबिर (32) निवासी दयालपुर, बेहट. 24. आबुल (35) निवासी चौक बाजदारान, कुतुबशेर.
मृतकों के नाम- 1. हरीश कोचर, आयु 55वर्ष, (भाजपा नेता). 2. आरिफ पुत्र नईम, आयु 18वर्ष. 3. सरफराज (जनवाणी, 27 जुलाई).
रात में तैयार कर लिया गया था रसायन
उपद्रवियों ने एक ज्वलनशील रसायन (केमिकल) को शुक्रवार की रात में पाँच-पाँच लीटर की क्रेनों में भरकर तैयार कर लिया था. शनिवार की सुबह जैसे ही दिन निकला आरोपियों ने दुकानों और सरकारी दफ्तरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. दमकल विभाग के सिपाहियों की मानें तो उपद्रवियों ने जिंदा लोगों को भी आग लगाने का प्रयास किया. वह कौन थे और कहाँ से आये यह कोई नहीं जानता. सुबह के समय कुछ दुकानों को आग लगाने के बाद दमकल विभाग की गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया. मौजूद सिपाहियों ने देखा कि उपद्रवियों के हाथों में केमिकल की केन थी. यह किसी दूसरे तरह का पेट्रोल की तरह जलने वाला केमिकल था. इस केमिकल को कमिश्नर ने देखा और जाँच के लिये भेज दिया. यह कहाँ से आया कोई नहीं जानता.
(हिन्दुस्तान 27 जुलाई, 2014 से साभार)
प्रातः2.30 बजे के आसपास सपा नेता एवं सभासद मोहर्रम अली पप्पू तथा कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने वहाँ निकट ही स्थित एक मस्जिद में मुसलमानों को एकत्र कर दंगा करने के लिये भड़काया. प्रारंभ में उन्होंने अंबाला रोड पर जाम लगाकर प्रशासन पर दबाव बनाया. तत्पश्चात सर्वप्रथम उन्होंने निकट ही फायर ब्रिगेड स्टेशन पर हमला किया तथा थाना कुतुबपुर में गोली चलाई, जिसमें सेंसर पाल नामक एक सिपाही को गोली लगी. इतना होने के पश्चात मुसलमानों के हौसले बुलंद हो गये तथा प्रशासन दबाव में आ गया. कुतुबपुर और धोबीघाट पर तोड़फोड़ की गई अंबाला रोड पर दंगाई आगे बढ़े तथा लगभग सौ दुकानों को उन्होंने आग लगा व लूटा, जिसमें करोड़ों की सम्पत्ति का नुकसान हुआ. आगजनी पर काबू पाने के लिये सरसावा एयरफोर्स स्टेशन से दमकल की गाड़ी बुलाई गई. गुरुद्वारा रोड, रायवाला, नेहरू रोड, कोर्ट रोड, नुमाइश कैम्प, मिशन कम्पाउंड आदि अनेक स्थानों पर आग लगाई गई. दंगे पर नियंत्रण पाने के लिये शहर के सभी छह थाना क्षेत्र में कर्फ्यू घोषित किया गया.
शहर का सबसे पॉश बाजार कोर्ट रोड भी हिंसा की चपेट में आ गया और पार्श्वनाथ प्लाजा में दो दुकानों को फूंक दिया गया. हाथ में रिवाल्वर और माउजर लेकर पुलिस के सामने से ही दंगाई मोटर साइकिल से निकलते रहे. सड़कों पर चलते हुये लोगों से नाम पूछकर उन पर गोली दागी गई लेकिन पुलिस तमाशाबीन ही बनी रही और अपनी जान बचाने की कोशिश में लगी रही. बवाल और उपद्रव बढ़ते जा रहे थे, लेकिन पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी फोर्स नहीं बढ़ा रहे थे. कर्फ्यू के ऐलान होने के बाद भी आदेश का पालन करने में आधा घंटा लग गया. 11 बजे से 3 बजे तक पीड़ित डी.एम. का नम्बर मिलाते रहे पर फोन रिसीव नहीं हुआ. पत्रकार वार्ता में डीएम ने सफाई दी कि भीड़ होने के कारण फोन नहीं उठा सके. अब सवाल उठता है कि आपात स्थिति में ही लोगों को मदद की जरूरत थी. लोग भी भीड़ और बलवे में होने के कारण ही फोन कर रहे थे.
घटनाक्रम – प्रात: चार बजे- थाना कुतुबशेर क्षेत्र में धार्मिक स्थल पर निर्माण को लेकर विवाद में दोनों पक्ष आमने-सामने.
साढ़े चार बजे- धार्मिक स्थल के सामने दूसरे पक्ष ने किया पथराव.
पाँच बजे- निर्माण का विरोध करने वालों ने थाना घेरा, अंबाला रोड जाम किया.
साढ़े सात बजे- पथराव, हंगामे, तोड़फोड़ और फायरिंग में एक को लगी गोली.
पौने आठ बजे- पुलिस फोर्स ने भीड़ को खदेड़ा.
आठ बजे- इसके बाद कुछ उपद्रवियों की भीड़ अंबाला रोड की ओर बढ़ी और दुकानों, वाहनों में आगजनी तोड़फोड़ की गई. अड्डे के पास एक पंप को जलाने की कोशिश.
नौ बजे- दंगा प्रभावित क्षेत्रों में स्कूलों की छुट्टी शुरू.
साढ़े नौ बजे- गुरूद्वारा रोड और अंबाला रोड के बाद दंगाइयों ने नेहरू मार्केट को निशाना बनाया.
दस बजे से सायंकाल तक- इन क्षेत्रों के बाद दर्जनों इलाकों में बार-बार आगजनी, पथराव-बवाल होता रहा. दोपहर बारह बजे के बाद पुलिस प्रशासन ने शहरी क्षेत्रों में कर्फ्यू घोषित कर दिया.
घायलों की सूची- 1. तेजेन्द्र सिंह (38), निवासी गुरूद्वारा रोड, पेट में गोली लगी. 2. गुरूविन्द्र सिंह (35) निवासी गुरूद्वारा रोड, लाठी, डंडों से पीटकर घायल.3. हरभजन सिंह (76) निवासी गुरूद्वारा रोड, चाकू-छुरियों से घायल. 4. फरहत (36) निवासी साबरी का बाग, पेट में गोली लगी. 5. सरफराज (23) निवासी शाह बिलोल. 6. अल्ताफ (50) निवासी उग्राहु गागलहेड़ी. 7. मोनू (17) निवासी चांद कालोनी. 8. बिलाल (20) निवासी पीर वाली गली. 9. अमरजीत सिंह (55) निवासी दाबकी जुनारदार. 10. सोनू उर्फ बिलाल (21) निवासी आजाद कालोनी. 11. गुफरान (20) निवासी हबीबागढ़. 12. नीरज जैन (45) जैन बाग. 13. नदीम (30) निवासी इन्द्रा चौक. 14. अभिनव जैन निवासी कार्यस्थान. 15. होमगार्ड जाहिद (45) निवासी छिपियानत. 16. ताहिर (40) निवासी लखनऊ. 17. तसब्बुर (50) निवासी गोकुलपुर. 18. तालिम (20) निवासी पाली गाँव. 19. अबरार (28) निवासी खाताखेड़ी. 20. आजम (17) निवासी मुजफ्फराबाद. 21. सिपाही संसहरपाल मलिक (44) देहात कोतवाली. 22. सत्यम शर्मा (27) निवासी बेरीबाग. 23. साबिर (32) निवासी दयालपुर, बेहट. 24. आबुल (35) निवासी चौक बाजदारान, कुतुबशेर.
मृतकों के नाम- 1. हरीश कोचर, आयु 55वर्ष, (भाजपा नेता). 2. आरिफ पुत्र नईम, आयु 18वर्ष. 3. सरफराज (जनवाणी, 27 जुलाई).
रात में तैयार कर लिया गया था रसायन
उपद्रवियों ने एक ज्वलनशील रसायन (केमिकल) को शुक्रवार की रात में पाँच-पाँच लीटर की क्रेनों में भरकर तैयार कर लिया था. शनिवार की सुबह जैसे ही दिन निकला आरोपियों ने दुकानों और सरकारी दफ्तरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. दमकल विभाग के सिपाहियों की मानें तो उपद्रवियों ने जिंदा लोगों को भी आग लगाने का प्रयास किया. वह कौन थे और कहाँ से आये यह कोई नहीं जानता. सुबह के समय कुछ दुकानों को आग लगाने के बाद दमकल विभाग की गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया. मौजूद सिपाहियों ने देखा कि उपद्रवियों के हाथों में केमिकल की केन थी. यह किसी दूसरे तरह का पेट्रोल की तरह जलने वाला केमिकल था. इस केमिकल को कमिश्नर ने देखा और जाँच के लिये भेज दिया. यह कहाँ से आया कोई नहीं जानता.
(हिन्दुस्तान 27 जुलाई, 2014 से साभार)
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