देहरादून. (विसंके). भारतीय संस्कृति का स्थान वर्षों पहले विश्व के विकसित देशों में प्रथम था. लेकिन आज हम अन्य संस्कृतियों से जुड़ने के लिये लालायित हैं और अपनी विशिष्ट जीवन शैली छोड़ते जा रहे हैं. यह कहना किसी भारतीय का नहीं बल्कि विश्व के बड़े देश अमेरिका के दार्शनिक मैक्स मुलर का है. इसी संस्कृति व संस्कारों की रक्षा करने के लिये डॉ हेडगवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेक संघ की नींव रखी जो आज विश्व के सबसे बड़े संघठन के रूप में निरंतर बढ़ता जा रहा है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा वर्ष के प्रारम्भिक अधिकतम संख्या सप्ताह के दौरान अयोजित कार्यक्रम में 6 जून को उत्तरांचल प्रांत के संघचालक श्री चन्द्रपाल सिंह नेगी ने उपस्थित हजारों लोगों के बीच यह उद्गार व्यक्त किये. उन्होंने कहा कि भारत मां की रक्षा के संकल्पों के साथ संघ की स्थापना हुई थी जो आज डॉ हेडगेवार के सपनों के अनुरूप कार्य करता दिख रहा है. उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म की रक्षा का लोग कभी मखौल बनाते थे, लेकिन आज उस समय लिया गया संकल्प सम्पूर्ण राष्ट्र को प्रेरित कर रहा है.
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भारतीय शिक्षा पद्धति का अनुसरण नहीं किया गया तो विश्व गुरुता के शिखर पर भारत नही पहुंच पायेगा. इसके लिये हम सभी युवकों तथा छात्रों को उपासना कर हिन्दुस्थान की संस्कृति व इतिहास की रक्षा के लिये आगे आना होना. अन्यथा हम अपनी संस्कृति को धीरे- धीरे पूरी तरह खो बैठेंगे.
श्री नेगी ने कहा कि संघ ने भारतीय संस्कृति में कालक्रम से आई विकृति, संस्कारों तथा पूर्वजों के पुण्य एवं पुनीत कार्यों की यशगाथा को घर-घर पहुंचाने का देशहित में एक बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ा है. लेकिन कुछ स्वार्थी लोग इसे सम्प्रदाय से जोड़कर संघ की छवि को धूमिल करने की ओछी हरकतें कर रहे हैं. बावजूद इसके संघ का कार्य निरंतर बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज यह बताने की जरूरत नहीं है कि संघ की शाखा से निकले व्यक्ति का आचरण किस प्रकार का होता है. साथ ही कहा कि हम सभी धर्म की रक्षा करते हैं, किसी धर्म का विरोध नहीं करते. यही नहीं, हर विपदा में हर धर्म के लोगों के साथ संकट के समय खड़े रहते हैं. गुरु पूजन के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि परंपरा के अनुरूप संघ व्यक्ति नहीं गुरु को पूजता है और संघ का गुरु भगवा ध्वज है. इस कार्यक्रम में महानगर कार्यवाह अनिल नन्दा, महानगर प्रचारक महेन्द्र जी महानगर सायं प्रचारक राज पुष्प आदि प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे.
No comments:
Post a Comment