Sunday, November 17, 2013

आस्ट्रेलिया : मदिराकी बोतलपर देवताओंके चित्र छपवानेवाले ब्रुकवेल युनियन आस्थापनाद्वारा क्षमायाचना

आस्ट्रेलिया : मदिराकी बोतलपर देवताओंके चित्र छपवानेवाले ब्रुकवेल युनियन आस्थापनाद्वारा क्षमायाचना

November 17, 2013    

अदययावत

आस्ट्रेलिया : मदिराकी बोतलपर देवताओंके चित्र छपवानेवाले ब्रुकवेल युनियन आस्थापनाद्वारा क्षमायाचना

१७ नवंबर २०१३
सिडनी (आस्ट्रेलिया) - यहांके ‘ब्रुकवेल यूनियन बियर आस्थापन’द्वारा बियरकी बोतलपर गणपति, देवी लक्ष्मी तथा अन्य देवताओंके चित्र लगाए गए थे । धार्मिक भावनाओंपर आघात होनेके कारण हिंदुओंने इसका विरोध किया था । आस्ट्रेलिया स्थित ‘यूनिवर्सल सोसाइटी ऑफ हिंदुइज्म’ के प्रमुख राजन जेदने इसके विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट कर तत्काल चित्र हटानेकी मांग की थी । हिंदुओंद्वारा बडी मात्रामें विरोध देखकर आस्थापनने क्षमायाचना की है । आस्थापनने कहा है कि यदि हमसे चूक हो गई हो, तो हम उसे त्वरित ठीक करते हैं । हमें किसी भी प्रकारकी लडाई नहीं करनी है । हमारी अज्ञानताके कारण यह चूक हुई है, तथा इससे आगे हम चित्रोंमें परिवर्तन करवा लेंगे । (क्षमायाचना करते समय भी ‘यदि-तो’ की भाषा बोलनेवाले विदेशी आस्थापन ! - संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

विरोध करे : आस्ट्रेलिया में ब्रुकवेल युनियन शराब कंपनीद्वारा श्री गणेशकी विडंबना !

९ नवंबर २०१३

आस्ट्रेलिया में बीयर की बोतल पर लक्ष्मी-गणेश के चित्र, हिंदू समाज नाराज

 
नेवाडाः आस्ट्रेलिया में शराब की बोतल पर हिंदू देवी-देवता लक्ष्मी और गणेश की तस्वीर लगाए जाने पर वहां मौजूद हिंदू चिंतित हैं और उन्होंने इसे अनुचित करार दिया है। हिंदू नेता राजन जेड ने शनिवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि हिंदू देवी-देवताओं या फिर उनके प्रतीक को व्यावसायिक रूप में अनुचित तरीके से इस्तेमाल किया जाना स्वीकार्य नहीं है, क्योंकि यह श्रद्धालुओं की भावना को चोट पहुंचाता है।
यूनिवर्सिटी सोसाइटी ऑफ हिंदूइज्म के अध्यक्ष जेड ने कहा, ‘‘भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी हिंदू धर्म में बेहद पूजनीय हैं और उनकी घर और मंदिर में पूजा की जाती है और उसका इस्तेमाल व्यावसायिक लालच के लिए शराब की बोतल में नहीं किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि किसी के विश्वास का गलत तरीके से प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने शराब कंपनी से इस बोतल को बाजार से वापस लेने की मांग की है।
स्त्रोत : पंजाब केसरी

No comments: