Sunday, November 16, 2014

सेवा महाकुंभ सेवा संगम 2014 का समापन



अच्छा मनुष्य बनने को नैतिक शिक्षा जरूरी : डॉ. महापात्र


अच्छा मनुष्य बनने को नैतिक शिक्षा जरूरी : डॉ. महापात्र
, भुवनेश्वर : स्थानीय मंचेश्वर स्थित उत्कल विपणन सहायता समिति परिसर में सेवा भारती के मार्ग दर्शन में आयोजित दो दिवसीय सेवा महाकुंभ सेवा संगम 2014 का समापन हो गया। इस सेवा संगम में ओडिशा के विभिन्न जिलों से आए 136 स्वयंसेवी संगठन के सदस्यों ने भाग लेकर ओडिशा के सामूहिक विकास का खाका तैयार किया। ओडिशा के सामूहिक विकास के लिए आयोजित इस सेवा संगम के अंतिम दिन मुख्य अतिथि एम्स के निदेशक डॉ. अशोक महापात्र ने कहा कि अच्छा समाज बनाने के लिए अच्छे मनुष्य की आवश्यकता होती है। अच्छा मनुष्य बनने के लिए नैतिक शिक्षा की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि देश में मेडिकल के पाठ्यक्रम में नैतिकता न होने से उनमें अमानवीय व्यवहार देखने को मिल रहा है। वे सेवा के बदले व्यापार में शामिल हो रहे हैं, जो कि समाज के लिए हानिकारक है। उन्होंने स्वयंसेवी संगठनों से शारीरिक व बौद्धिक स्वस्थ मनुष्य निर्माण करने हेतु प्रयास करने का आह्वान किया।
उत्कल विपणन सहायता समिति के अध्यक्ष प्रकाश बेताला ने कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए कहा कि सेवाव्रती आगे जिस प्रकार से समर्थ हो सकते हैं, उस दिशा में सेवाव्रतियों को काम करना उचित है। संगठन के सचिव मनसुख लाल सेठिया ने अतिथियों का परिचय दिया, जबकि विजय स्वाई ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख सुहास राव हीरेमठ ने कहा कि घर के लिए काम करने वाला व्यक्ति ही सुखी है। सेवा भाव प्रत्येक भारतीय के हृदय में है। केवल इसे जगाने की जरूरत है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तरफ से भारत में एक लाख 35 हजार सेवा काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि आगामी अप्रैल में राष्ट्रीय स्तर पर सेवा संगम कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस सेवा संगम का उद्घाटन करते हुए श्रीमदस्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती ने कहा कि मानव सेवा ही माधव सेवा है। सेवा पहले परिवार से शुरू होती है। इस अवसर पर समाज के प्रति समर्पित स्वयंसेवी संगठन शारदा निकेतन के मुख्य पूज्य स्वामी प्राणरूपानंद सरस्वती को श्रेष्ठ स्वयंसेवी संगठन के रूप में सम्मानित किया गया। इनके अलावा अपनी शरीर दान करने वाले के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश रघुनाथ दास को भी सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनकी जगह पर उनकी धर्मपत्‍‌नी प्रेमलता दास ने ग्रहण किया। कार्यक्रम के मीडिया संयोजक गोलख चन्द्र दास ने बताया कि इस अवसर पर विभिन्न सेवा संगठन की तरफ से अपने-अपने श्रेष्ठ कार्य की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी।

Golakha Chandra Das
vsk,Odisha

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