Sunday, March 19, 2017

प्रतिनिधि सभा में पश्चिम बंगाल में हिन्दू समाज की स्थिति और दुःखों पर प्रस्ताव पारित किया जाएगा

कोयम्बटूर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की वार्षिक बैठक 19 मार्च, रविवार से सरकार्यवाह सुरेश भय्या जी जोशी की अध्यक्षता तथा पू, सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी की गरिमामय उपस्थिति में कोयम्बटूर में प्रारम्भ हुई. तीन दिन तक चलने वाली प्रतिनिधि सभा में संघ सहित 40 विविध संगठनों के 1400 कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं. बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 11 क्षेत्रों, 42 प्रांतों के कार्यकर्ता, संघ प्रेरित विविध संगठनों के चयनित राष्ट्रीय पदाधिकारी, तथा देशभर में शाखाओं से निर्वाचित प्रतिनिधि बैठक में भाग ले रहे हैं.
अ.भा. प्रतिनिधि सभा के उद्घाटन सत्र के पश्चात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह वी. भगय्या जी ने कोयम्बटूर में प्रेस वार्ता को संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि देशभर में संघ की शाखाओं में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है. पिछले दस वर्षों में संघ कार्य निरंतर बढ़ा है. वर्तमान में देश में विभिन्न स्थानों पर 57,233 शाखाएं, 14,896 साप्ताहिक मिलन, और 8,226 मासिक मंडलियां चल रही हैं. देशभर की 19121 सेवा बस्तियों में संघ के स्वयंसेवकों द्वारा सेवा कार्य किये जा रहे हैं. संघ कार्य के विस्तार के साथ दृढ़ीकरण भी हो रहा है. पिछले वर्ष देश भर में आयोजित प्राथमिक शिक्षा वर्गों में एक लाख युवाओं ने भाग लिया, 20 दिवसीय प्रथम वर्ष संघ शिक्षा वर्ग में 17500 शिक्षार्थियों ने भाग लिया, द्वितीय वर्ष संघ शिक्षआ वर्ग में 4130 तथा तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग में 973 शिक्षार्थियों ने भाग लिया.
प्रतिनिधि सभा की बैठक में पारित होने वाले प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि बंगाल में हिन्दुओं की स्थिति चिंताजनक है. हिंसा, लूट, हत्या, और मुस्लिम तुष्टीकरण की नित अपने चरम पर है. प्रदेश की सरकारी मशीनरी और पुलिस हिन्दू तथा हिन्दू त्यौहारों पर हो रहे हमलों को लेकर मूक दर्शक बने हु
ए हैं (पं. बंगाल में हाल ही में धूलागढ़ और कलियाचक के हमले). प्रतिनिधि सभा की बैठक में समाज को जागृत करने और सरकार से आग्रह करने के लिये. पश्चिम बंगाल में हिन्दू समाज की स्थिति और दुःखों पर प्रस्ताव पारित किया जाएगा.

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