मेरठ (विसंकें). केरल में माकपा सरकार और कार्यकर्ताओं द्वारा राजनीति के नाम पर खूनी खेल खेला जा रहा है. अब अत्याचारों की परिसीमा हो चुकी है. अतः इस सरकार को तुरंत बर्खास्त किया जाए, यह मांग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघचालक डॉ. दर्शनलाल अरोड़ा जी ने की. प्रान्त संघचालक सूर्यप्रकाश जी ने कहा कि केरल से राष्ट्रवादी विचारधारा को समाप्त करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है, लेकिन यह विचारधारा जीवंत रहेगी.
केरल में माकपा सरकार के संरक्षण में कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसा की राजनीति के विरोध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मेरठ की ओर से विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया. इस अवसर पर आयोजित ‘सभा’ में संघ के प्रान्त प्रचार प्रमुख अजय मित्तल ने कहा कि साम्यवादी विचारधारा का इतिहास प्रारंभ से ही राष्ट्र विरोधी रहा है. केरल में माकपा सरकार के संरक्षण में हिंदू राष्ट्रवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं की हत्याएं की जा रही हैं. न केवल हत्याएं की जा रही हैं, बल्कि अन्य अत्याचार भी किए जा रहे है. राज्य की सरकार संविधान को कुचल रही है, जिसे हटाना आवश्यक हो चुका है. केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन स्वयं केरल में हुई स्वयंसेवक की पहली हत्या के आरोपी रहे हैं. उन्हें अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. केरल को दूसरा कश्मीर बनाने के प्रयास जारी हैं. केंद्र सरकार को चाहिए कि केरल के पुलिस तंत्र को सशक्त करे.
सभा के उपरांत हजारों स्वयंसेवकों ने काली पट्टियाँ बांधकर संघ कार्यालय शंकर आश्रम शिवाजी मार्ग से चलकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर केरल सरकार को बर्खास्त करने की मांग करने वाला ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जो प्रधानमंत्री, गृहमंत्री भारत सरकार एवं राज्यपाल, उत्तर प्रदेश को संबोधित है. विरोध प्रदर्शन में संघ परिवार के अन्य संगठन एवं बड़ी संख्या में राष्ट्रवादी विचारधारा के कार्यकर्ता शामिल हुए.
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