Saturday, November 19, 2011

संप्रदायिक हिंसा बिल हिन्दु विरोधी : महंतो


राउरकेला(visakeo)
सेक्टर-3 स्थित खड्ग भवन में विश्व संवाद केन्द्र की ओर से सामाजिक सद्भावना विषय पर आयोजित संगोष्ठि अधिवक्ता नृसिंह जेना की अध्यक्षता में हुई। इसमें मुख्य अतिथि आरएसएस के पदाधिकारी व सेवानिवृत्त प्राचार्य राजेन्द्र महंतो ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा संप्रदायिक हिंसा विधेयक हिन्दु विरोधी है। उन्होंने कहा कि इससे हिंसा रुकने के बजाय बढ़ेगी। उन्होंने इसे देश को विभाजित करने का एक षड्यंत्र बताया। इस विधेयक के पारित होने से हमेशा के लिए हिन्दुओं की आवाज दब जायेगी।
संप्रदायिक हिंसा विधेयक के संबंध में श्री महंतो ने कहा कि विधेयक को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रमुख सोनिया गांधी, मुख्य सदस्य शैयद सहाबुद्दीन, जोन दयाल, तिस्ता शीतलवाड़, अरुणा राय हैं। विधायक के उद्देश्य उन्होंने स्पष्ट नहीं किया है। इस विधेयक के पारित होने से देश में हिन्दु गौण रूप में दर्शाया जायेगा। हिन्दु धर्म के साथ अन्य धर्म के मानने वाले लोग अन्य धर्मवालंबियों में गिने जायेंगे। इतना ही नहीं अल्पसंख्यक बहुसंख्यक हिन्दुओं के खिलाफ अभियोग कर सकेंगे पर अभियुक्त, अभियोगकर्ता या विरोधी पक्ष को नाम जानने का मौका नहीं दिया जायेगा। केवल राष्ट्रीय स्तर पर सात सदस्यीय कमेटी गठित होगा जिसमें चार अल्पसंख्यक होंगे। इस विधेयक को हिन्दु विरोधी करार देते हुए हिन्दुओं से इसके खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने का आह्वान किया गया। इस कार्यक्रम में डा. डमरूधर पटनायक, कामाख्या प्रसाद राणा आदि लोगों ने अपने विचार रखे। गोष्ठि में बिसरा, लहुणीपड़ा, कोइड़ा, लाठीकटा, राउरकेला समेत अन्य क्षेत्रों से लोग शामिल हुए।

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