Saturday, October 06, 2012

सादगी और देशभक्ति से ही समस्याओं का हल सम्भव : सुरेश जी जोशी


सादगी और देशभक्ति से ही समस्याओं का हल सम्भव : सुरेश जी जोशी

Source: VSK- AGRA      Date: 10/5/2012 3:09:13 PM
फिरोजाबाद, ५ अक्टूबर २०१२ : ‘भारतीय संस्कृति भोगवादी नहीं है। हमारी जीवन शैली साधा- जीवन उच्च विचार वाली रही है। भोगवादी संस्कृति ही भ्रष्टाचार की जननी है। सादगी और देशभक्ति के अभाव में देश में अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो गयीं हैं। इनका हल भी सादगी और देशभक्ति में ही निहित है,’ उक्त उदगार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह माननीय सुरेश जी  जोशी उपाख्य भैया जी ने एस. आर. के. महाविद्यालय के परिसर में  ब्रज प्रान्त के आगरा सम्भाग के  स्वयंसेवक सम्मेलन में करीब 10 हजार स्वयंसेवको के समक्ष अपने उद्बोधन में व्यक्त किये।

उन्होंने कहा कि हमारा समाज व्यक्ति केन्द्रित न होकर , समाज केन्द्रित है।  हमें समग्र समाज यानी राष्ट्र के हित में चिन्तन करना चाहिए। कुछ लोग श्रेष्ठ कार्य कर कई जन्म सफल करते हैं, लेकिन आप राष्ट्रहित कर इसी जन्म को सफल कर सकते हैं।

श्री जोशी जी ने कहा कि संघ समाज का प्रबोधन कर महती कार्य कर रहा है।  संघ को कार्य करते हुए लम्बी अवधि हो गयी है। इसके कार्यों के सम्बन्ध में लोगों के विविध विचार हैं। हम किसी के विरोधी नहीं हैं लेकिन हम अपने राष्ट्र और उसके सरोकारों से जुड़े हैं, न कि किसी विदेशी चिन्तन के।
उन्होंने ‘प्रत्यक्ष विदेशी निवेश’ का विरोध करते हुए कहा कि यह राष्ट्रहित में नहीं है। श्री जोशी ने असम में बांग्लादेशियों की घुसपैठ पर चिन्ता प्रकट करते हुए कहा कि इस पर रोक लगाये बिना असम की समस्या का हल सम्भव नहीं है।  उन्होंने अपने देश के मुसलमानों के इस रवैये पर क्षोभ व्यक्त किया कि वे अन्य देशों में होने वाली घटनाओं के लिए यहॉं तोड़फोड़ क्यों करते हैं, जबकि भारतीयों का उन घटनाओं से कोई मतलब नहीं होता है| उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे लोग जो चुनाव जीतने के बाद  सत्ता में आते ही कैसे देशभक्ति भूल जाते हैं?
श्री जोशी ने कहा कि हिन्दू समाज में कई तरह की विषमता और असमानताएँ विद्यमान हैं, लेकिन संघ उन्हें कम करने के साथ-साथ एकजुट करने में जुटा है। उन्होंने कहा कि अपने देश में नारी शक्ति का प्रतीक है फिर भी वह भ्रूण हत्या, नारी उत्पीड़न, बाल शोषण आदि का शिकार है। इस स्थिति को हमारे समाज को ही बदलना होगा। उन्हें जागृत करने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर नगर में स्वयंसेवको  ने पथसंचलन किया और व्यायाम का प्रदर्शन भी किया। मंच पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संघ चालक दर्शन लाल अरोड़ा एवं ब्रज प्रान्त संघचालक डॉ. अवधेश प्रताप सिंह उपस्थित थे।
स्वयंसेवक संघ सम्मेलन में आगरा, अलीगढ़, एटा, फिरोजाबाद, कासगंज, मथुरा, मैनपुरी आदि जनपदों से गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने भाग लिया।

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