Monday, November 30, 2015

सूक्ष्म रूप में अभी भी हमारे बीच हैं अशोक सिंघल जी – बाल कृष्ण नाइक

Ashok jiनई दिल्ली. बाबा विरसा सिंह जी महाराज द्वारा स्थापित पवित्र स्थल गोविन्द सदन ने आज विश्व हिन्दू परिषद के दिवंगत नेता अशोक सिंघल जी के लिए अन्तिम अरदास कर उनको अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी. बाबा विरसा सिंह जी महाराज मैमोरियल ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. रापा सिंह, बाबा महीप सिंह, रणवीर सिंह खन्ना ने अशोक जी को एक महान समाज सेवी और धर्म निष्ठ महात्मा बताते हुए कहा कि हमारे ट्रस्टी के रूप में उनका योगदान और मार्ग दर्शन हमें सदैव याद रहेगा.
राष्ट्रीय सिख संगत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार गुरबचन सिंह गिल, महा मंत्री अविनाश जयसवाल ने कहा कि राष्ट्रीय सिख संगत के उत्थान में उनकी अहम भूमिका थी. विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बाल कृष्ण नाइक ने अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए कहा कि चाहे वह शरीर छोड गये हों, किन्तु सूक्ष्म रूप में अशोक जी आज भी हमारे साथ विद्यमान हैं. अशोक जी का सदा यह मत रहता था कि राम जन्म भूमि का आन्दोलन या उसकी मुक्ति के संघर्ष में हम सभी चाहे निमित्त मात्र बने हैं, किन्तु वास्तव में संत बिरसा सिंह जी महाराज जैसे अनेक सिद्ध महापुरुषों की प्रेरणा और आशीर्वाद ही आन्दोलन को इस स्थिति में ला सका है. यही वह पवित्र स्थान है, जहां स्वयं बाबा जी ने बीएल शर्मा प्रेम को अमृत चखा कर प्रेम सिंह ‘शेर’ का नाम देकर सरदार बनाया था और जीवन भर राष्ट्र के लिए समर्पित रहने की दीक्षा दी.
संस्थान के ट्रस्टी गुरदेव सिंह जी द्वारा संचालित श्रद्धांजलि सभा में प्रिंसीपल सुरजीत कौर जौली के अलावा विहिप के ओम प्रकाश, दिनेश गोयल, सुरेन्द्र सिंह सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे.

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