नई दिल्ली. राष्ट्र सेविका समिति, झंडेवालान विभाग के पांच दिवसीय प्रारंभिक शिक्षा शिविर का समापन सनातन धर्म सरस्वती बाल मंदिर, पंजाबी बाग, नई दिल्ली में हुआ. शिविर में 14-35 वर्ष तक की 150 बालिकाओं और गृहणियों ने प्रशिक्षण लिया. शिविर के समापन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्र सेविका समिति, मेधावनी मंडल दिल्ली प्रान्त की सह संयोजिका डॉ. निशा राणाजी (एसोसिएट प्रोफेसर कॉमर्स एंड मैनेजमेंट, डीडीयू कॉलेज, दि. वि.) ने “तेजस्वी भारत” के विषय पर छात्राओं को सम्बोधित किया. आज बालिकाओं को शारीरिक रूप से ही नहीं, अपितु मानसिक तौर पर सुदृढ़ होने की आवश्यकता है. इसके लिए देश भर में राष्ट्र सेविका समिति द्वारा प्रशिक्षण वर्ग चलाए जाते हैं.
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. प्रत्युष वत्सला ने कहा कि शिक्षा वर्ग में छात्राएं देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाली रानी लक्ष्मी बाई की भांति बनने को प्रेरित हुई हैं. देश को दिशा देने का कार्य नारी ही माँ के रूप में करती है, इसलिए बालिकाओं का शारीरिक और बौद्धिक प्रशिक्षण शिक्षा वर्गों में होता है. वर्ग में छात्राओं को आत्म-सुरक्षा, दण्ड-प्रहार, शारीरिक – दक्षता, योगाभ्यास और खेल का पांच दिन तक पूर्णकालिक अभ्यास करवाया गया.
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