Thursday, June 02, 2016

राजस्थान के पूर्व संघचालक ओमप्रकाश आर्य जी का निधन

जयपुर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राजस्थान क्षेत्र के पूर्व संघचालक ओमप्रकाश आर्य जी का निधन 01 जून रात 9.30 बजे हिण्डौन में हो गया. अंतिम संस्कार 3 जून प्रात: 9 बजे हिण्डौन के मोक्षधाम में किया जाएगा.
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प्रसिद्ध वकील, प्रखर वक्ता, वाकपटु और सच्चे कर्मयोगी ओमप्रकाश आर्य जी का जन्म 9 दिसम्बर 1928 को राजस्थान के हिण्डौन गांव निवासी पिता गजाधर आर्य और माता गुलकंदी देवी के घर पर हुआ. उनका बचपन का नाम बाबू था. वे बाल्यकाल से ही चंचल और होनहार थे. उन्होंने बीए, एलएलबी तक शिक्षा प्राप्त की. स्वतंत्रता से पहले विद्यार्थी काल में ही संघ के सम्पर्क में आ गये थे. उन पर संघ के प्रचारक स्व. सोहन सिंह जी का विशेष स्नेह और प्रभाव था. आर्य सन् 1948 से 1952 तक संघ के प्रचारक भी रहे. इसके बाद 12 फरवरी 1952 को उनका विवाह प्रेमवती जी से हुआ. गृहस्थ जीवन का निर्वहन करते हुये वे सतत् संघ कार्य करते रहे. आपातकाल के दौरान वर्ष 1975 से 1976 तक जेल में रहे. वे 1982 में घर-गृहस्थी का भार अपने बेटों को सौंपकर संघ के पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गये. उन्होंने विभाग कार्यवाह, प्रांत कार्यवाह, सहप्रांत संघचालक, क्षेत्र संघचालक जैसे दायित्व कुशलता से संभाले. वे 1992 से 20 मार्च 2009 तक 17 साल राजस्थान क्षेत्र के संघचालक रहे. सामाजिक सेवा कार्य में रुचि रखने वाले आर्य सेवा भारती के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे. आपके प्रयास से ही हिण्डौन में राजकीय महाविद्यालय, आदर्श विद्या मंदिर और अभय विद्या मंदिर की न केवल स्थापना हो सकी, बल्कि बेहतर ढंग से संचालन भी किया जा सका.

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