आगरा. आज हमारे देश में कुछ विधर्मी शक्तियां विभिन्न प्रकार के छल प्रपंचों का सहारा लेकर भारत की प्राचीनता, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत को खण्डित करने का कुचक्र रच रही हैं. देश में सेवा के नाम पर प्रपंच का षड्यंत्र चल रहा है और हमारे भोले-भाले आभावग्रस्त हिन्दू समाज का मतान्तरण किया जा रहा है. मतान्तरण से भारत घटता जा रहा है. इस भयंकर समस्या का समाधान है – जागृत एवं संगठित हिन्दू समाज.
अतः समाज में वैचारिक चिन्तन हेतु धर्म जागरण समन्वय विभाग द्वारा आगरा महानगर में एक प्रबुद्ध नागरिक गोष्ठी का आयोजन हुआ. जिसमें अखिल भारतीय धर्म जागरण सह प्रमुख राजेन्द्र प्रसाद जी मुख्य वक्ता रहे. उन्होंने भारत में घटते हिन्दू समाज के विषय को रखा तथा 1935 में लंका, 1937 में बर्मा, 1947 में पाकिस्तान के अलग होने तथा 1948 में कश्मीर की 1 लाख एकड़ भूमि पर पाक का कब्जा, 1961 चीन द्वारा हिन्दुस्तान की कुछ भूमि पर किया गया कब्जा, के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजाति भी हिन्दू समाज का अंग है. कार्यक्रम में पश्चिमी क्षेत्र धर्म जागरण प्रमुख ईश्वर दयाल जी ने कहा कि जहां-जहां हिन्दू घटा, वहां-वहां भारत बंटा है. वन्देमातरम् के साथ अपनी वाणी को विराम दिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. संजीव यादव जी (सामाजिक कार्यकर्ता) ने की तथा कार्यक्रम के संयोजक नन्द किशोर बाल्मिकी जी रहे.
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