जालंधर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पंजाब प्रांत के सह संघचालक ब्रिगेडियर (से.नि.) जगदीश गगनेजा जी को शनिवार शाम दो अज्ञात लोगों ने गोली मार दी. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें तुरंत स्थानीय पटेल अस्पताल ले जाया गया. जिसके पश्चात डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया गया. समस्त स्वयंसेवक उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं.
डीएमसी लुधियाना में डॉ. जसपाल वांडर के नेतृत्व में पांच चिकित्सकों की टीम निरंतर गगनेजा जी की स्थिति पर नजर रखे हुए है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गगनेजा जी की स्थिति में सुधार हो रहा है. अगले 48 घंटों के पश्चात पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. संघ के वरिष्ट कार्यकर्ता भी चिकित्सकों की टीम के साथ निरंतर संपर्क में हैं.
पंजाब प्रांत के सह संघचालक ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा जी शनिवार शाम जालंधर के लवकुश चौक के समीप स्थित बाजार में परिवार के साथ खरीददारी करने गए थे, इसी दौरान करीब 8.15 बजे दो पटकाधारी अज्ञात हमलावर बाइक पर उऩके समीप आए तथा पीछे बैठे हमलावर ने उनके पेट में गोलियां मार दी. गोलियां लगने के बाद गगनेजा जी वहीं कार के समीप गिर गए, बताया जा रहा है कि उन्हें तीन गोलियां मारी गईं थीं. घटना के पश्चात हमलावर हवा में फायरिंग करते हुए वहां से फरार हो गए. उन्हें फौरन पटेल अस्पताल ले जाया गया, जहां ऑपरेशऩ के पश्चात उन्हें डीएमसी लुधियाना के लिए रेफऱ कर दिया गया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और काफी संख्या में संघ के कार्यकर्ता, स्वयंसेवक घटनास्थल तथा अस्पताल परिसर के बाहर पहुंचे गए थे.
एसीपी सेंट्रल डीडी शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम हमलावरों की तलाश में जुट गई थी. पुलिस ने घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है. एडीजीपी कम डायरेक्टर ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन सहोता के नेतृत्व में गठित जांच दल में पुलिस कमीश्नर जालंधर अर्पित शुक्ला, एआईजी निलाभ किशोर, आईजीपी अमरजीत सिंह बाजवा शामिल हैं.
हमलावरों द्वारा घटना के लिए उपयोग बाइक का लोग आधा नंबर (6157, प्लेटिना बाइक) ही नोट कर पाए हैं, जिससे भी पुलिस को अपराधियों की तलाश में मदद मिल सकती है. इस हमले के पीछे कौन है, इसे लेकर पुलिस अभी पुख्ता रूप से कुछ नहीं कह पा रही है.
इस वर्ष के दौरान संघ के कार्यकर्ता पर दूसरा हमला है. इससे पूर्व जनवरी माह में लुधियाना की किदवई नगर शाखा के कार्यकर्ता पर भी दो अज्ञात हमलावरों ने फायर किया था, लेकिन वह बाल-बाल बच गए थे. दोनों हमलावर भी बाइक पर थे, और अंधेरे में पेड़ की ओट में खड़े थे. और कार्यकर्ता द्वारा यहां खड़े होने का कारण पूछने पर अचानक फायर कर दिया था.
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