मुंबई (विसंकें). मुंबई के दिंडोशी एवं कांदिवली मे धर्मांध मुसलमान युवकों ने संघ की शाखाओं पर किये हमलों मे संघ के चार स्वयंसेवक घायल हुए हैं. विशेष कर दिंडोशी में मुस्लिम बहुल इलाके में शाखा पर हुए हमले के कारण वहां दहशत का माहौल बना हुआ है. हमले में एक तरुण स्वयंसेवक के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं. हमारे एरिया में संघ की शाखा कैसे लगाते हो, ये हम देखेंगे – इस तरह की धमकी देते हुए हमला किया गया.
मालाड (पूर्व) के दिंडोशी डिपो से सटे सत्र न्यायालय के ठीक पीछे नगर निगम के मैदान में बुधवार, 31 मई के सुबह यह घटना हुई. यह पूरा इलाका मुस्लिम बहुल है. मैदान में मुस्लिम युवक दिनभर आते जाते रहते हैं. मैदान में संघ की शाखा शुरू हुई, तभी से इन युवकों ने उस का विरोध शुरू किया था. शाखा के स्वयंसेवकों को उकसाने की तथा उन्हें नुकसान पहुंचाने की हर संभव कोशिश की जा रही थी. समय-समय पर स्वयंसेवकों ने बातचीत कर हल निकाला था. लेकिन बुधवार को मुस्लिम युवक शाखा बंद करवाने की योजना से शाखा लगने से पहले ही मैदान में खड़े थे. शाखा पर पत्थर मारना, गालीगलौच करना, स्वयंसेवकों को उकसाना, ऐसी अनेक हरकतें इन युवकों ने की. पर, संघ के स्वयंसेवकों ने जवाबी हरकत नहीं की. उन्होंने शांति से अपने नियमित कार्यक्रम जारी रखे. इससे युवक और भी चिढ़ गये. उन्होंने प्रार्थना में भी बाधा डालने की कोशिश की. जब यह सारी हरकतें नाकाम हो गई, तो लगभग 20-22 युवकों ने शाखा पर हमला बोल दिया. इस समय मैदान के बाहर से भी कुछ लोगों ने अंदर आ कर स्वयंसेवकों की पिटाई की. युवकों ने भारतमाता के प्रति अभद्र शब्दों का उच्चारण करते हुए स्वयंसेवकों को पीटा.
इस जानलेवा हमले में संघ के चार तरुण स्वयंसेवक घायल हुए, उसमें बिपिन सिंह नाम के स्वयंसेवक के सिर, चेहरे तथा पेट मे गंभीर चोटें आई. उसे तुरंत कांदिवली के शताब्दी रुग्णालय में दाखिल करवाया गया. अन्य तीन स्वयंसेवकों को इसी रुग्णालय भर्ती करवाया गया. इस हमले के खिलाफ कुरार पुलिस में एफआईआऱ दर्ज करवाई गई है.
बहरहाल, इस घटना के दो दिन पूर्व, कांदिवली के समता नगर इलाके में भी संघ शाखा पर मुस्लिम युवकों ने हमले की कोशीश की थी. पर, स्वयंसेवकों की सतर्कता एवं उस इलाके के नागरिकों का समर्थन मिलने से हमला नाकाम रहा था.
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