Wednesday, January 04, 2012

बाक्साइट से लेकर लौह अयस्क जैसे खदान द्रव्य समुद्र से उत्तोलन करने के लिए भारतीय वैज्ञानिक तैयार हो रहे हैं।

भुवनेश्वर,vsk

समुद्र से खदान उत्तोलन में केवल पेट्रोलियम सामग्री तक सीमित है, मगर आगे मैगानिज, बाक्साइट से लेकर लौह अयस्क जैसे खदान द्रव्य समुद्र से उत्तोलन करने के लिए भारतीय वैज्ञानिक तैयार हो रहे हैं। भारत के महासागर में व्यापक इलाके के गहरे समुद्र में खदान संपदा के बारे में सर्वे कार्य सम्पन्न होने की बात भू-विज्ञान मंत्रणालय के सचिव डाक्टर शैलेश्री नायक ने कही है। देश के दक्षिण तट को लगे रहने वाले इस महासागर में क्रोमाइट, कापर कोबाल्ट एंवं मैगनीज है। भारत महासागर से क्रोमाइट उत्तोलन करने के लिए सरकार स्वतंत्र नीति बनाएगी। समुद्र से खदान संपदा उत्तोलन करने के लिए इस बीच भू-विज्ञान मंत्रणालय की तरफ से प्रयास जारी रहने की बात डाक्टर नायक ने कही है। उन्होंने कहा है कि इसे उत्तोलन करने के लिए ज्ञान कौशल विकास की दिशा में रीक्ष के वैज्ञानिकों की सहायता ली जा रही है। समुद्र सस्य को मापने के साथ संरक्षित खदान संबल की गुणवत्ता जानने के लिए एक स्वतंत्र यान का विकसित किया गया है। यह समुद्र के 5000 मीटर गहराई तक खदान गुणवत्ता के बारे में अनुध्यान कर सकता है। भारत महासागर समेत ओड़िशा तट से लगे रहने वाले बंगोप सागर में भी खदान संबल मिलने की बात उन्होंने कही है।

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