Saturday, August 25, 2012

असम में फैली हिंसा के समाधान के लिए जुटे लोग

असम में फैली हिंसा के समाधान के लिए जुटे लोग

Source: VSK Date: 8/25/2012 5:05:46 PM

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : असम में फैली हिंसा में कई लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोग बेघर हुए हैं, बावजूद हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयास भी नाकाफी साबित हो रहे हैं। इस समस्या के समाधान के लिए सामाजिक संगठन ने इंद्रप्रस्थ संजीवनी संस्था द्वारा हिंदी भवन में परिचर्चा का आयोजन किया। शुक्रवार को आयोजित इस परिचर्चा में वक्ताओं ने भारत सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इसके समाधान के लिए कड़े कदम उठाने की अपील की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संजीवनी के अध्यक्ष संजीव अरोड़ा ने कहा कि असम भारत का अभिन्न अंग है। हमें एकजुट होकर समाधान ढूंढना चाहिए। इस पर सांसद डॉ. चन्दन मित्रा ने कहा कि सरकार दूसरे देशों से आए लोगों को रोक नहीं पा रही लेकिन उन्हें वोटर कार्ड जरूर बनवा दे रही है। इसके पीछे कहीं न कहीं वोट की राजनीति छिपी हुई है। पंजाब के पूर्व पुलिस निदेशक के.पी.एस.गिल का कहना था कि यह समस्या 1920 से चली आ रही है और आज तक इसका समाधान कोई सरकार नहीं निकाल पाई है। असम में बंग्लादेशी घुसपैठ लगातार बढ़ती जा रही है और यह खतरा बनता जा रहा है। असम के पूर्व राज्यपाल ले. जनरल अजय सिंह ने कहा देश को परमाणु युद्ध से नहीं बल्कि इकानॉमी एवं साइबर अटैक से ज्यादा खतरा है और असम के लोगों पर साइबर अटैक हो रहा है।


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