भरतपुर. विश्व संवाद केन्द्र भरतपुर द्वारा दिनांक 22 मई 2014 को दोपहर 11.00 बजे स्थानीय आदर्श विद्या मंदिर जवाहर नगर, भरतपुर में देवर्षि नारद जयन्ती के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्यवक्ता विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्तीय सेवा प्रमुख श्री सतीश जी भारद्वाज एवं विशिष्ट अतिथि श्री कमल किशोर जी गुप्ता थे.
मुख्यवक्ता श्री सतीश जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि आज समाज में पत्रकारिता का उच्चतम स्थान है और ये स्थान पत्रकार जगत को उनकी मेहनत, लगन, कार्य के प्रति ईमानदारी से मिला है. पत्रकार जगत के इस महत्वपूर्ण योगदान के कारण ही आज मीडिया या पत्रकारिता को लोकतन्त्र के चौथे स्तम्भ के रुप में जाना जाता है. उन्होंने कहा कि किसी भी मीडिया हाउस की पहचान उसके बाहरी आवरण से नहीं अपितु उसमें कार्य करने वाले श्रेष्ठ पत्रकारों के कारण ही होती है. यदि मीडिया हाउस की तुलना मानव शरीर से करें तो पत्रकार इस शरीर की आत्मा होते हैं. यदि आत्मा पवित्र और सकारात्मक होगी तो शरीर द्वारा सम्पन्न कार्य स्वतः ही सकारात्मक होगें. श्री सतीश जी ने अपने उद्बोधन में पत्रकार जगत से आवाहन किया कि वे समाज के सम्मुख ऐसे लोगों की खबरों को अधिक प्रचारित करें जो समाज में निरंतर मौन रहकर अपने श्रेष्ठ और सकारात्मक कार्यो को सम्पन्न करते रहते हैं.
कार्यक्रम में श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र जी शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि देवर्षि नारद आदि पत्रकार थे. श्री राजेन्द्र जी ने कहा कि यदि हम वर्तमान समय की पत्रकारिता से श्री नारद जी की तुलना करें तो वे ऐसे पत्रकार थे जो सम्पूर्ण सृष्टि में निर्वाध रुप से विचरण कर समाचारों का संकलन कर उन्हें प्रसारित व प्रचारित करते थे. अमर उजाला के ब्यूरोचीफ श्री नरेश जी खण्डेलवाल ने अपने उद्बोधन में पत्रकारिता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि आज विश्व की सम्पूर्ण गति सूचनाओं के अदान-प्रदान पर ही आश्रित है, यदि इस कड़ी में से पत्रकार को निकाल दिया जाये तो सूचनाओं की यह गति वहीं रुक जायेगी. एस.वी.एम.चैनल के श्री सोमेन्द्र गोपालिया ने कहा कि सम्भवतः भरतपुर शहर में पहली बार देवर्षि नारद को उनकी जयंती पर याद किया जा रहा है. इसके लिये उन्होंने विश्व संवाद केन्द्र भरतपुर को बधाई दी.
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