Thursday, August 28, 2014

बंगालसे बांग्लादेशमें ले जाए जानेवाले १०० गोवंशीय हिन्दुत्वनिष्ठोंंने धर्मांध कसाइयोंके नियंत्रणसे मुक्त किए !

भाद्रपद शुक्ल पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११६
  • यदि पुलिसका कार्य हिन्दुत्वनिष्ठोंको  करना पडता हो, तो पुलिसकी आवश्यकता ही क्या है ?

  • परंतु पुलिसद्वारा हिन्दुओंपर ही लाठीप्रहार कर अनेक लोगोंकोे बंदी बनाया गया ।

आसनसोल (बंगाल) - बंगाल-बिहार सीमापर कुल्टी गांवके निकट तेकोनिया मोरे स्थित  बारकार नाकेपर २५ अगस्तको सवेरे ८.३० बजे ‘आर्य समाज कुल्टी’ एवं ‘अखिल भारतीय गो-रक्षा मिशन’ संगठनोंके कार्यकर्ताओंद्वारा मालवाहक दो वाहनोंको रोककर उसमें से  १०० गोवंशियोंको मुक्त किया गया । ये वाहन एवं जानवर कसाइयोंके स्वामित्वके थे, , जो बांग्लादेश  निर्यात किए जानेवाले थे । इन जानवरोंको वाहनमें निर्दयतासे ठूंसा गया था । वाहनके साथ वैधानिक दस्तावेज नहीं थे । जानवरोंके लिए जल एवं औषधियोंका कोई प्रबंध नहीं किया गया था । जानवरोंकी  आयु लगभग ७ वर्षोंसे भी अल्प थी । कसाई एवं पशुवधगृहके स्वामीके कहनेपर ही पुलिसद्वारा हिन्दुओंको प्रताडित किए जानेका आरोप लगाया जा रहा है । परंतु कुल्टी पुलिस थानेके निरीक्षक दिलीप पालने कहा है कि हिन्दुओंपर लाठीप्रहार नहीं किया गया है ।

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