Friday, September 05, 2014

मध्यप्रदेश : धर्म परिवर्तन के बाद वापस हिंदू धर्म में लौटे युवक, मंदिर में की पूजा-अर्चना

भाद्रपद शुक्ल पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६
(मंदिर पहुंचकर पूजा करता तुलाराम।)
 शिवपुरी (मध्य प्रदेश) : खनियाधाना के बुकर्रा गांव में धर्म परिवर्तन करने वाले तुलाराम और मनीराम जाटव गुरुवार को खनियांधाना  के टेकरी मंदिर पर पूजा-अर्चना के साथ वापस हिंदू धर्म में आ गए। मनीराम व उसके एक बेटे सहित तुलाराम के परिवार के आठ सदस्यों ने इस धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया। इस मौके पर हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। मनीराम का बेटा केशव उर्फ कासिम व उसका भाई रिंकू इस आयोजन से दूर रहे।
बुधवार की रात खनियांधाना थाने से जमानत पर छूटने के बाद मनीराम एवं तुलाराम के परिजनों को रिश्तेदार व हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारी साथ लेकर गए। रात में उन्हें अपने धर्म में वापस आने के लिए समझाया।  दोपहर में मनीराम की दाढ़ी व बाल कटवाए गए।

आठ माह पहले शिकायत, जब मामला उजागर हुआ तब चेती पुलिस

खनियांधाना में धर्मांतरण कराए जाने की पहली  शिकायत आठ महीने पहले हिंदूवादी संगठनों ने तब की थी, जब एक दलित की लड़की एक मुस्लिम समाज के लड़के के साथ गायब हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में लड़की को तो वापस करवा लिया था, लेकिन धर्मांतरण की शिकायत पर जांच ही नहीं कराई। कुछ दिन पूर्व जब दो लोगों के खिलाफ बगैर अनुमति धर्म परिवर्तित करने का केस दर्ज हुआ और मामला उजागर हुआ तो आनन-फानन में एसआईटी गठित करके मामले की जांच शुरू की गई। महज दो दिन की जांच में एसआईटी को कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। यदि पुलिस तभी इस मामले में जांच शुरू कर देती तो शायद यह नौबत नहीं आती। 
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसआईटी को जांच के दौरान कुछ स्थानीय लोगों के अलावा जिले के अन्य क्षेत्रों में भी ऐसे संदिग्ध लोगों की जानकारी मिली है, जो धर्मांतरण के रैकेट से जुड़े हुए हैं। जांच में यह भी पता चला है कि रैकेट से जुड़े लोग आर्थिक मदद न करते हुए दलित लोगों का ब्रेन बॉश करके उन्हें दो मजहब के बीच का अंतर समझाते हैं। उन्हें यहां तक बताया जाता है कि भेदभाव के चलते तुम्हें घृणित नजरिए से देखा जाता है, जबकि दूसरे मजहब में ऐसा नहीं है। यह बात इसलिए भी पुष्ट होती है, क्योंकि मनीराम द्वारा वापस हिंदू धर्म में आने के बाद बातचीत में यही बताया कि हिंदू धर्म एक है तो उसमें भेदभाव नहीं होना चाहिए, जबकि मुस्लिम धर्म में ऐसा नहीं है। 

अब रखी जाएगी नजर

खनियांधाना का मामला सामने आने के बाद कलेक्टर ने निर्देश दिया है कि तहसीलदार व पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र में सर्वे करें कि वहां कोई धर्म परिवर्तन जैसा कार्य तो नहीं किया जा रहा। तहसीलदार शिवपुरी आरके पांडेय ने बताया कि यह आदेश जिले भर के अधिकारियों को दिया गया है।
 अब मैं बहुत खुश हूं, अपना घर तो अपना होता है : मनीराम

 अब कैसा लग रहा है?

- अपने धर्म में वापस आकर प्रसन्नता हो रही है। 

 पहले क्यों धर्म बदला, अब किन कारणों से वापस धर्म परिवर्तन किया?  

- हिंदू धर्म में भेदभाव किया जाता है, जबकि मुस्लिम धर्म में सभी एक समान हैं। अपना घर तो अपना होता है। 

 आप वापस आ गए, लेकिन आपका बेटा केशव उर्फ कासिम वापस नहीं आया, उसे  भी लाएंगे?  

- हम और आप मिलकर उसे भी वापस लाने का प्रयास करेंगे। उसका वापस आना मुश्किल लग रहा है। 

 तुम्हें क्या किसी ने प्रलोभन दिया था? 

- हमें कोई प्रलोभन नहीं दिया गया। मैंने अपनी जमीन बेची थी उससे अपनी दुकान खोली थी। यदि बेटे ने किसी से कोई राशि उधार ली हो तो पता नहीं।  

 समाज को क्या संदेश देना चाहते हो?  

- हिंदू धर्म में सभी को एक समान माना गया है तो कोई भेदभाव न हो और सभी को एक समान व्यवहार के साथ देखा जाए।
स्त्राेत: दैनिक भास्कर

No comments: