मेरठ. रविवार को सूरजकुंड रोड स्थित केशव भवन में हिंदू जागरण मंच की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. बैठक में हिंदू जागरण मंच के प्रांतीय संगठन महामंत्री हितेश कुमार ने कहा कि लव जेहाद की समस्या केवल पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ही नहीं, बल्कि पूरे भारत को इसने अपनी चपेट में ले लिया है. केरल में 2006 में यह घटना उजागर हुई तो केरल हाईकोर्ट के माध्यम से यह शब्द प्रचलन में आया. उस समय वहां के डीजीपी जैकब पुत्रस ने 1000 लड़कियों को लव जेहाद का शिकार बताया था, लेकिन वहां की मीडिया ने चार हजार लड़कियों के गायब होने की बात कही थी.
उन्होंने कहा कि कर्नाटक हाईकोर्ट ने भी इसे हिंदू समाज के खिलाफ षड्यंत्र माना. अब लव जेहाद की घटनायें लगातार सामने आ रही हैं और इसमें पीड़ित लड़कियों के बयानों से स्पष्ट हो रहा है कि यह एक संगठनात्मक योजना से चलाया गया है. इसके माध्यम से जहां एक ओर हिंदू लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर इससे जनसंख्या का आंकड़ा गड़बड़ा रहा है. 2006 इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के जज राकेश शर्मा ने कहा था कि ऐसा क्या कारण है कि हिंदू लड़कियां ही बड़ी संख्या में मुस्लिम लड़कों से शादी कर रही हैं और उसके बाद उनका कोई पता नहीं चलता. तब से लेकर उत्तर प्रदेश में बनने वाली हर सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही. रांची, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर,कानपुर में हुई लव जेहाद की घटनायें इसी ओर इशारा करती है. यही कारण है कि मीडिया इस षड्यंत्र को मानने लगा है.
हिंदू जागरण मंच लंबे समय से इस षड्यंत्र की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करता आ रहा है, लेकिन उस समय कोई इस ओर ध्यान नहीं देता था. आज यह षड्यंत्र पूरे समाज के सामने आ चुका है कि किस तरह से हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरित किया जा रहा है.
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अधिवक्ता संदीप पहल ने लव जेहाद के साथ ही लैंड जिहाद के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि किस तरह से मुस्लिम समुदाय के लोगा हिंदू इलाकों में ऊंचे दाम पर मकान खरीदते हैं, फिर लैंड जिहाद के जरिये आसपास के मकान खरीदकर अपने लोगों को बसाते हैं. मुस्लिम समाज सरकारी जमीनों को कब्जा करके मस्जिद, मजार, पीर आदि बनाकर कब्जे कर रहा है. कई ऐसी घटनाओं में सांप्रदायिक संघर्ष हो चुका है. शासन-प्रशासन इस ओर से आंखें मूंदे हुये हैं. हिंदू समाज के मंदिरों, शोभायात्राओं पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है. जबकि मुस्लिम समुदाय को खुली छूट देकर प्रदेश के अंदर सांप्रदायिक वातावरण तैयार किया जा रहा है. यदि कोई हिंदू संगठन इस ओर आवाज उठाता है तो उसके कार्यकर्ताओं पर आपराधिक मुकदमे दर्ज किये जाते हैं. उन्होंने लोगों को जागरूक करके लव जेहाद की घटनाओं को रोकने की बात की. बैठक में सतीश उपाध्याय को महानगर अध्यक्ष और अनुज त्यागी को महामंत्री व क्षितिज को शास्त्रीनगर संयोजक बनाया गया. गाजियाबाद के विजय वैद्य को प्रांत बौद्धिक प्रमुख घोषित किया गया. बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष परिवंदर सिंह शेखावत ने की.
No comments:
Post a Comment