राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जनकल्याण समिति द्वारा सूखा राहत निधि संकलन व जनजागरण
पुणे (विसंकें). महाराष्ट्र राज्य में सूखा निवारण के लिये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जनकल्याण समिति द्वारा सूखा राहत निधि संकलन एवं व्यापक जनजागरण मुहिम अप्रैल से मई तक चलाई गयी. जिसमें पुणे वासियों का संपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ.
पश्चिम महाराष्ट्र के जनकल्याण समिती द्वारा पुणे, सोलापूर, सातारा, लातूर, बीड, उस्मानाबाद, सांगली और अहमदनगर जैसे 11 जिलों में कार्य कर रही है. जहां पीने के पानी की, और खेती के पानी की समस्या तीव्र हो गई है. जनकल्याण समिति द्वारा गावों में ५ हजार से १० हजार लीटर क्षमता पानी की टंकियां मांग के अनुसार उस गांव को उपलब्ध करवाने की योजना समिति ने बनाई है. अब तक लातूर, बीड, धाराशीव और पुणे जिले में 254 पीने की टंकियां दी गयी है. उसी के साथ पश्चिम महाराष्ट्र के कुछ जिलों मे अब तक 15 चारा छावनियां शुरू की है. धाराशीव जिला में जानवरों को पीने के लिए पानी का नियोजन किया है.
समिति द्वारा ११ जिलों के प्रत्येक 2, इस तरह 22 गांवों में जलसंधारण के काम किये जा रहे है. गांववासियों का सहभाग और पानी की तीव्र कमी के आधार पर गावों का चुनाव किया गया है. जनकल्याण समिति पुणे शहर के अध्यक्ष विश्वास जोशी ने बताया कि लातूर में पानी की समस्या के स्थायी रूप से हल निकालने 18 किमी लंबी मांजरा नदी के विकास का काम 50 दिनों में पूरा करने का निर्णय किया है. इसके साथ ही गांवों के कुओं, तालाबों और नदियों ये मलबा निकालने का काम भी हाथों में लिया गया है.
सूखा निवारण के निधि संकलन अभियान की शुरूआत येरवडा संघचालक प्रदीप नाईक के हाथों १ लाख रुपये की सूखा निवारण निधि देकर की गई. संघ की ओर से निधि संकलन के लिए पुणे शहर में 40 केंद्र शुरू किए गये है. पुणे महानगर संघचालक रविंद्र वंजारवाडकर, जनकल्याण समिति के अध्यक्ष विश्वास जोशी ने विभिन्न केंद्रों का दौरा किया.
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