नोएडा. उत्तरप्रदेश के राज्यपाल राम नाईक जी ने कहा कि ब्रह्माण्ड के आदि पत्रकार देवर्षि नारद समकालीन सभी मीडियाकर्मियों के मार्गदर्शक हैं. मीडिया को उनकी सामाजिक सरोकारों को साधने वाली निष्पक्ष पत्रकारिता का अनुकरण करना चाहिए. पत्रकारिता व्यवसाय के साथ मिशन भी है. पत्रकारों को इसी भाव से काम करना चाहिए. राज्यपाल प्रेरणा जनसंचार एवं शोध संस्थान के तत्वाधान में जेपी इंस्टीट्यूट सभागार में आयोजित नारद जयंती समारोह में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने मासिक पत्रिका केशव संवाद के पत्रकारिता के अग्रदूत विशेषांक का लोकार्पण किया. राम नाईक जी ने दो वरिष्ठ पत्रकारों बल्देव भाई शर्मा और अजय मित्तल जी को सम्मानित किया.
राम नाईक जी ने कहा कि जब कभी आदर्श और निष्पक्ष पत्रकारिता की बात होती है तो बरबस महर्षि नारद याद आते हैं. पूरे ब्रह्मांड में सूचनाओं के आदान-प्रदान में उनसे ज्यादा निष्पक्ष कोई था ही नहीं. उनकी सूचनाओं में राष्ट्र हित सर्वोपरि था और सामाजिक सरोकार समाहित होता था. उन्होंने कभी भी सामाजिक हितों से समझौता नहीं किया. हमेशा सच का साथ दिया. मीडिया जगत में नारद की पत्रकारीय दृष्टि की जरूरत है. इनको समाचार और विचार में अंतर करके खबरें छापनी चाहिए. खबर के साथ अपने विचार अलग से देना चाहिए. उन्होंने खबरों की गुणवत्ता में सुधार पर बल दिया. पत्रकारिता की दिशा और दशा में सुधार पत्रकारों को बड़ी चुनौती के रूप में लेना चाहिए.
फिल्मों की चर्चित पटकथा लेखिका अद्वैता काला जी ने कहा कि सम सामयिक मीडिया विशेष रूप से अंग्रेजी मीडिया और खबरिया चैनल अपना एजेंडा पहले से ही सेट करके चलते हैं. उन्हें जो पसंद है, उसे ही पाठकों और दर्शकों को परोसते हैं. केरल में वामपंथी सरकार के संरक्षण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं की हत्या राष्ट्रीय मीडिया में कतई स्थान नहीं पाती है. पत्रकारों को इस पर आत्ममंथन करना चाहिए. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के संयुक्त प्रचार प्रमुख कृपाशंकर जी ने प्रेरणा जनसंचार एवं शोध संस्थान की पत्रकारिक गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. पाञ्चजन्य और आर्गनाइजर से समूह संपादक व प्रेरणा जनसंचार व शोध संस्थान के अध्यक्ष जगदीश उपासने जी ने सभी का आभार जताया.
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