नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर क्षेत्र बौद्धिक प्रमुख अजय जी ने कहा कि वनवासी बंधुओं के कल्याण के लिए सतत् प्रयास करने की जरूरत है और वनवासी कल्याण आश्रम इस दिशा में लगातार प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है. वन बंधुओं के कल्याण और उनके हितों की रक्षा के लिए वनवासी कल्याण आश्रम लंबे समय से काम करता आ रहा है. स्वामी विवेकानंद ने भी कहा था कि वह नर की सेवा करते हैं क्योंकि नर ही नारायण है. इसी भावना के साथ वनवासी कल्याण आश्रम भी वनवासियों के बीच देश भर में कार्य कर रहा है. अजय जी वनवासी कल्याण आश्रम दिल्ली के वार्षिक उत्सव में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे. वार्षिक उत्सव का आयोजन दिल्ली के शाह सभागार में 28 मई, रविवार को किया गया था.
अजय जी ने कहा कि आश्रम का ध्येय वाक्य ‘तू मैं एक ही’ इस बात का परिचायक है कि समाज में सबको साथ लेकर काम करना होगा. वार्षिक उत्सव में कल्याण आश्रम के तहत संचालित छात्रावास के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए. कवि ‘राजेश जैन’ जी ने अपनी रचना ‘वनवासी राम’ के माध्यम से मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम में दिल्ली में नरेला स्थित संगठन के छात्रावास के छात्रों ने सामाजिक समरसता पर आधारित एक लघु नाटक का मंचन किया.
दर्शन सिंह जी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा सांसद व दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. कार्यक्रम के विशेष अतिथि डॉक्टर अश्वनी अग्रवाल तथा सुशील गर्ग ने भी उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया.
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