Posted date: April 17, 2014
फरीदाबाद. वल्लभगढ़. नगर के अनेक सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने राज्य सरकार से मेवात
क्षेत्र के अल्पसंख्यक हिन्दुओं की सुरक्षा एवं उनके मानसम्मान पर गहराये संकट पर चिंता व्यक्त करते पुन्हाना में हाल ही में घटित साम्प्रदायिक संघर्ष के कारणों की पूरी निष्पक्षता से जांच करने तथा दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
विश्व हिन्दू परिषद, फरीदाबाद के जिला उपाध्यक्ष आत्मप्रकाश सेतिया की एक प्रेस रिपोर्ट के अनुसार मेवात क्षेत्र, विशेष रूप से पुन्हाना से फरीदाबाद-वल्लभगढ़ आकर वहां वर्तमान समय में निवास कर रहे अनेक लोगों ने गत मंगलवार को बैठक की. इसमें मेवात जिले के पुन्हाना में पिछले एक सप्ताह से जारी साम्प्रदायिक तनाव पर गंभीर विचार-विमर्श हुआ. इसमें सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में प्रशासन को आगाह किया गया है कि “छद्म-धर्मनिरपेक्षता की आड़ लेकर दोषियों के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो पुन्हाना के आस-पास के क्षेत्रों में भी अशांति फ़ैल सकती है, क्योंकि मेवात का हिन्दू समुदाय स्वयं को असुरक्षित और लुटा-पिटा महसूस कर रहा है.”
उल्लेखनीय है कि 10 अप्रैल को मुस्लिम बहुल क्षेत्र नकलपुर में मेवों द्वारा हिन्दू परिवारों को वोट डालने से रोकने पर हुए झगड़े को स्थानीय मुस्लिम नेताओं ने सांप्रदायिक रंग दे दिया तथा एक बड़ी पंचायत कर के मुसलमानों से हिन्दुओं की दुकानों से कोई सामान न खरीदने का फरमान जारी कर दिया. इस फरमान का उल्लंघन करने वाले मुसलमान पर 52000/- रूपये का जुर्माना लगाने की बात कही गयी है. परिणामस्वरुप नगर का माहौल तनावपूर्ण हो गया और कर्फ्यू लगाने की नौबत आ गयी. इतना ही नहीं, मेवों द्वारा नगर में दूध, फल व सब्जियों की आपूर्ति रोक दी गयी है. बैठक में विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिन्दू नवयुवक मंडल के कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया.
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